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Delhi News: देश के लिए अच्छे नागरिक तैयार करना सबकी जिम्मेदारी; एकता की कमी के कारण दो हजार से कम सेना वालों से हार गए युद्ध- प्रो. योगेश सिंह

कुलपति प्रो. योगेश सिंह शुक्रवार को डीयू व पंचनद शोध संस्थान द्वारा भारत 2047 एक सामूहिक संकल्पना विषय पर आयोजित संगोष्ठी एवं पुस्तक विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के लिए अच्छे नागरिक तैयार करने के लिए विश्वविद्यालयों को अधिक मेहनत करने की जरूरत है।

By Geetarjun GautamEdited By: Updated: Fri, 13 May 2022 09:48 PM (IST)
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संगोष्ठी एवं पुस्तक विमोचन में मौजूद दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कुलपति प्रो. योगेश सिंह।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। देश के लिए अच्छे नागरिक तैयार करना सबकी जिम्मेदारी है। 2047 में जब भारत अधिक शक्तिशाली और समृद्ध होगा उस समय इसे संभालने के लिए अच्छे और काबिल नागरिकों की अत्यधिक आवश्यकता होगी। ये बातें दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहीं।

वह शुक्रवार को डीयू व पंचनद शोध संस्थान द्वारा भारत: 2047 एक सामूहिक संकल्पना विषय पर आयोजित संगोष्ठी एवं पुस्तक विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि भारत पहले भी एक शक्तिशाली और समृद्ध देश था लेकिन, एकता की कमी के कारण दो-दो हजार की सेना वाले लोगों से हम युद्ध हार गए।

परिणास्वरूप हमें छह सौ वर्षों की गुलामी झेलनी पड़ी। आगे से ऐसा न हो इसलिए देश के लिए अधिक से अधिक अच्छे नागरिक तैयार करने के लिए विश्वविद्यालयों को अधिक मेहनत करने की जरूरत है। वहीं, भारत: 2047 एक सामूहिक संकल्पना पुस्तक के संपादक व हरियाणा राज्य उच्च शिक्षा परिषद व पंचनद शोध संस्थान के अध्यक्ष प्रो. बृज किशोर कुठियाला ने कहा कि 1798 से ही भारत के बुद्धिजीवी वर्ग में गुलामी की जंजीरों को तोड़ने का सामूहिक चिंतन शुरू हो गया था। लेकिन, यह सामूहिकता अंत तक नहीं बनी रह सकी।

इस कारण आजादी मिलने के समय देश का विखंडन हुआ। जबकि इस तरह की आजादी की किसी ने कल्पना नहीं की थी। उन्होंने कहा कि 2047 में भारत कैसा होगा और कैसे होगा ये एक सामूहिक जिम्मेदारी है।

इस दौरान पुस्तक में लेख लिखने वाले लेखकों, डा. पवन सिंह मलिक, डा. केसी पांडेय, पार्थ सारथी थपलियाल सहित कई लेखकों ने अपने विचार साझा किए। इस दौरान डीयू कुलसचिव डा. विकास गुप्ता, यूजीसी की सदस्य प्रो. सुषमा यादव, आइआइएमसी में प्राध्यापक डा. अनिल सौमित्र सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन संस्थान के दिल्ली प्रांत संयोजक संजय मित्तल ने किया।

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