Delhi Pollution: पाबंदी के बावजूद दिवाली पर खूब जले पटाखे, दिल्ली-NCR के कई हिस्सों में जहरीली हुई हवा
Delhi Pollution दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद दिवाली पर खूब आतिशबाजी हुई। देर रात तक पटाखों की आवाज गुंजती रही। गली-मोहल्ले में पटाखे बिकते दिखे। नतीजतन दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खराब से भी खराब श्रेणी में पहुंच गया।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद दिवाली की रात खूब आतिशबाजी हुई। देर रात तक पटाखों की आवाज गुंजती रही। गली-मोहल्ले में पटाखे बिकते दिखे। नतीजतन दिल्ली में प्रदूषण (Delhi Pollution) का स्तर खराब से भी खराब श्रेणी में पहुंच गया। सोमवार-मंगलवार की मध्यरत्रि दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) 323 दर्ज किया गया। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, NCR के कई शहरों की आबोहवा भी जहरीली हो गई।
नोएडा की हवा सबसे खतरनाक
दिवाली पर दिल्ली से नोएडा (Noida AQI) में भी पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर नियमों की खूब धज्जियां उड़ी। बच्चों से लेकर बड़ों तक ने खूब पटाखे फोड़े, जिससे प्रदूषण में इजाफे के साथ AQI 333 रहाI पड़ोसी शहरों गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी कई लोगों ने पटाखे फोड़े। गाजियाबाद में रात के दौरान AQI 301, ग्रेटर नोएडा में AQI 270, गुरुग्राम में 325 और फरीदाबाद में AQI 256 के साथ हवा खराब से बहुत खराब श्रेणी में दर्ज की गई।
408 टीमों के बावजूद लोगों ने जलाए पटाखे
उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने दिवाली पर पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा था कि शहर में पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर विस्फोटक अधिनियम की धारा 9बी के तहत 5,000 रुपये तक का जुर्माना और तीन साल की जेल हो सकती है। पटाखों पर प्रतिबंध लागू करने के लिए कुल 408 टीमों का गठन किया गया था, लेकिन सभी नाकाफी साबित हुई। लोगों ने खूब पटाखे फोड़े, जिससे हवा में जहर घुल गई। पटाखों से निकलने वाले धुएं के कारण कई जगहों पर लोगों ने स्किन में खुजली और आंखों में जलन की शिकायत की।
बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा, 51-100 संतोषजनक, 101-200 मध्यम, 201-300 खराब, 301-400 बहुत खराब, और 401 और 500 गंभीर माना जाता है।