Delhi Pollution: दिल्ली की सांसों पर संकट, टूटी और गड्ढों वाली सड़कों से राजधानी के प्रदूषण में हो रहा इजाफा
टूटी और गड्ढों वाली सड़कों से उत्पन्न होने वाली धूल दिल्ली के प्रदूषण में इजाफा कर रही है। बावजूद इसके इसे राेकने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं दिख रहे हैं। जी-20 के आयोजन को लेकर सितंबर तक नई दिल्ली और मध्य दिल्ली और हवाई अड्डा रूट की सड़कें चमका दी गई थीं मगर दिल्ली के अन्य स्थानों की सड़कें बदहाल हैं।
By V K ShuklaEdited By: Abhishek TiwariUpdated: Wed, 25 Oct 2023 09:01 AM (IST)
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। नई दिल्ली और मध्य दिल्ली और हवाई अड्डा रूट की सड़कें तो चमक रहीं, अन्य दिल्ली की सड़कें बदहाल हैं। गड्ढों और जर्जर सड़कों से उड़ रही धूल दिल्ली वालों की परेशानी बढ़ा रही है।
इनसे धूल प्रदूूषण तो बढ़ ही रहा है, अचानक सामने आ जाने वाले गड्ढों से खासकर दो पहिया चालक दुर्घटनाग्रस्त भी हो रहे हैं, इससे वाहन भी जल्दी खराब हो रहे हैं। एनसीआर में चल रहे कोलतार मिक्स रोड़ी के प्लांंट भी प्रदूषण के चलते बंद होने जा रहे हैं।
प्रदूषण कम होने पर तीन माह बाद फरवरी में ही सड़कों पर कोलतार मिक्स रोड़ी की ऊपरी परत डालने का काम शुरू हो सकेगा। ऐसे में जनता की परेशानी हाल फिलहाल दूर नहीं हाे रही है।
प्रदूषण की समस्या बढ़ने पर होती है कार्रवाई
टूटी और गड्ढों वाली सड़कों से उत्पन्न होने वाली धूल दिल्ली के प्रदूषण में इजाफा कर रही है। बावजूद इसके इसे राेकने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं दिख रहे हैं। इस ओर कार्रवाई तब शुरू होती है जब दिल्ली में प्रदूषण की समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है।
दिल्ली देश की राजधानी है, देश के किसी हिस्से से या विदेश से कोई यहां आता है तो सबसे पहले ध्यान यहां की सड़कों पर जाता है। मगर इसे विभागों की लापरवाही ही कहा जाएगा कि सरकार के तमाम दिशा निर्देशों के बाद भी अनेक इलाकों में सड़कें बारह महीने ऊबड़-खाबड़ रहती हैं।Also Read-
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जी-20 के आयोजन को लेकर सितंबर तक नई दिल्ली और मध्य दिल्ली और हवाई अड्डा रूट की सड़कें चमका दी गई थीं, मगर दिल्ली के अन्य स्थानों की सड़कें बदहाल हैं। टूटी सड़कों से उड़ रही धूल दिल्ली वालों की परेशानी बढ़ा रही है ।टूटी सड़कों से यातायात जाम भी लगता है। शहर के मुख्य इलाकों को अगर छोड़ दें तो राजधानी के बाहरी इलाकों में सड़कों पर धूल पर नियंत्रण के उपाय नजर नहीं आते हैं। प्रदूषण के चलते एनसीआर में कोलतार मिक्स रोड़ी तैयार करने के प्लांट बंद होने जा रहे हैं।जिसके चलते प्रदूषण कम होने पर तीन माह बाद फरवरी में ही सड़कों पर कोलतार मिक्स रोड़ी की ऊपरी परत डालने का काम शुरू हो सकेगा।दिल्ली में सड़कों के रखरखाव का काम मुख्यरूप से लोेक निर्माण विभाग, तीनाेें नगर निगम, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, छावनी बाेर्ड के पास है। इसके अलावा कुछ सड़कें डीडीए के पास भी हैं।कुल मिलाकर राजधानी में 19 हजार किलोमीटर लंबी सड़कें हैं।इनकी ठीक से सफाई न होना भी प्रदूषण के लिए जिम्मेदार बन रहा है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।जी-20 के आयोजन को लेकर सितंबर तक नई दिल्ली और मध्य दिल्ली और हवाई अड्डा रूट की सड़कें चमका दी गई थीं, मगर दिल्ली के अन्य स्थानों की सड़कें बदहाल हैं। टूटी सड़कों से उड़ रही धूल दिल्ली वालों की परेशानी बढ़ा रही है ।टूटी सड़कों से यातायात जाम भी लगता है। शहर के मुख्य इलाकों को अगर छोड़ दें तो राजधानी के बाहरी इलाकों में सड़कों पर धूल पर नियंत्रण के उपाय नजर नहीं आते हैं। प्रदूषण के चलते एनसीआर में कोलतार मिक्स रोड़ी तैयार करने के प्लांट बंद होने जा रहे हैं।जिसके चलते प्रदूषण कम होने पर तीन माह बाद फरवरी में ही सड़कों पर कोलतार मिक्स रोड़ी की ऊपरी परत डालने का काम शुरू हो सकेगा।दिल्ली में सड़कों के रखरखाव का काम मुख्यरूप से लोेक निर्माण विभाग, तीनाेें नगर निगम, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, छावनी बाेर्ड के पास है। इसके अलावा कुछ सड़कें डीडीए के पास भी हैं।कुल मिलाकर राजधानी में 19 हजार किलोमीटर लंबी सड़कें हैं।इनकी ठीक से सफाई न होना भी प्रदूषण के लिए जिम्मेदार बन रहा है।