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Delhi Weather: दिल्ली के इस हिस्से ने देश में दूसरे सबसे अधिक बारिश की कमी के मामले में दर्ज कराया अपना नाम

Delhi Weather भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मध्य दिल्ली में इस वर्ष मानसून सीजन में अब तक केवल 8.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है और यह देश में दूसरा सबसे अधिक बारिश की कमी वाला जिला है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Updated: Tue, 29 Jun 2021 01:44 PM (IST)
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सेंट्रल दिल्ली देश में दूसरा सबसे अधिक वर्षा की कमी वाला जिला।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आइएमडी) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मध्य दिल्ली में इस वर्ष मानसून सीजन में अब तक केवल 8.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है और यह देश में दूसरा सबसे अधिक बारिश की कमी वाला जिला है।

एक जून से 30 सितंबर तक आधिकारिक तौर पर भारत में मानसून का मौसम माना जाता है। मध्य दिल्ली में एक जून के बाद से सामान्य 53.3 मिमी के मुकाबले केवल 8.5 मिमी यानी 84 फीसद कम बारिश हुई है। जम्मू-कश्मीर के किस्तवाड़ जिले में बारिश की कमी देश में सबसे ज्यादा है। सामान्य से 68.4 मिमी -93 फीसद की कमी के मुकाबले पांच मिमी वर्षा दर्ज की गई है।

राष्ट्रीय राजधानी में पूर्वी दिल्ली में सामान्य 53.3 मिमी के मुकाबले 19.2 मिमी बारिश हुई है। पूवरेत्तर दिल्ली में 20.7 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 61 फीसद कम है और दक्षिणी दिल्ली में सामान्य से 22.2 मिमी 58 फीसद कम बारिश हुई है।

दक्षिण-पश्चिम दिल्ली और नई दिल्ली में अब तक 29.6 मिमी और 27.7 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य वर्षा से 50 फीसद कम है। उत्तरी दिल्ली में 37.7 मिमी बारिश हुई है जो सामान्य से 33 फीसद कम है और उत्तर पश्चिमी दिल्ली में 29.8 मिमी वर्षा जो औसत वर्षा से 22 फीसद कम। केवल पश्चिमी दिल्ली में अब तक सामान्य बारिश हुई है जो 53.5 मिमी।

मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और उत्तर पश्चिम भारत के आसपास के इलाकों में मानसून की पहली बारिश के लिए एक और सप्ताह इंतजार करना होगा। मौजूदा मौसम संबंधी स्थितियों, बड़े पैमाने पर वायुमंडलीय विशेषताओं व गतिशील माडल द्वारा पूर्वानुमान हवा के पैटर्न से पता चलता है कि राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और पंजाब के शेष हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियों के विकसित होने की अभी कोई संभावना नहीं है। दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा बाड़मेर, भीलवाड़ा, धौलपुर, अलीगढ़, मेरठ, अंबाला और अमृतसर से होकर गुजर रही है।

केरल में दो दिन देरी से पहुंचने के बाद, मानसून ने पूरे देश में सामान्य से सात से 10 दिन पहले पूर्वी, मध्य और आसपास के उत्तर-पश्चिम भारत को कवर किया था। मौसम विभाग ने पहले भविष्यवाणी की थी कि हवा प्रणाली 15 जून तक दिल्ली पहुंच सकती है, जो 12 दिन पहले हो गई होगी।

हालांकि, पछुआ हवाएं दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में इसके आगे बढ़ने को रोक रही हैं। आमतौर पर मानसून 27 जून तक दिल्ली पहुंच जाता है और आठ जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है। पिछले साल पवन प्रणाली 25 जून को दिल्ली पहुंची थी और 29 जून तक पूरे देश को कवर कर लिया था। अभी परिस्थितियां मानसून के अनुकूल नहीं हैं।

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