Delhi Rohini Blast: रहस्यमयी धमाका... अब तक क्या-क्या खुले राज? जांच एजेंसियों ने मौके से जुटाए अहम साक्ष्य
Delhi News दिल्ली के रोहिणी में हुए रहस्यमयी धमाके में अभी तक पुलिस को कुछ अहम चीजें मिली हैं। पुलिस को मौके से सफेद रंग का पाउडर बिखरा मिला है। वहीं पुलिस घटनास्थल से दो-तीन किलोमीटर के दायरे में इस्तेमाल किए गए सभी कंपनियों के मोबाइल नंबरों की जांच करेगी। जानिए आखिर इस मामले में अभी तक क्या-क्या हुआ है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। Delhi Rohini Blast राजधानी दिल्ली के प्रशांत विहार स्थित सीआरपीएफ स्कूल के पास रविवार सुबह हुए तेज धमाके के बाद दिल्ली पुलिस की सभी यूनिटों और केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।
अभी तक क्या-क्या हुआ-
- दिल्ली के रोहिणी के प्रशांत विहार में हुए धमाके के मामले में दिल्ली पुलिस और एजेंसियों के अधिकारियों ने की जांच
- जांच के दौरान अधिकारियों को मौके से सफेद रंग का पाउडर मिसा
- अधिकारियों ने केमिकल पाउडर को जांच के लिए भेजा, आज रिपोर्ट आ सकती है
- धमाके से करीब दो-तीन किलोमीटर के आसपास के सभी कंपनियों के मोबाइल नंबरों को खंगालेगी पुलिस
- आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है पुलिस
- दिल्ली पुलिस को अभी तक कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला है
अधिकारियों ने करीब पांच घंटे तक मौके पर रहकर अपने-अपने स्तर पर छानबीन की और धमाके में इस्तेमाल केमिकल व विस्फोटक पदार्थ के बारे में पता लगाने में जुटे रहे, लेकिन कोई भी एजेंसी किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई।
सफेद रंग का पाउडर मिला
मौके से कुछ तार भी मिले हैं पर उनका इस्तेमाल विस्फोट में किया गया या पहले से वहां पड़े हुए थे, उसकी जांच की जा रही है। जांच एजेंसियों को मौके से जो सफेद रंग का पाउडर बिखरा मिला है, उससे लगता है कि वह कम क्षमता वाला विस्फोटक हो सकता है।जांच एजेंसियों को यह भी शक है कि यह क्रूड यानी देशी बम भी हो सकता है। क्योंकि धमाका तेज था, जिससे सड़क की दूसरी तरफ की दुकानों के भी शीशे टूट गए। एनएसजी ने पूरे इलाके की अत्याधुनिक उपकरणों के जरिए मैपिंग करके जांच की।
घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने आसपास की दुकानों, स्कूलों, घरों, कार्यालयों व सड़कों पर लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को कब्जे लेकर जांच शुरू कर दी है। साथ ही घटनास्थल के दो तीन किलोमीटर के दायरे में विभिन्न मोबाइल कंपनियों के जितने भी नंबरों के इस्तेमाल किए गए, पुलिस मोबाइल कंपनियों से उनका डंप डाटा लेकर जांच करेगी।पुलिस को उम्मीद है कि डंप डाटा व सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाल कर दहशतगर्द के बारे में सुराग मिल सकता है। सीआरपीएफ स्कूल रिंग रोड से बेहद नजदीक है। ऐसे में माना जा रहा है कि दहशतगर्द पहले उस इलाके व जगह की रेकी की हो और उसके बाद विस्फोटक रखने के बाद रिंग रोड से फरार हो गया हो।
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