'थप्पड़कांड' पर CM केजरीवाल से माफी की मांग, कर्मचारियों ने किया मौन प्रदर्शन
अधिकारियों ने संदेश दिया कि वो तब तक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखेंगे, जब तक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल माफी नहीं मांगते।
नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ दुर्व्यवहार की घटना के खिलाफ शुक्रवार को भी सरकारी कार्यालयों में आइएएस, आइपीएस और कर्मचारियों ने मौन प्रदर्शन किया। सरकारी कार्यालयों में फरियाद लेकर आने वाले लोगों ने भी इसमें हिस्सा लिया। हालांकि, अधिकारियों ने कामकाज बंद नहीं किया, बल्कि लंच के समय में प्रदर्शन किया।
सीएम से माफी की मांग
अधिकारियों ने यह संदेश दिया कि वो तब तक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखेंगे, जब तक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद इस घटना पर माफी नहीं मांगते। अधिकारियों का कहना है कि सरकार अपने विधायकों को बचाने की कोशिश कर रही है। गत सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई बैठक में मुख्य सचिव के साथ जो घटना घटी, वह किसी और अधिकारी के साथ न हो, इसलिए वे सुरक्षा चाहते हैं।
केंद्रीय मंत्री से हस्तक्षेप की मांग
बता दें कि शुक्रवार को दिल्ली में आईएएस एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह से मुलाकात कर केजरीवाल सरकार पर अफसरों पर दबाव डालकर काम कराने का आरोप लगाया साथ ही मुख्य सचिव से सोमवार रात हुई मारपीट की शिकायत भी की। एसोसिएशन के लोगो ने 'आप' सरकार पर महिला अफसरों से दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाते हुए, केंद्रीय मंत्री जीतेन्द्र सिंह से हस्तक्षेप की मांग की।
जितेंद्र सिंह ने अधिकारियों को दिया भरोसा
जितेंद्र सिंह ने अधिकारियों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि डीओपीटी के अधिकारी इस मामले को देख रहे हैं और जरूरी कार्रवाई की जाएगी, उन्होंने कहा कि यह सरकार का दायित्व है कि अधिकारियों को काम करने का उचित माहौल मिले, जितेन्द्र सिंह के मुताबिक तमाम अधिकारियों ने खुले मन से अपनी बात रखी है, केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार और अधिकारियों में जारी विवाद पर संज्ञान लेते हुए अधिकारियों के एक डेलिगेशन से मुलाकात की है।
मौन रखकर रोष प्रकट करेंगे अधिकारी
दिल्ली आइएएस एसोसिएशन की सचिव मनीषा सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मुख्य सचिव के साथ हुई बदसलूकी की घटना से दिल्ली सरकार के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के विश्वास को क्षति पहुंची है। घटना के विरोध में अधिकारी अपने कार्यालय के बाहर सभी कार्य दिवसों पर पांच मिनट का मौन रखकर रोष प्रकट करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक पक्ष को ठोस कदम उठाने चाहिए, ताकि अधिकारी आत्मसम्मान के साथ कार्य कर सकें।
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