Disha Ravi News: कोर्ट ने टूलकिट मामले में दिशा रवि को दी राहत, 30 मिनट वकील और 15 मिनट मां से करेगी बात
दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को टूलकिट मामले में थोड़ी राहत दी है। पटियाला हाउस कोर्ट ने दिशा रवि को 15 मिनट के लिए अपनी मां और परिवार के सदस्यों से बात करने की अनुमति दी है।
By Prateek KumarEdited By: Updated: Tue, 16 Feb 2021 05:10 PM (IST)
नई दिल्ली, राकेश कुमार सिंह। दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को टूलकिट मामले में थोड़ी राहत दी है। पटियाला हाउस कोर्ट ने दिशा रवि को 15 मिनट के लिए अपनी मां और परिवार के सदस्यों से बात करने की अनुमति दी है। इसके अलावा दिशा 30 मिनट के लिए वकील के साथ कानूनी मुलाक़ात की अनुमति कर सकती है कोर्ट ने इसकी अनुमति दी है। दिशा के वकील की याचिका पर कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया कि हर दिन दिशा 30 मिनट अपने वकील से और 15 मिनट फोन पर परिवार से बात कर सकती हैं। कोर्ट ने ठंड को देखते हुए उनको गर्म कपड़े देने का निर्देश दिया है। इसके अलावा घर का खाना, किताबें, रिमांड कॉपी और एफआईआर की कॉपी मुहैया देने के लिए भी कहा गया है। कोर्ट ने ये ऑर्डर सिर्फ दिशा की पुलिस रिमांड पर रहने के दौरान दिया है।
क्यों हुई है गिरफ्तारी देश की राजधानी में चल रहे किसान आंदोलन के दौरान स्वीडन की पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने एक ट्वीट किया था जिसके बाद टूलकिट की चर्चा जोरों से होने लगी थी। इस टूलकिट के जरिए आंदोलन में एक ट्विटर पर एक खास चीज को ट्रेंड कराने में मदद मिलती है। जिसके कारण यह आंदोलन देश-दुनिया की सुर्खियों में आ जाए। हालांकि ग्रेटा की एक गलती के कारण यह टूलकिट की सच्चाई सामने आ गई और पर्दे के पीछे से इस आंदोलन को सपोर्ट कर रहे खालिस्तानी लिंक की जांच शुरू हो पाई है। दिल्ली पुलिस इस मामले में काफी छानबीन कर चुकी है। दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने समय रहते देश की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले तक पहुंच बना ली और कई राज सामने आ गए।
कौन है दिशा रवि नामी स्कूल माउंट कार्मेल की छात्रा दिशा रवि दिल्ली नहीं बेंगलुरु में रहती है। वहीं से उसकी गिरफ्तारी हुई है। दिशा जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता के रूप में काम कर रही है। वह ग्लोबल क्लाइमेट स्ट्राइक मूवमेंट शुरू करने वाली संस्था एफएफएफ की सह-संस्थापक हैं। यह संस्था 2018 में शुरू हुई थी। इसकी पढ़ाई की बात की जाए तो माउंट कार्मेल कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएशन किया है। फिलहाल वह गुड माइल्क कंपनी में काम कर रही है। दिशा रवि के पिता रवि मैसूरु में एक एथलेटिक्स कोच हैं। वहीं, मां एक गृहिणी हैं। देश में ‘फ्राइडे फॉर फ्यूचर’अभियान के फाउंडर सदस्यों में दिशा रवि भी शामिल हैं।
क्या है दिशा और ग्रेटा थनबर्ग का कनेक्शनग्रेटा थनबर्ग ने किसान आंदोलन के समर्थन में एक टूलकिट के जरिए एक खास ट्वीट कर आंदोलन को और तेज करने की कोशिश की थी। इसके पीछे मकसद था कि भारत की वर्तमान मोदी सरकार को घेर कर देश की छवि को बदनाम किया जा सके। इस मामले पर बवाल मचने के बाद ग्रेटा ने अपना यह ट्वीट हटा लिया था। यह भी पता चला है कि ग्रेटा को टूलकिट की फोटो हटाने के लिए दिशा ने ही कहा था। दिल्ली पुलिस ने 4 फरवरी को ग्रेटा द्वारा शेयर इस टूलकिट को लेकर केस दर्ज किया था।
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