IPS अधिकारी ने दिखाया बड़ा दिल, घायल बाइक सवार को पहुंचाया अस्पताल; खुद उठाया पूरा खर्चा
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के उपायुक्त शशांक जायसवाल ने महिपालपुर बाईपास पर गंभीर रूप से घायल बाइक सवार को अस्पताल पहुंचाया और उसके इलाज का खर्च उठाने की पेशकश की। अनिल कुमार नामक बाइक सवार दिल्ली जल बोर्ड में कार्यरत हैं और एक दुर्घटना में घायल हो गए थे। आईपीएस जायसवाल ने उन्हें ऑटो में बैठाकर स्पाइनल इंजरी सेंटर पहुंचाया और डॉक्टरों से उनका इलाज करवाया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली जैसे शहर में जहां लोग सड़कों पर घायल राहगीरों को देख किनारा कर लेते हैं, वहीं यहां ऐसे भी अधिकारी हैं जो घायल व्यक्ति को न सिर्फ अस्पताल पहुंचाते हैं बल्कि उसके उपचार में आए खर्च को भी उठाने को तैयार होते हैं।
ऐसा ही एक मामला महिपालपुर बाईपास के पास देखने को मिला, जहां गंभीर रूप से घायल बाइकसवार को सड़क पर पड़ा देख आइपीएस शशांक जायसवाल मदद को आगे आए और उन्होंने गंभीर रूप से घायल व्यक्ति की जान बचाते हुए उसे समय पर अस्पताल पहुंचाया और उसके उपचार में आए खर्च की भी पेशकश की।आईपीएस शशांक जायसवाल यातायात पुलिस में उपायुक्त हैं।
घायल को ऑटो में बैठाकर स्पाइनल इंजरी सेंटर ले गए
जानकारी के मुताबिक, रंगपुरा के रहने वाले अनिल कुमार दिल्ली जल बोर्ड में कार्यरत हैं। सोमवार रात करीब आठ बजे वह महिपालपुर बाईपास से गुजर रहे थे तभी टायर के नीच बजरी आने से उनकी बाइक फिसल गई और वह गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गए। सड़क पर खड़े लोग मूकदर्शक बनकर उसे देख रहे थे कि तभी पीछे से आईपीएस शशांक जायसवाल अपनी गाड़ी से उतरकर फरिश्ता बनकर आगे आए और घायल को ऑटो में बैठाया और खुद भी ऑटो में आगे बैठकर घायल को स्पाइनल इंजरी सेंटर ले गए।
इलाज का खर्चा खुद उठाने का लिया फैसला
निजी अस्पताल होने के चलते डाक्टरों ने उपचार का खर्चा बताया जिस पर शशांक जायसवाल ने खुद पूरा खर्च उठाने की जिम्मेदारी लेते हुए डॉक्टरों से उपचार करने को कहा। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज को समय पर उपचार नहीं मिलता तो उसकी जान खतरे में थी। बाइक सवार के होश में आने के बाद आईपीएस अधिकारी ने इलाके के थानाध्यक्ष को अस्पताल में बुलाया और उन्हें मरीज की जिम्मेदारी सौंपकर करीब साढ़े दस बजे वहां से निकले।
प्राइवेट नौकरी छोड़कर की थी यूपीएससी परीक्षा की तैयारी
शशांक जायसवाल वह दिल्ली के रहने वाले हैं। उन्होंने 2006 में दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी से बीटेक किया था। इसके बाद आईआईएम कोझिकोड से एमबीए की डिग्री प्राप्त की। मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी करने के बाद शशांक जायसवाल ने प्राइवेट सेक्टर में लाखों की सैलरी पर नौकरी की थी। उन्होंने अचानक प्राइवेट नौकरी छोड़कर सरकारी नौकरी के लिए यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू करने का फैसला लिया।