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Delhi Schools Mega PTM: स्कूलों में मेगा पीटीएम को एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है- मनीष सिसोदिया

Delhi School Mega PTM राजधानी के एक हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में शनिवार को मेगा पीटीएम आयोजित की गई। इस दौरान अभिभावकों के स्वागत के लिए स्कूलों के प्रवेश द्वार से लेकर कक्षाओं तक को रंगोली और फूलों से सजाया गया था।

By Ritika MishraEdited By: GeetarjunUpdated: Sat, 31 Dec 2022 08:36 PM (IST)
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स्कूलों में मेगा पीटीएम को एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है- मनीष सिसोदिया
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी के एक हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में शनिवार को मेगा पीटीएम आयोजित की गई। इस दौरान अभिभावकों के स्वागत के लिए स्कूलों के प्रवेश द्वार से लेकर कक्षाओं तक को रंगोली और फूलों से सजाया गया था। जगह जगह चार्ट पेपर लगाए गए थे। जिसमें कला गतिविधियों और हैप्पीनेस पाठ्यक्रम से संबंधित गतिविधियां दर्शाई गई थी।

अभिभावकों में भी पीटीएम को लेकर उत्साह नजर आ रहा था। कई जगह पर स्कूलों में प्रवेश के लिए लंबी-लंबी लाइनें लगी थी। पीटीएम में छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षकों ने अभिभावकों के साथ संवाद किया। वहीं, अभिभावकों ने शिक्षकों से अपने बच्चों के सीखने-सिखाने,उनके प्रदर्शन को और बेहतर बनाने और आगामी परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर की चर्चा की।

वहीं, स्कूलों में ये मेगा पीटीएम दो पालियों में आयोजित हुई थी। सुबह की पाली की पीटीएम सुबह साढे़ आठ बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे और शाम की पाली की पीटीएम दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक हुई।

वहीं, शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने पांच स्कूलों का दौरा किया और पीटीएम के दौरान अभिभावकों व छात्रों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि आज सभी स्कूलों में मेगा अभिभावकों और शिक्षक बैठक को एक उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। अभिभावक मेगा पीटीएम में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे है और शिक्षकों से बच्चों के लर्निंग, उनके प्रदर्शन को और बेहतर बनाने के तरीकों पर चर्चा कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की प्राथमिकता है कि हर बच्चे को शानदार शिक्षा मिलनी चाहिए क्योंकि बच्चे केवल किसी परिवार का भविष्य मात्र नहीं होते बल्कि देश का भविष्य भी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की शिक्षा प्रणाली की सबसे बड़ी कमी रटने की आदत है और सरकार अब उसे समझने और सीखने की आदत में बदल रही है। सिसोदिया ने अभिभावकों से भी बात की।

सर्वोदय विद्यालय विनोद नगर में एक अभिभावक ने सिसोदिया से बातचीत के दौरान कहा कि जब वे पहली बार इस स्कूल में आई थी तो यहां बुरा हाल था। पढ़ने के लिए कक्ष तक नहीं थे। स्कूल की बिल्डिंग के नाम पर सिर्फ कुछ टेंट लगे होते थे। लेकिन पिछले कुछ सालों में स्कूल में काफी बदलाव आए हैं। उन्होंने कहा कि यह स्कूल अब किसी निजी स्कूल से कम नहीं लगता और इसकी गिनती इलाके के बेहतरीन स्कूलों में होती है।

शिक्षा में आए अंतर को पाटने की मिलकर कोशिश करेंगे अभिभावक और शिक्षक

मेगा पीटीएम के दौरान अभिभावक अपने बच्चे की पढ़ाई को लेकर चिंतित दिखे। बोर्ड के छात्रों के अभिभावक उनकी बोर्ड परीक्षाओं और करियर को लेकर चिंतित थे। जिस पर शिक्षकों ने उन्हें परेशान न होने की सलाह दी। और बच्चों को घर पर पढ़ाई और उनके स्वास्थ्य पर ध्यान देने को कहा।

शिक्षकों ने अभिभावकों से छात्रों के सीखने के अनुभव को बेहतर बनाने के तरीके को लेकर चर्चा की और स्कूलों द्वारा पाठ्यक्रम से संबंधित गतिविधियों से अवगत कराया। साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य पर चर्चा की। शिक्षकों ने अभिभावकों से कहा कि कोरोना महामारी के चलते बीते दो सालों में परीक्षाओं और पढ़ाई पर विराम सा लग गया था।

ऐसे में शिक्षकों ने अभिभावकों से शिक्षा में आए अंतर को पाटने के लिए उनकी भी मदद मांगी। उन्होंने छात्रों से भी परीक्षाओं की अभी से बेहतर तैयारी करने के लिए कहा। साथ ही शिक्षकों ने अभिभावकों से एक से 14 जनवरी तक स्कूलों में चलने वाली उपचारात्मक कक्षाओं में छात्रों को भेजने के लिए कहा।

साथ ही शिक्षकों ने अभिभावकों को 10वीं और 12वीं के छात्रों को सीबीएसई की फरवरी माह में शुरू होने वाली मुख्य परीक्षा और जनवरी में शुरू होने वाली प्रायोगिक परीक्षाओं के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही छात्रों के प्री-बोर्ड परीक्षा के परिणाम और छात्र की अनुपस्थिति को लेकर अभिभावकों से चर्चा की गई।

उपमुख्यमंत्री ने मेगा पीटीएम के दौरान इन स्कूलों में किया दौरा

  • सर्वोदय को-एड विद्यालय, वेस्ट विनोद नगर
  • सर्वोदय कन्या विद्यालय, ईस्ट विनोद नगर
  • डॉ.बी.आर.अम्बेडकर स्कूल आफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस, सूरजमल विहार
  • सर्वोदय बाल विद्यालय, पाकेट-4 फेज-1 मयूर विहार
  • जानकी देवी सर्वोदय बाल विद्यालय, मयूर विहार
पीटीएम के आकर बच्चे के परिणाम के साथ स्कूल में चल रही गतिविधियों की भी जानकारी मिली। स्कूल की तरफ से बच्चों की पढ़ाई पर बहुत ध्यान दिया जाता है। - मो. दिलशाद, अभिभावक

शिक्षकों से काफी सकारात्मक जानकारी मिली है। बच्चे की प्रगति जानने के बाद अब हम भी उसकी कमियों पर ध्यान दे सकेंगे। इससे बच्चों की आगे की पढ़ाई करने में सहायता मिलेगी। - मो. इरशाद, अभिभावक

पीटीएम को लेकर अभिभावकों में बहुत उत्साह देखने को मिला। शिक्षकों ने छात्रों के सीखने के परिणाम को सुधारने के लिए अभिभावकों से भी बच्चे को घर पर पढ़ाई के लिए प्रेरित करने को कहा है। इस पीटीएम से अभिभावकों और अध्यापकों के बीच समन्वय से बच्चों की शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण बढ़ोतरी होगी। -गय्यूर अहमद, प्रधानाचार्य, सर्वोदय बाल विद्यालय नंबर-1, उर्दू माध्यम, जामा मस्जिद

पीटीएम के दौरान बच्चों की परिणाम के साथ-साथ उनके स्वास्थ्य, प्री-बोर्ड परीक्षाओं, उपचारात्मक कक्षाएं, मिनी स्नैक ब्रेक के दौरान हल्का भोजन भेजने और शिक्षकों के व्यवहार पर चर्चा हुई। -रेहाना उमर, उप प्रधानाचार्या, जीजीएसएस,बेला रोड दरियागंज

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