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कभी थी बादशाहों की शानो-शौकत, आज बदहाल, जानें- हवेली हैदर कुली की खासियत

यहां पर कभी ऊंट और घोड़े भी बंधा करते थे और ज्यादातर हिस्सा खाली था। यहां से दूर-दराज के इलाकों में कच्चे सामान की आपूर्ति की जाती थी।

By Amit MishraEdited By: Updated: Wed, 07 Feb 2018 09:01 AM (IST)
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कभी थी बादशाहों की शानो-शौकत, आज बदहाल, जानें- हवेली हैदर कुली की खासियत

नई दिल्ली [जेएनएन]। मुगलकालीन समय से यह इलाका आबाद है। बताया जाता है कि बादशाहों के शासन में हवेली हैदर कुली में उनकी सेना का उच्च अधिकारी रहता था, जिसके नाम पर यह हवेली है। यहां पर कभी ऊंट और घोड़े भी बंधा करते थे और ज्यादातर हिस्सा खाली था। यहां से दूर-दराज के इलाकों में कच्चे सामान की आपूर्ति की जाती थी। साथ ही इलाके की गली नल वाली में एक ऐतिहासिक इमारत भी बनी हुई है, जिसे धरोहर का दर्जा प्राप्त है।

विशेषता

हवेली हैदर कुली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि आवागमन के लिए केवल एक ही बड़ा द्वार है, जहां से लोग आना-जाना करते हैं। पुरानी दिल्ली के ज्यादातर इलाकों में संकरी गलियां हैं, लेकिन इस जगह बड़े वाहन भी आसानी से अंदर जा सकते हैं। यहां के लोग आर्थिक तौर पर काफी संपन्न हैं और करीब ढाई हजार की आबादी यहां बसती है। कूचा घासीराम, फतेहपुरी मस्जिद, खारी बावली, सदर बाजार और कूचा बृजनाथ जैसे कई जगहें चंद कदमों की दूरी पर हैं।

विकास की राह देख रहे लोग 

चांदनी चौक स्थित हवेली हैदर कुली के निवासी विकास की राह देख रहे हैं। सड़कें टूटी, सीवर जाम, साफ-सफाई की व्यवस्था का अभाव, तारों के मकड़जाल, असामाजिक तत्वों का जमावड़ा, अतिक्रमण की समस्या से यहां के लोग त्रस्त हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो पिछले 15 सालों से सड़कें नहीं बनी हैं। सीवर लाइन डाले भी 20 साल होने को आ रहे हैं। खस्ताहाल सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। जगह-जगह सड़क पर गड्ढे हैं। सीवर के ढक्कन टूटे पड़े है। सफाई कर्मचारियों की लापरवाही के चलते इलाके में साफ-सफाई की व्यवस्था भी चरमरा रही है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं।

तारों के मकड़जाल से इलाका बदरंग 

तारों के मकड़जाल से इलाका बदरंग नजर आता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि टेलीफोन की 90 फीसद से ज्यादा तारें बेकार हो चुकी हैं। अब ज्यादातर लोग मोबाइल का प्रयोग करते हैं, लेकिन इलाके में अभी भी टेलीफोन की तारों का जंजाल लटका हुआ है। रही सही कसर बिजली, केबल और इंटरनेट की लटकती तारों ने पूरी कर दी है। कुछ जगहों पर तारों का मकड़जाल इतना है कि उसे देखकर खौफ लगता है कि कहीं कोई हादसा न हो जाए।

साफ-सफाई की व्यवस्था चौपट

इलाके में स्वच्छता के दावों की पोल खुल रही है। सफाई कर्मचारियों के नियमित तौर पर न आने के कारण गलियों में कूड़े का ढेर लगा दिख जाएगा। इस आड़ में व्यावसायिक गतिविधियां करने वाले लोग भी कूड़ा फेंक देते हैं। वहीं, सीवर ठप होने की वजह से सीवर का गंदा पानी भी सड़कों पर बहने लगा है, जिससे स्थिति और ज्यादा बदतर हो गई है। स्थानीय लोगों की शिकायत सुनने को कोई राजी नहीं है। उनका कहना है कि ऐसी अव्यवस्था लंबे समय से बनी हुई है।

सड़के खस्ताहाल, चलना मुहाल

हवेली हैदर कुली इलाके की ज्यादातर सड़कें टूटी हुई हैं। लोगो का कहना है कि 15 साल से नई सड़क नहीं बनी है। टूटी सड़क की मरम्मत का काम भी स्थानीय लोग खुद से करा रहे हैं। सड़कों पर गड्ढों से लोगो की राह मुश्किल हो चुकी है। रात के अंधेरे में लोगों के लिए चलना मुश्किल हो जाता है। भले ही यहां जनप्रतिनिधि हर चुनाव के बाद बदल जाते हों, लेकिन समस्या जस की तस बनी रहती है। विकास के नाम पर इलाके में कुछ भी नहीं हुआ है। यह परेशानी सीवर के टूटे ढक्कनों से ओर ज्यादा बढ़ जाती है।

लोगों की जुबानी

रिहायशी इलाके में व्यावसायिक गतिविधियों के बढ़ने से स्थानीय लोगों की परेशानी बढ़ी है। विकास से यह इलाका अछूता रहा है। इसी कारण यहां समस्याओ का अंबार लगा है। लोग टूटी सड़कों पर चलने को मजबूर हैं।

आरडब्ल्यूए सर्वोदय समिति के अध्यक्ष डॉ. एम.सी शर्मा का कहना है कि टेलीफोन की ज्यादातर तारें खराब हो चुकी हैं, लेकिन फिर भी इन तारों का मकड़जाल खंभों पर लटका है। साथ ही किसी हादसे के होने का भी खतरा बना रहता है। तारों की यह परेशानी स्थानीय लोगों के लिए सिरदर्द बन चुकी है।

आरडब्ल्यूए सर्वोदय समिति के महामंत्री अजीत सिंह यादव ने कहा कि इलाके में पिछले कई सालों से कोई विकास नहीं हुआ है। अगर ऐसा होता तो सड़कें इतनी खस्ताहाल नहीं दिखतीं और न ही ठप पड़े सीवर सिस्टम की वजह से इतनी परेशानी होती। टूटी सड़कों पर बुजुर्ग तो चल भी नहीं सकते।

स्थानीय निवासी अनिल अग्रवाल का कहना है कि चुनाव जीत जाने के बाद इलाके के लोगों की परेशानियों को जानने के लिए कोई नहीं आता। सफाई कर्मियों के नियमित न आने से इलाके में गंदगी फैल रही है। इलाके में व्यावसायिक गतिविधियों के होने से यह परेशानी और ज्यादा बढ़ी है।

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सुझाव

टूटी सड़कों के पुनर्निर्माण के कार्य को जल्द से जल्द शुरू किया जाए। ताकि लोगों की राह आसान हो सके।

ठप पड़ी सीवर लाइन को ठीक किया जाए और पुरानी हो चुकी सीवर लाइन को बदला जाए।

टेलीफोन की बेकार हो चुकी तारों को संबंधित विभाग हटाए, जिससे बदरंग दिखने वाली तस्वीर में कुछ सुधार हो सके।

सीवर के टूटे और धंसे ढक्कनों को बदला जाए।

इलाके में अतिक्रमण करने वालों पर उचित कार्रवाई की जाए।

जनप्रतिनिधि इलाके के लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए उचित कदम उठाएं।

सार्वजनिक तौर कूड़ा फेंकने वालों पर कार्रवाई की जाए।

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