Delhi: रेजिडेंट डॉक्टरों ने अस्पतालों में मांगा CISF-CRPF का घेरा, केंद्र को पत्र लिखकर जताई सुरक्षा की चिंता
Delhi Resident Doctors दिल्ली में रेजिडेंट डॉक्टरों की टीम ने केंद्र सरकार से अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण नहीं मिल पा रहा है ताकि स्वतंत्र रूप से काम कर सकें।
नई दिल्ली, एजेंसी। दिल्ली में रेजिडेंट डॉक्टरों की टीम ने केंद्र सरकार से अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण नहीं मिल पा रहा है, ताकि स्वतंत्र रूप से काम कर सकें। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर अस्पतालों में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF, सीआईएसएफ) या केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF, सीआरपीएफ) की तैनाती की मांग की है।
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन द्वारा लिखे गए पत्र में कहा गया है कि हम अपने देश के सभी डॉक्टरों की ओर से एक विनम्र अनुरोध करना चाहते हैं कि कृपया उनके अस्पताल में CISF/CRPF को तैनात करें ताकि वे एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में स्वतंत्र रूप से काम कर सकें।
शरारती तत्वों से चाहते हैं सुरक्षा
पत्र में कहा गया है कि डॉक्टरों ने COVID के दौरान दिन-रात कड़ी मेहनत की और आज तक वे घर और परिवार से दूर अथक परिश्रम करते हैं। वे केवल सरकार द्वारा मरीजों से नहीं बल्कि समाज के शरारती तत्वों से सुरक्षा चाहते हैं।
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बाउंसरों की हटाया गया
हाल ही में उप निदेशक डॉ वीके शर्मा लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और एसएमटी एसके अस्पताल द्वारा एक पत्र जारी किया गया था, जिसमें कहा गया कि वो एलएमसी और संबंधित अस्पताल में मार्शल/बाउंसर की सेवाओं को तत्काल प्रभाव से हटाना चाहते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मंडाविया के निर्देश के बाद लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और संबंधित अस्पतालों से मार्शलों, बाउंसरों की सेवाएं तत्काल प्रभाव से वापस ले ली गईं।