दिल्ली परिवहन विभाग की बड़ी कार्रवाई, 7 दिनों में स्क्रैप किए जाएंगे अवैध ई-रिक्शा; फैसले के पीछे है बड़ी वजह
दिल्ली परिवहन विभाग ने अवैध ई-रिक्शा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। अब पकड़े जाने के बाद अवैध ई-रिक्शा को सात दिनों के भीतर स्क्रैप कर दिया जाएगा। यह फैसला स्क्रैप डीलरों के माध्यम से इन ई-रिक्शा के दोबारा सड़कों पर आने की आशंका को देखते हुए लिया गया है। परिवहन विभाग का कहना है कि सबसे ज्यादा शिकायतें ई-रिक्शा के खिलाफ ही मिलती हैं।
वी के शुक्ला, नई दिल्ली। परिवहन विभाग ने पकडे़ जाने के बाद अवैध ई-रिक्शा को स्क्रैप करने के मामले में नियमों में बदलाव कर दिया है। अब कंडम करने के बाद ही स्क्रैप के लिए ई-रिक्शे दिए जाएंगे। परिवहन विभाग स्वयं इन्हें अपने केंद्र में तुड़वाएगा। इसके बाद ये स्क्रैप डीलर को दिए जाएंगे। स्क्रैप डीलर के यहां से फिर से अवैध ई-रिक्शा सड़काें पर आ जाने की आशंका से यह फैसला लिया गया है। बुधवार को पहली बार पकडे़ गए ई-रिक्शा को जेसीबी से तोड़ा गया।
परिवहन का इस समय पूरा फोकस अवैध ई-रिक्शा पर है। इनकी वृद्धि को रोकने के लिए ही दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने जब्त किए गए गैर पंजीकृत ई-रिक्शा को सात दिनों के भीतर खत्म करने का फैसला किया है।जबकि नियमों के तहत पंजीकृत ई-रिक्शा को स्क्रैप करने से पहले केंद्र पर रखने की अवधि 90 दिन है।
भीड़भाड़ कम करने के लिए हुई उच्च स्तरीय समीक्षा
उपराज्यपाल की अध्यक्षता में गत दिनों शहर में भीड़भाड़ कम करने के उपाय को लेकर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक हुई थी। उसके बाद से अवैध रूप से चलने वाले ई-रिक्शा कर कार्रवाई का निर्णय लिया गया था। इस पर अमल करते हुए परिवहन विभाग ने अवैध रूप से चलने वाले ई-रिक्शा कर कार्रवाई तेज कर दी है। इसी माह अभी तक विभाग की टीमों ने 1600 से अधिक अवैध ई-रिक्शे पकड़े हैं।प्रतिदिन 100 अवैध ई-रिक्शे पकड़े जा रहे
पहले प्रतिदिन 50 रिक्शे पकड़े जा रहे थे मगर अब पिछले एक सप्ताह में प्रतिदिन 100 अवैध ई-रिक्शे पकड़े जा रहे हैं। विभाग को सूचना मिली थी कि कुछ ई-रिक्शा माफिया स्क्रैप डीलरों के यहां उन्हें फिर से खरीद लेने के लिए चक्कर लगा रहे हैं, जिसके बाद विभाग ने इन्हें स्क्रैप डीलराें के पास इन्हें कंडम करने का फैसला किया है।शहर में 1.2 लाख पंजीकृत ई-रिक्शा हैं। जबकि जमीन पर ई-रिक्शा की वास्तविक संख्या उससे दोगुनी है।गैरपंजीकृत ई-रिक्शा में नंबर प्लेट नहीं होती है और इसलिए उनका आनलाइन चालान नहीं किया जा सकता है।ये सभी यातायात प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हैं और अक्सर उन सड़कों पर चलते हैं जहां उन्हें अनुमति नहीं है, जिससे यातायात धीमा हो जाता है और भीड़भाड़ होती है।परिवहन अधिकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा शिकायतें ई-रिक्शा के खिलाफ हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।पिछले दो साल में कितने पकड़े गए अवैध ई-रिक्शा
2023 में हुई कार्रवाई
- जनवरी- से मार्च- 834
- अप्रैल से जून- 61
- जुलाई से सितंबर- 1227
- अक्टूबर से दिसंबर- 233
2024 में हुई कार्रवाई
- जनवरी से मार्च- 124
- अप्रैल से जुलाई- 732
- एक अगस्त से 15 अगस्त तक- 716
- 16 अगस्त से 21 अगस्त तक- 361
- 22 अगस्त से 27 अगस्त तक- 612