Delhi Pollution: सितंबर में रिकॉर्ड बारिश के बावजूद दिल्लीवासियों को नहीं मिली 'अच्छी' हवा, बीते दो साल अच्छे थे हालात
इस साल सितंबर में दिल्लीवासियों को एक भी दिन अच्छी श्रेणी की हवा नहीं मिली। 2018 के बाद इस वर्ष एक दिन राजधानी की वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में भी पहुंच गई। सितंबर में 56 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है लेकिन बीच में वर्षा का दौर थमा तो एक ही दिन के लिए एक्यूआई 200 से ऊपर यानी खराब श्रेणी में पहुंच गया।
संजीव गुप्ता, नई दिल्ली। रिकॉर्ड बारिश के बावजूद इस साल सितंबर में एक भी दिन दिल्लीवासियों को 'अच्छी' श्रेणी की हवा नहीं मिल पाई। इतना ही नहीं, 2018 के बाद इस वर्ष एक दिन राजधानी की वायु गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में भी पहुंच गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार इस साल सितंबर में 'संतोषजनक' श्रेणी के दिन पिछले दो सालों की तुलना में अधिक रहे। 'मध्यम' श्रेणी के दिन कम दर्ज किए गए। हैरानी की बात यह है कि एक भी दिन एयर इंडेक्स 50 से नीचे नहीं गया यानी हवा 'अच्छी' श्रेणी में नहीं पहुंची रही। जबकि 2023 और 2022 में दोनों ही साल सितंबर को एक-एक दिन 'अच्छी' श्रेणी की हवा भी नसीब हुई थी।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि इस साल सितंबर में 56 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। माह की सामान्य वर्षा है 123.5 मिमी जबकि हुई है 192.5 मिमी।
2017 से 2024 के दौरान सितंबर में कितने दिन किस श्रेणी की रही हवा
वर्ष | अच्छी | संतोषजनक | मध्यम | खराब |
2017 | 0 | 9 | 18 | 3 |
2018 | 0 | 13 | 16 | 1 |
2019 | 0 | 19 | 11 | 0 |
2020 | 0 | 9 | 21 | 0 |
2021 | 0 | 27 | 3 | 0 |
2022 | 1 | 11 | 18 | 0 |
2023 | 1 | 9 | 20 | 0 |
2024 | 0 | 18 | 11 | 1 |
(30 सितंबर तक)
दिल्ली में प्रदूषण की कारगर दवा बस हवा और वर्षा ही है। बरसात से हवा की ''संतोषजनक'' श्रेणी भी ''अच्छी'' हो जाती है जबकि शुुष्क मौसम इसे 'सामान्य' अथवा 'खराब' श्रेणी में ले आता है। कहने को इस बार सितंबर में अच्छी वर्षा हुई, लेकिन बीच में वर्षा का दौर थमा तो एक ही दिन के लिए सही, एक्यूआइ 200 से ऊपर यानी 'खराब' श्रेणी में पहुंच गया। - डॉ. डी साहा, पूर्व अपर निदेशक, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड