Delhi Water Crisis: दीवाली तक कई इलाकों में नहीं आएगा पानी, रहेगा जल संकट; DJB ने बताई वजह
दिल्ली में पानी की किल्लत दीवाली तक बनी रहने वाली है। उत्तर प्रदेश सिंचाई नहर के रखरखाव के कारण यूपी के गंग नहर से पानी मिलना बंद हो गया है। यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ने से भी पानी की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। हरियाणा सरकार से यमुना में अमोनिया का स्तर कम करने का अनुरोध किया गया है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष विनय मिश्रा ने रविवार को सोनिया विहार जल शोधन संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश इरीगेशन कैनाल को रखरखाव के लिए 31 अक्टूबर तक बंद किया हुआ है। रख-रखाव के कारण यूपी के गंग नहर से पानी मिलना बंद हो गया है।
सोनिया विहार जल शोधन संयंत्र की क्षमता 140 एमजीडी व भागीरथी जल शोधन संयंत्र की क्षमता 110 एमजीडी है। इस तरह इन दोनों संयंत्रों से 250 एमजीडी पानी आपूर्ति होती है। अपर गंगा कैनाल बंद होने से ये दोनों संयंत्र अभी यमुना के पानी पर निर्भर हैं। लेकिन यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ने की वजह से पिछले कुछ दिनों से दोनों डब्ल्यूटीपी से 30 फीसदी पानी की कम आपूर्ति हो रही है। इससे दिल्ली के कई इलाकों में पानी की समस्या आ रही है।
हरियाणा औद्योगिक कचरा सीधे यमुना में छोड़ रहा
उन्होंने आरोप लगाया है कि हरियाणा अपना औद्योगिक कचरा सीधे यमुना में छोड़ रहा है। जिसके कारण दिल्ली में यमुना प्रदूषित हो रही है। हरियाणा सरकार से निवेदन है कि यमुना में अमोनिया का स्तर कम करें, जिससे डब्ल्यूटीपी अपनी पूरी क्षमता से काम कर सकें और दिल्ली को भरपूर पानी की आपूर्ति मिल सके।सोमवार को सीएम आतिशी के साथ होगी चर्चा
रविवार को प्लांट के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि यमुना में अमोनिया का स्तर 0.9 पीपीएम (पार्ट पर मिलियन) है। जबकि जल बोर्ड के संयंत्र पानी में 0.5 पीपीएम तक अमोनिया होने पर उसका शोधन कर पाने में सक्षम हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि वह सोमवार को मुख्यमंत्री आतिशी से मिलेंगे और इस संबंध में चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में तीन-चार दिन के अंदर प्लांट सौ फीसद की क्षमता से चलेंगे और लोगों को स्वच्छ पानी मिलने लगेगा।
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