Delhi Pollution: यूं ही जहरीली होती रही हवा तो दिल्लीवालों की बढ़ेगी मुश्किल, दिवाली से पहले GRAP-3 होगा लागू
यदि आपको घर की मरम्मत या रंग-रोगन कराना है तो जल्द करवा लें। दीवाली के इंतजार में कहीं ऐसा न हो जाए कि योजना धरी रह जाए। वजह ये हैं कि अगले कुछ दिनों में कभी भी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) का तीसरा चरण लागू हो सकता है। इसके तहत निर्माण व तोड़फोड़ कार्यों पर भी रोक लग जाएगी।
By Pooja TripathiEdited By: Pooja TripathiUpdated: Fri, 27 Oct 2023 07:12 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। यदि आपको घर की मरम्मत या रंग-रोगन कराना है तो जल्द करवा लें। दीपावाली के इंतजार में कहीं ऐसा न हो जाए कि योजना धरी रह जाए।
वजह ये हैं कि अगले कुछ दिनों में कभी भी ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) का तीसरा चरण लागू हो सकता है। इसके तहत निर्माण व तोड़फोड़ कार्यों पर भी रोक लग जाएगी।विशेषज्ञों के अनुसार इस बार दीपावाली नवंबर के दूसरे सप्ताह में पड़ रही है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में नवंबर सबसे अधिक प्रदूषित माह रहता है। नवंबर में पराली का सीजन भी चरम पर होता है।
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पराली का सीजन नवंबर के दूसरे सप्ताह में चरम पर रहता है
ऐसे में दीवाली के पूर्व ही प्रदूषण के ‘बहुत खराब’ या ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच जाने के आसार हैं। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान पूसा के अनुसार भी पराली का सीजन 15 सितंबर से 30 नवंबर तक होता है। इसका चरम नवंबर के पहले और दूसरे सप्ताह में रहता है।15 सितंबर से 26 अक्टूबर तक पंजाब में पराली के 3,293, हरियाणा में 938 और उत्तर प्रदेश में 706 सामने आ चुके हैं। सफर (सिस्टम आफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) के अनुसार पिछले कुछ सालों के दौरान पराली का चरम सीजन आठ से 20 नवंबर के दौरान आता है। इस बार दीवाली भी इसी दौरान है।यह भी पढ़ें: Delhi में दिखा अजब नजारा, दोपहर 12 बजे ओझल हो गया India Gate; आनंद विहार में 318 पहुंचा AQI लेवल
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