Delhi Pollution: ग्रेप की पाबंदियों के बाद भी प्रदूषण से जुड़ी शिकायतों के निदान में लापरवाही, डेढ़ महीने में सिर्फ 29 प्रतिशत का हुआ समाधान
ग्रेप के दौरान भी वायु प्रदूषण संबंधी शिकायतें निपटाने में हीलाहवाली बरती जा रही है। आलम यह है कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की टीमें प्रदूषण कम करने के लिए अलग अलग जगह जा रही हैं। दिल्ली में यह टीमें 15 विभागों यूपी के एनसीआर में नौ विभागों हरियाणा के एनसीआर शहरों में 15 विभागों और राजस्थान के एनसीआर शहरों में एक विभाग को शिकायत पहुंचा रही हैं।
संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) के दौरान भी वायु प्रदूषण संबंधी शिकायतें निपटाने में हीलाहवाली बरती जा रही है। आलम यह है कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की टीमें प्रदूषण कम करने के लिए अलग-अलग जगह जा रही हैं।
वहीं से विभागों को विभिन्न कमियों व प्रदूषण से जुड़ी शिकायतें कर रही हैं, लेकिन बीते डेढ़ महीने में की गई शिकायतों में करीब 29 प्रतिशत का समाधान नहीं हुआ है।
शिकायतों के निदान में लापवाही होगी घातक
दिल्ली में यह टीमें 15 विभागों, यूपी के एनसीआर में नौ विभागों, हरियाणा के एनसीआर शहरों में 15 विभागों और राजस्थान के एनसीआर शहरों में एक विभाग को शिकायत पहुंचा रही हैं।
इसके अलावा यह केंद्र सरकार के तीन विभागों सीपीडब्ल्यूडी, एनएचएआई और उत्तर रेलवे तक भी अपनी बात पहुंचा रही हैं। तीन अक्टूबर से 20 नवंबर के दौरान इन टीमों ने कुल 462 शिकायतें दर्ज करवाई हैं। इनमें से 394 का हल हो गया है, वहीं 68 शिकायतों का हल नहीं हुआ है।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि इन शिकायतों के निदान को लेकर विभागों की लापरवाही घातक है, लेकिन सख्ती के अभाव में इनके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं हो रही है।
सीपीसीबी की टीमों ने तीन अक्टूबर से 20 नवंबर तक कहां और कितनी शिकायतें की
जगह | कुल शिकायतें | हल शिकायतें | अनसुलझी शिकायतें |
दिल्ली | 282 | 182 | 100 |
यूपी (NCR) | 71 | 58 | 13 |
हरियाणा (NCR) | 98 | 71 | 27 |
कुल | 462 | 394 | 68 |
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