Delhi Pollution: दिल्ली की सांसों पर संकट, टूटी और गड्ढों वाली सड़कों से राजधानी के प्रदूषण में हो रहा इजाफा
टूटी और गड्ढों वाली सड़कों से उत्पन्न होने वाली धूल दिल्ली के प्रदूषण में इजाफा कर रही है। बावजूद इसके इसे राेकने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं दिख रहे हैं। जी-20 के आयोजन को लेकर सितंबर तक नई दिल्ली और मध्य दिल्ली और हवाई अड्डा रूट की सड़कें चमका दी गई थीं मगर दिल्ली के अन्य स्थानों की सड़कें बदहाल हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। नई दिल्ली और मध्य दिल्ली और हवाई अड्डा रूट की सड़कें तो चमक रहीं, अन्य दिल्ली की सड़कें बदहाल हैं। गड्ढों और जर्जर सड़कों से उड़ रही धूल दिल्ली वालों की परेशानी बढ़ा रही है।
इनसे धूल प्रदूूषण तो बढ़ ही रहा है, अचानक सामने आ जाने वाले गड्ढों से खासकर दो पहिया चालक दुर्घटनाग्रस्त भी हो रहे हैं, इससे वाहन भी जल्दी खराब हो रहे हैं। एनसीआर में चल रहे कोलतार मिक्स रोड़ी के प्लांंट भी प्रदूषण के चलते बंद होने जा रहे हैं।
प्रदूषण कम होने पर तीन माह बाद फरवरी में ही सड़कों पर कोलतार मिक्स रोड़ी की ऊपरी परत डालने का काम शुरू हो सकेगा। ऐसे में जनता की परेशानी हाल फिलहाल दूर नहीं हाे रही है।
प्रदूषण की समस्या बढ़ने पर होती है कार्रवाई
टूटी और गड्ढों वाली सड़कों से उत्पन्न होने वाली धूल दिल्ली के प्रदूषण में इजाफा कर रही है। बावजूद इसके इसे राेकने के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं दिख रहे हैं। इस ओर कार्रवाई तब शुरू होती है जब दिल्ली में प्रदूषण की समस्या विकराल रूप धारण कर लेती है।
दिल्ली देश की राजधानी है, देश के किसी हिस्से से या विदेश से कोई यहां आता है तो सबसे पहले ध्यान यहां की सड़कों पर जाता है। मगर इसे विभागों की लापरवाही ही कहा जाएगा कि सरकार के तमाम दिशा निर्देशों के बाद भी अनेक इलाकों में सड़कें बारह महीने ऊबड़-खाबड़ रहती हैं।
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जी-20 के आयोजन को लेकर सितंबर तक नई दिल्ली और मध्य दिल्ली और हवाई अड्डा रूट की सड़कें चमका दी गई थीं, मगर दिल्ली के अन्य स्थानों की सड़कें बदहाल हैं। टूटी सड़कों से उड़ रही धूल दिल्ली वालों की परेशानी बढ़ा रही है ।टूटी सड़कों से यातायात जाम भी लगता है।
शहर के मुख्य इलाकों को अगर छोड़ दें तो राजधानी के बाहरी इलाकों में सड़कों पर धूल पर नियंत्रण के उपाय नजर नहीं आते हैं। प्रदूषण के चलते एनसीआर में कोलतार मिक्स रोड़ी तैयार करने के प्लांट बंद होने जा रहे हैं।जिसके चलते प्रदूषण कम होने पर तीन माह बाद फरवरी में ही सड़कों पर कोलतार मिक्स रोड़ी की ऊपरी परत डालने का काम शुरू हो सकेगा।
दिल्ली में सड़कों के रखरखाव का काम मुख्यरूप से लोेक निर्माण विभाग, तीनाेें नगर निगम, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद, छावनी बाेर्ड के पास है। इसके अलावा कुछ सड़कें डीडीए के पास भी हैं।कुल मिलाकर राजधानी में 19 हजार किलोमीटर लंबी सड़कें हैं।इनकी ठीक से सफाई न होना भी प्रदूषण के लिए जिम्मेदार बन रहा है।
किस इलाके में सड़कों की है क्या हालत?
क्षेत्र के कई प्रमुख मार्ग की हालत ठीक नही।कोई निर्माण कार्य की वजह से खस्ताहाल है तो कहीं वर्षों से मरम्मत कार्य नही किये जाने से समस्याएं बढ़ी हैं।
वेस्ट एंक्लेव से न्यू कंझावला रोड जर्जर है क्योंकि इसकी मरम्मत को लेकर लगातार लापरवाही का आलम है।पीडब्ल्यूडी की इस सड़क को बेहतर बनाने के कोई प्रयास नही किए जा रहे हैं।
वहीं प्रशांत विहार के नजदीक आउटर रिंग रोड पर जलबोर्ड की खुदाई के बाद सड़क का निर्माण कार्य पूरा नही किया गया। जिसके कारण यहां से लगातार धूल उड़ रही है। इस संबंध में लोेक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता ओ पी त्रिपाठी से संपर्क करने का प्रयास किया गया, मगर उनसे संपर्क नहीं हाे सका।
यमुनापार
यमुनापार में जगह जगह सड़कें टूटकर बदहाल हो गई हैं।कहीं सड़कें जर्जर हाल में हैं , तो कहीं गड्ढे हो गए हैं। इनके चलते लोगों को आवाजाही में भी दिक्कत होती है। गाजीपुर रोड जगह जगह से टूटी है और उसमें गड्ढे भी हो गए हैं।इसके अलावा हर्ष विहार जेल रोड, सीलमपुर रोड, ब्रह्मपुरी रोड, करावल नगर शनि बाजार रोड, शास्त्री पार्क थाना रोड, घोंडा रोड सहित कई जगहों पर सड़कें टूटी हुई हैं।
दक्षिणी दिल्ली
कालिंदी कुंज से खड्डा कालोनी की ओर जाने वाले मार्ग पर सड़क जगह-जगह से टूटी हुई है।इसके साथ ही आगरा कैनाल रोड पर भी कई जगह टूटी सड़के मौजूद हैं। इनकी वजह से इन मार्गों पर अक्सर धूल उड़ती रहती है।
पश्चिमी दिल्ली
पश्चिमी दिल्ली में बिंदापुर मटियाला रोड, हस्तसाल मेन रोड, हस्तसाल विहार रोड, पालम मेट्रो स्टेशन से पालम रेलवे स्टेशन तक जाने वाली सड़क सहित अनेक ऐसी सड़कें हैं, जो लंबे समय से जर्जर स्थिति में है।
कुछ ऐसी सड़केें भी हैं जिनका एक हिस्सा काफी समय से मरम्मत की बाट जोह रहा है।उत्तम नगर से हस्तसाल एलआइजी फ्लैट की ओर जाने वाली डीडीए मेन रोड ऐसी ही एक सड़क है।
टी-कैंप कृष्णा कालोनी के पास यह सड़क लंबे समय से क्षतिग्रस्त है। यहां वाहनों के गुजरने से धूल का गुबार हमेशा उड़ता ही रहता है। इसी तरह उत्तम नगर होली चौक से हस्तसाल विहार की ओर गुजरने वाली सड़क पिछले कई वर्षों से जर्जर हालत में है।यहां वर्षा के समय कीचड़ व सूखे के समय धूल एक बड़ी समस्या है।