हरियाणा की एक सोसाइटी में हो रही इंसानियत शर्मसार, अमीरों ने खींची दीवार, गरीब लाचार
दीवार के बाद गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले ये परिवार सभी सुख-सुविधाओं के लिए तरस रहे है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। आर्थिक, सामाजिक और जातिगत भेदभाव के मामले पहले ग्रामीण इलाकों से ज्यादा सुनने में आते थे, लेकिन अब दिल्ली से सटे गुरुग्राम में आर्थिक असमानता को लेकर भेदभाव का एक अजब मामला सामने आया है। मामले के मुताबिक, गुरुग्राम में रिचमंड पार्क आरडब्ल्यूए द्वारा दीवार बना कर ईडब्ल्यूएस श्रेणी के फ्लैट में रहने वाले परिवारों के साथ भेदभाव की बात सामने आई है। अब यह मामला गरमाता जा रहा है।
टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग की तरफ से इन्फोर्समेंट टीम ने आरडब्ल्यूए को 28 अप्रैल को कारण बताओ नोटिस जारी कर सात दिन के भीतर दीवार हटाने के निर्देश दिए था, लेकिन अब रिचमंड पार्क आरडब्ल्यूए ने सोसायटी परिसर में एक दीवार बनाकर ईडब्ल्यूएस परिवारों को अलग कर दिया है।
इस दीवार के बाद गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले ये परिवार सभी सुख-सुविधाओं के लिए तरस रहे है। आरडब्ल्यूए ने इन परिवारों को कॉमन एरिया पार्क, जिम, क्लब इत्यादि सुविधाओं से महरूम रखा हुआ है।
यहां रहने वाले अमरजीत कहते हैं कि 21वीं सदी में भी अमीर-गरीब की खाई को और गहरा किया जा रहा है।टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के जिला नगर योजनाकार इन्फोर्समेंट (डीटीपीई) ने आरडब्ल्यूए को कारण बताओ नोटिस देकर 5 मई तक का समय दिया है।
यदि आरडब्ल्यूए कोई जवाब नहीं देती तो इसके बाद विभाग रेस्टोरेशन के निर्देश देगा और उसके बाद दीवार हटा दी जाएगी। वहीं रिचमंड पार्क आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने कहा उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है नोटिस मिलेगी तो जवाब दे दिया जाएगा। सभी सोसायटी में ईडब्ल्यूएस परिवारों का प्रवेश गेट अलग बना हुआ है।