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दिल्ली महिला आयोग ने नाबालिग बच्ची को कराया मुक्त, स्वाति ने कहा- मानवता दांव पर लगी है

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल जयहिंद ने कहा कि 'इन छोटी बच्चियों से इस तरह काम करवाना अमानवीय कृत्य है। मानवता दांव पर लगी है।'

By Amit MishraEdited By: Updated: Sun, 03 Jun 2018 06:06 PM (IST)
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दिल्ली महिला आयोग ने नाबालिग बच्ची को कराया मुक्त, स्वाति ने कहा- मानवता दांव पर लगी है
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली महिला आयोग ने तीसरी ऐसी बच्ची को बचाया है जिससे जबरन घरेलू काम करवाया जा रहा था। दिल्ली महिला आयोग को सूचना मिली थी कि किंग्सवे कैम्प केे एक घर में 14 साल की बच्ची से काम करवाया जा रहा है, जिसके बाद आयोग की टीम तुरंत पुलिस के साथ मौकेे पर पहुंची और बच्ची को मुक्त कराया।

छोड़कर चली गई मां 

बच्ची की काउंसलिंग की गई तो उसने बताया कि जब वह बहुत छोटी थी तब उसके पिता की मौत हो गयी थी। उसने बताया कि उसके पिता की मौत के बाद उसकी मां उसके सौतेले पिता के साथ रहती थी। बच्ची ने बताया कि उसने एक रिश्ते की बहन से उसे दिल्ली में नौकरी लगवाने के लिए कहा था। उसने इस लड़की को इस घर में फरवरी 2017 में 5000 रुपये प्रतिमाह तनख्वाह पर घरेलू काम करने के लिए रखवाया। वह तब से यहां काम कर रही थी मगर अभी तक उसको 12000 रुपये दिए गए थे, वह भी उसकी बहन को दिए गए थे।

पुलिस ने दर्ज की FIR

जिस घर में लड़की काम करती थी उसके मालिक का ऑटो पार्ट्स का व्यापार है। छुड़वाने के बाद बच्ची को रात में रुकने के लिए शेल्टर होम भेज दिया गया और अगले दिन सुबह उसको बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। बाल कल्याण समिति ने पुलिस को एफआईआर दर्ज करने और उस बच्ची की उम्र जांचने के लिए टेस्ट कराने का आदेश दिया। इस मामले में पुलिस ने जेजे एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है।

मानवता दांव पर लगी है

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल जयहिंद ने कहा कि 'इन छोटी बच्चियों से इस तरह काम करवाना अमानवीय कृत्य है। मानवता दांव पर लगी है। हमें इन बच्चों को स्वस्थ बचपन, अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं देनी चाहिए। सभी लोगों को आगे आना चाहिए और इनकी सहायता करनी चाहिए।' 

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