कंगना रनौत के लिए मुसीबत: डीएसजीएमसी भेजेगी कानूनी नोटिस; 'इमरजेंसी' में सिखों को 'गलत तरीके से पेश करने का आरोप'
इमरजेंसी फिल्म को लेकर अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। फिल्म में सिखों की छवि खराब करने की कोशिश का आरोप लगा है। इसे लेकर लगातार उन्हें कानूनी नोटिस भेजे जा रहे हैं। ताजा मामले में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) ने कंगना रनौत को कानूनी नोटिस भेजने का एलान किया है।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। 'इमरजेंसी' फिल्म को लेकर फिल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) और सिख नेताओं के बीच शुरू हुआ विवाद थम नहीं रहा है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने फिल्म अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत को कानूनी नोटिस भेजने की घोषणा की है।
"सिख संत के चरित्र हनन की अनुमति नहीं दी जा सकती"
कालका ने कहा, "रनौत की फिल्म इमरजेंसी में सिखों की छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया है। इस कारण सिख फिल्म का विरोध कर रहे हैं। उसके बाद वह सिखों को लेकर विवादास्पद बयानबाजी कर रही हैं।
कंगना रनौत कोई भी फिल्म बनाएं या किसी भी पात्र की भूमिका निभाएं, लेकिन उन्हें किसी सिख संत या योद्धा के चरित्र हनन की अनुमति नहीं दी जा सकती है।"
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धार्मिक व्यक्ति थे संत जरनैल सिंह भिंडरावाले
उन्होंने कहा, "संत जरनैल सिंह भिंडरावाले एक धार्मिक व्यक्ति थे। उन्होंने कभी भी खालिस्तान की मांग नहीं की। उनके खिलाफ की गई टिप्पणी से सिखों में रोष है।"उन्होंने कहा कि कंगना रनौत अपने मन में किसी भी प्रकार की भ्रांति पाल सकती हैं, लेकिन सार्वजनिक रूप से सिख योद्धाओं के विरुद्ध की जा रही बयानबाजी को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा।
उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से कंगना को समझाने की मांग की है। देशभक्त कौम के विरुद्ध उनकी विवादास्पद बयानबाजी बंद होनी चाहिए।
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