जीबी रोड के कोठा नंबर 59 में पहुंची पुलिस, दो नाबालिग के साथ हो रहा था गंदा काम; सामने आया चौंकाने वाला सच
दिल्ली पुलिस ने जीबी रोड के एक कोठे से दो नाबालिग को छुड़ाने में सफलता पाई है। मध्य जिले के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि सूचना के आधार पर 17 जुलाई की रात्रि को पुलिस टीम जीबी रोड के कोठा नंबर 59 पहुंची और वहां दो लड़कियों को बालिग बताकर वेश्यालय में काम करते हुए पाया। पूछताछ करने पर वे उचित जवाब नहीं दे पा रही थीं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के मध्य जिले के कमला मार्केट स्थित श्रद्धानंद मार्ग की पुलिस टीम ने जीबी रोड से दो नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया और लड़कियों की तस्करी के आराेप में एक महिला और एक व्यक्ति को दस्तावेजों की जालसाजी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से एक मोबाइल फोन, एक सैमसंग नोटबुक, आधार कार्ड की छह फोटोकॉपी, एक पैन कार्ड और अलग-अलग पुरुष और महिलाओं के 14 पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ बरामद किए गए हैं।
मध्य जिले के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि सूचना के आधार पर 17 जुलाई की रात्रि को पुलिस टीम जीबी रोड के कोठा नंबर 59 पहुंची और वहां दो लड़कियों को बालिग बताकर वेश्यालय में काम करते हुए पाया। पूछताछ करने पर वे उचित जवाब नहीं दे पा रही थीं। संदेह होने पर पूछताछ की गई तो पता चला कि दोनों लड़कियां लगभग 17 वर्ष की नाबालिग थीं। इसलिए, दोनों लड़कियों को वेश्यालय से छुड़ाकर एनजीओ काउंसलर को बुलाया गया और शेल्टर होम भेज दिया गया।
पुलिस ने दोनों के दर्ज किए बयान
काउंसलिंग के दौरान पता चला कि वे एक साल पहले किरण देवी के साथ कोठा नंबर 59 में आई थीं और वह उन्हें ऋषि और संजय नाम के एक व्यक्ति के माध्यम से लेकर आई थी। काउंसलिंग के बाद दोनों पीड़ितों की 18 जुलाई को एलएन अस्पताल में मेडिकल जांच कराई गई और उनके बयान दर्ज किए गए।आधार कार्ड में बताया जाता था बालिग
जांच के दौरान पता चला कि एक आरोपी सब्जी मंडी का लाला राम उर्फ सुनील नाबालिग लड़कियों के आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर उन्हें बालिग दिखाने में मदद करता है। इसके बाद आरोपी किरण की निशानदेही पर टीम ने आरोपित लाला राम उर्फ सुनील को भी उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
यह भी पढ़ें- 'डॉक्टरों की भर्ती के लिए एलजी को कई बार लिखा, लेकिन कोई जवाब नहीं', स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज का आरोप
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।