Delhi News: पजामे में छिपाकर कैदी के लिए नशीला पदार्थ लेकर पहुंची महिला, तमिलनाडु पुलिस ने जांच में पकड़ा
दिल्ली की जेल में एक कैदी से मिलने पहुंची उसकी एक महिला जानकार द्वारा लाए गए कपड़े में मादक पदार्थ मिला। तमिलनाडु पुलिस के जवानों ने जब कपड़े पर गौर किया तो पजामे को देखकर उन्हें कुछ संदेह हुआ। पजामे के जिस हिस्से में इलेस्टिक लगी होती है उसके अंदर मादक पदार्थ भरा गया था। बाद में इसे सिल दिया गया।
By Sanjay NidhiEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Tue, 12 Sep 2023 07:26 PM (IST)
पश्चिमी दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली की जेलों में तमाम बंदिशों के बाद अभी भी कैदियों तक नशीला पदार्थ किसी न किसी तरकीब से पहुंचाने की कोशिश रूकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामले में एक कैदी से मिलने पहुंची उसकी एक महिला जानकार द्वारा लाए गए कपड़े में मादक पदार्थ मिला।
प्रारंभिक छानबीन में पता चला कि मादक पदार्थ आरोपित महिला ने उस कैदी के लिए लाया था, जिससे वह मिलने आई थी। जेल प्रशासन ने समय रहते महिला की इस चालाकी को भाप लिया और उसकी कोशिश नाकाम कर दी। बाद में जेलकर्मियों ने इस पूरे मामले से पुलिस को अवगत कराया। अब हरिनगर थाना पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।
पजामे में छिपाकर लाया था मादक पदार्थ
कैदी से मुलाकात करने पहुंची महिला ने कैदी की जरूरत के कुछ कपड़े लाए थे। नियमों के मुताबिक कपड़े कैदियों को सौंपे जाने से पहले उनकी जांच की गई। तमिलनाडु पुलिस के जवानों ने जब कपड़े पर गौर किया तो पजामे को देखकर उन्हें कुछ संदेह हुआ।पजामे के जिस हिस्से में इलेस्टिक लगी होती है, उसके अंदर मादक पदार्थ भरा गया था। बाद में इसे सिल दिया गया। संदेह होने पर जब इलेस्टिक वाले हिस्से को खोलकर देखा गया तो उसमें मादक पदार्थ मिला। पूछताछ में महिला ने अपना नाम अनिता बताया। जिस कैदी के लिए यह नशीला पदार्थ लाया गया था, उसका नाम सलमान पता चला।
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झगड़े की बड़ी वजह नशीला व मादक पदार्थ
जेलों में नशे के आदी कैदियों को इस बुरी लत से छुटकारा दिलाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र है, लेकिन इसके बाद भी कई कैदी इस बुरी लत से खुद को दूर नहीं रख पाते हैं। जेल में कैदियों के बीच होने वाली लड़ाई झगड़े के मामले की सबसे बड़ी वजह नशीला व मादक पदार्थ है। जेल सूत्रों की मानें तो जेलों में कुछ कैदी चोरी छिपे नशीला व मादक पदार्थ बाहर से
मंगाकर अंदर कैदियों को बेचते हैं। नशे के आदी वाले कैदी इन्हें खरीद तो लेते हैं, लेकिन बाद में जब पैसे के भुगतान की बारी आती है तो वे असमर्थता जताते हैं। इसे लेकर मारपीट की घटनाएं होती हैं। इसी तरह कई कैदियों पर दबंग प्रवृत्ति वाले कैदी इस बात का दबाव बनाते हैं कि वे अपने परिचितों को कहें कि जब वे उनसे मिलने आएं तो वे मादक या नशीला पदार्थ किसी तरह उन्हें सौंप दें।यह भी पढ़ें- Delhi: तिहाड़ जेल में सुकेश से मांगी गई लाखों की उगाही, सुरक्षा राशि के रूप में रंगदारी वसूलने का आरोप
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