Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Delhi: बारिश के दौर ने खोली नगर निगम की पोल, झमाझम वर्षा में बहे करोड़ों रुपयों से हुई नालों की सफाई के दावे

दिल्ली में मानसून से पूर्व करोड़ों रुपये खर्च कर नालों की सफाई से लेकर जलभराव से बचाने के इंतजाम किए थे वह शनिवार को हुई तेज वर्षा में बह गए। अकेले दिल्ली नगर निगम ही नालों की सफाई से लेकर जलभराव के इंतजाम पर 10 करोड़ो रुपये खर्च किए है लेकिन स्थिति जस के तस रही। वजह स्पष्ट है कि नालों की सफाई का कार्य गंभीरता से नहीं हुआ।

By Jagran NewsEdited By: Abhi MalviyaUpdated: Sun, 09 Jul 2023 01:14 AM (IST)
Hero Image
अभी भी कई इलाकों में सड़क किनारे गाद पड़ी हुई है, जिसे उठाया नहीं जा सका है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में मानसून से पूर्व करोड़ों रुपये खर्च कर नालों की सफाई से लेकर जलभराव से बचाने के इंतजाम किए थे वह शनिवार को हुई तेज वर्षा में बह गए। अकेले दिल्ली नगर निगम ही नालों की सफाई से लेकर जलभराव के इंतजाम पर 10 करोड़ो रुपये खर्च किए है, लेकिन स्थिति जस के तस रही। न केवल रिहायशी इलाकों में जलभराव हुआ, बल्कि कॉलोनियों से बाहर मुख्य सड़कों पर भी आकर पानी जमा हो गया।

वजह स्पष्ट है कि नालों की सफाई का कार्य गंभीरता से नहीं हुआ। अभी भी कई इलाकों में सड़क किनारे गाद पड़ी हुई है, जिसे उठाया नहीं जा सका है।

10 करोड़ की राशि हो चुकी है खर्च

वर्षा होने की वजह से यह गाद वापस नालों में जाकर जलभराव की स्थिति उत्पन्न कर रही है। दिल्ली नगर निगम के अधीन 20159 के करीब नाले हैं। इसमें चार फिट तक की गहराई वालों नालों की संख्या 721 है। इसमें निगम अपने कर्मचारियों के माध्यम से सफाई कराता है। साथ ही बड़े नालों में ठेका भी देता है।

निगम सूत्र बताते हैं कि इस वर्ष एमसीडी ने 10 करोड़ रुपये की राशि खर्च कर चुका है। इसमें इन नालों की सफाई से सात हजार मीट्रिक टन भी गाद निकालकर हटाई भी जा चुकी है लेकिन, दिल्ली की स्थिति सुधरी नहीं है। नालों में अब भी गाद आसानी से दिख रही है।

आपके शहर की तथ्यपूर्ण खबरें अब आपके मोबाइल पर