Delhi Traffic Advisory: कई जगहों पर रूट डायवर्ट, जाम से बचने के लिए इन मार्गों का करें इस्तेमाल
Delhi Traffic Advisory जम्मू-कश्मीर हिमाचल प्रदेश पंजाब व चंडीगढ़ से भारी वाहनों से गुरुग्राम व दिल्ली आने के लिए पानीपत से ही राष्ट्रीय राजमार्ग-71ए का करें प्रयोग। गोहाना रोहतक सांपला से होते हुए आसौदा से केएमपी पर पहुंच जाएंगे।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों ने दिल्ली की सीमाओं (बॉर्डर) पर डेरा जमा रखा है। इस कारण दिल्ली समेत आसपास के शहरों का यातायात बुरी तरह से प्रभावित है। आंदोलनरत किसानों से चारों तरफ से घिर चुकी दिल्ली जैसे अन्य शहरों से कट सी गई है।
दिल्ली के बॉर्डर सील होने के कारण कई जगह यातायात डायवर्ट किया गया है, जिस कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है। अन्य इलाकों के बाद अब किसान आंदोलन की आंच दक्षिणी दिल्ली तक भी पहुंच गई है। बुधवार को पुलिस ने कालिंदी कुंज पर भी दिल्ली-नोएडा मार्ग को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया।
वैकल्पिक मार्गो का करें इस्तेमाल
भारी वाहन के लिए
- किसानों के आंदोलन के चलते एनएच-44 से होकर दिल्ली में प्रवेश करना संभव नहीं है। साथ ही किसानों ने सोनीपत से दिल्ली में प्रवेश के अन्य मार्गें को भी जाम कर दिया है। सैकड़ों वाहन कई दिन से जाम में फंसे हैं। इसके साथ ही एनएच-44 से आने वाले वाहनों का दबाव बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए पुलिस प्रशासन यातायात एडवाइजरी जारी की है। इससे वाहन चालक जाम में फंसने से बच सकते हैं।
- जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब व चंडीगढ़ से भारी वाहनों से गुरुग्राम व दिल्ली आने के लिए पानीपत से ही राष्ट्रीय राजमार्ग-71ए का करें प्रयोग। गोहाना, रोहतक, सांपला से होते हुए आसौदा से केएमपी पर पहुंच जाएंगे।
हल्के वाहन
- राष्ट्रीय राजमार्ग-44 का प्रयोग करते हुए सोनीपत स्थित राई से केएमपी पर पहुंच जाएं। वहां से बादली, फरुखनगर व मानेसर के रास्ते दिल्ली पहुंच सकते हैं।
- केएमपी व केजीपी के जरिये मानेसर से राष्ट्रीय राजमार्ग-48 व गाजियाबाद से राष्ट्रीय राजमार्ग-34 से होकर दिल्ली में प्रवेश कर सकते हैं।
- राई से केजीपी का प्रयोग करते हुए खेकड़ा, शहादरा तथा गाजियाबाद से होते हुए दिल्ली जा सकते हैं।
- सोनीपत से दिल्ली जाने वाले दोपहिया चालक गांवों से होकर निकलने वाले स्थानीय रास्तों से होते हुए दिल्ली जा सकते हैं।
टीकरी के बाद अब झाड़ौदा बॉर्डर सील
टीकरी बॉर्डर के बाद द्वारका जिला स्थित झाड़ौदा बॉर्डर भी बुधवार को सील कर दिया गया। इससे बहादुरगढ़ जाने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है। हालांकि ढांसा, बाकरगढ़, झटीकरा बॉर्डर पर आवाजाही बनी हुई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सूचना मिली थी कि दिल्ली में प्रवेश को लेकर किसान अब उन बॉर्डर का इस्तेमाल कर सकते हैं, जिन पर आवाजाही हो रही है। इनमें झाड़ौदा बॉर्डर को लेकर विशेष आशंका जताई गई थी। इस बॉर्डर का इस्तेमाल कर नजफगढ़ के रास्ते किसान पहले पश्चिमी और फिर नई दिल्ली में प्रवेश कर सकते थे। एक बार दिल्ली में दाखिल होने के बाद यदि किसान नजफगढ़ भी पहुंच जाते तो दिल्ली देहात का शहरी क्षेत्र से संपर्क कट सकता था। इससे परेशानी बढ़ सकती थी। ऐसा न हो, इसके लिए पुलिस ने इस बॉर्डर को फिलहाल बंद करने का निर्णय लिया।
बहादुरगढ़ जाना कठिन हुआ
झाड़ौदा बॉर्डर के सील होने से अब बहादुरगढ़ जाना कठिन हो गया है। क्षेत्र के लोग अब वैकल्पिक मार्ग के तौर पर ढांसा व बाकरगढ़ बॉर्डर का इस्तेमाल कर रहे हैं। लेकिन, समस्या यह है कि इसके लिए ढांसा रोड का इस्तेमाल करना पड़ेगा, जिससे दूरी काफी बढ़ जाएगी। इसके अलावा अभी मेट्रो से जुड़े निर्माण कार्य ढांसा स्टैंड के पास चल रहे हैं। यहां पहले से ही जाम की समस्या है। यदि यहां वाहनों का दवाब बढ़ेगा तो इससे यहां जाम की समस्या और भी गंभीर रूप ले सकती है।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो