Delhi Rain: रिकॉर्डतोड़ बारिश के बावजूद पश्चिमी दिल्ली में 'सूखे' की मार! मानसून में क्यों है ऐसी स्थिति?
Delhi Rain Update 28 जून को देश की राजधानी दिल्ली में 24 घंटे की बारिश ने 88 साल का रिकॉर्ड तोड़ा था। इतना ही नहीं कुछ ही दिनों की वर्षा ने जुलाई में माह भर की बारिश का कोटा पूरा किया। इसके बावजूद राजधानी में कुछ इलाके अभी भी ऐसे हैं। जो सूखे की मार झेल रहा है। इस खबर के माध्यम से आंकड़ों से समझिए।
संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। इसे जलवायु परिवर्तन का असर कहें या फिर एक साथ कई मौसम प्रणालियों का सम्मिश्रण28 जून को राजधानी में 24 घंटे की वर्षा 88 साल का रिकार्ड तोड़ चुकी है जबकि कुछ ही दिनों की वर्षा ने जुलाई में माह भर की वर्षा का कोटा पूरा कर दिया है।
एक जून से अभी तक सामान्य से 171.1 मिमी ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड
बावजूद इसके पश्चिमी जिला अभी भी 'सूखे' की मार झेल रहा है। हैरानी की बात यह कि ऐसी स्थिति भी जुलाई में ही नहीं बल्कि एक जून से 30 जुलाई तक यानी अभी तक के पूरे मानसून सीजन में देखने को मिल रही है।
मौसम विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में एक जून से अभी तक सामान्य से 171.1 मिमी ज्यादा वर्षा रिकॉर्ड की जा चुकी है। राष्ट्रीय राजधानी के सभी मौसम केंद्रों में वर्षा की अधिकता का आंकड़ा 15.9 से 171.1 मिमी तक है। वहीं तीन जिलों में यह 356.6 से 404.4 मिमी तक है। जबकि दूसरी तरफ पश्चिमी जिले की वर्षा अब भी सामान्य से 69 प्रतिशत कम चल रही है।
दिल्ली के विभिन्न नौ जिलों में एक जून से 30 जुलाई तक हुई वर्षा का ब्यौरा (मिमी में)
दिल्ली के पांच अलग अलग मौसम केंद्रों पर एक जून से 30 जुलाई तक हुई वर्षा का ब्यौरा (मिमी में)
जिला | वर्षा हुई | सामान्य वर्षा | अंतर |
मध्य दिल्ली | 272.2 | 293.3 | -7 प्रतिशत |
पूर्वी दिल्ली | 157.4 | 293.3 | -46 प्रतिशत |
नई दिल्ली | 356.6 | 276.0 | 29 प्रतिशत |
उत्तरी दिल्ली | 404.4 | 249.2 | 62 प्रतिशत |
उत्तरी पूर्वी | 139.1 | 293.3 | -53 प्रतिशत |
उत्तरी पश्चिमी | 334.5 | 189.2 | 77 प्रतिशत |
दक्षिणी दिल्ली | 213.2 | 293.3 | -27 प्रतिशत |
दक्षिणी पश्चिमी | 160.3 | 248.4 | -35 प्रतिशत |
पश्चिमी दिल्ली | 81.5 | 267.0 | -69 प्रतिशत |
स्थान | वर्षा हुई | सामान्य वर्षा | अंतर |
सफदरजंग | 447.1 | 276.0 | 62 प्रतिशत |
पालम | 258.7 | 267.0 | -3 प्रतिशत |
लोधी रोड | 389.5 | 276.0 | 41 प्रतिशत |
रिज | 386.8 | 249.2 | 55 प्रतिशत |
आयानगर | 264.3 | 248.4 | 6 प्रतिशत |
जलवायु परिवर्तन के चलते अब दिल्ली ही नहीं, देश के सभी हिस्सों में भी पैची रैन यानी अलग- अलग जगह अलग हिसाब से वर्षा होने लगी है। कहीं कम होती है तो कहीं ज्यादा। कहीं तेज होती है तो कहीं हल्की या मध्यम। इसीलिए दिल्ली के विभिन्न जिलों और मौसम केंद्रों में भी वर्षा के आंकड़ों में अंतर देखने को मिलता है।
महेश पलावत, उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान एवं जलवायु परिवर्तन), स्काईमेट वेदर
पिछले वर्ष की तुलना में इस साल जुलाई में 82 प्रतिशत कम वर्षा
दिल्ली में इस वर्ष जुलाई में पिछले साल के पूरे महीने की तुलना में अभी तक 82 प्रतिशत कम वर्षा दर्ज की गई है। हालांकि यूं कहने को यह सामान्य से एक प्रतिशत अधिक हो चुकी है। भारत विभाग के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी में 1 से 30 जुलाई के बीच सामान्य 201.9 मिमी के मुकाबले 203.7 मिमी बरसात दर्ज की गई है।
इसके विपरीत पिछले वर्ष पूरे महीने के दौरान 384 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। जुलाई 2023 में दिल्ली की कुल वर्षा सामान्य से 83 प्रतिशत अधिक थी। भारी वर्षा के कारण अनेक इलाकों में बाढ़ की खराब स्थिति से जूझना पड़ा था।मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार जुलाई में वर्षा वाले 17 दिन दर्ज किए गए, जो 2023 और 2022 दोनों में 19 और 2021 में 18 से कम है। इस महीने दिल्ली में किसी भी दिन लू नहीं चली, लेकिन फिर भी उमस का सामना करना पड़ा। इस महीने औसत अधिकतम तापमान 35.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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