Delhi Metro: मेट्रो में जल्द ही मोबाइल के जरिए हो सकेगा किराया भुगतान, नहीं पड़ेगी स्मार्ट कार्ड की जरूरत
मेट्रो स्टेशनों के आटोमेटिक फेयर क्लेक्शन (एएफसी) गेट के हार्डवेयर में बदलाव व क्यूआर कोड लगाने का काम करीब करीब पूरा हो गया है। एएफसी गेट पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर मेट्रो का किराया भुगतान किया जा सकेगा। अब जल्द ही यह सुविधा शुरू हो जाएगी।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। मेट्रो स्टेशनों के आटोमेटिक फेयर क्लेक्शन (एएफसी) गेट के हार्डवेयर में बदलाव व क्यूआर कोड लगाने का काम करीब करीब पूरा हो गया है। एएफसी गेट पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन कर मेट्रो का किराया भुगतान किया जा सकेगा। अब जल्द ही यह सुविधा शुरू हो जाएगी। इससे यात्रियों को किराया भुगतान के लिए स्मार्ट कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मोबाइल से ही यात्री किराया भुगतान कर सकेंगे। इसलिए बार-बार स्मार्ट कार्ड रिचार्ज कराने का झंझट नहीं रहेगा। इसके अलावा एनसीएमएसी (नेशनल कामन मोबिलिटी कार्ड) से भी किराया भुगतान हो सकेगा।
मौजूदा समय में दिल्ली मेट्रो के सिर्फ एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के सभी छह स्टेशनों पर एनसीएमसी व क्यूआर कोड से किराया भुगतान की सुविधा है। 28 दिसंबर, 2020 में यह सुविधा शुरू हुई थी। एनसीएमसी के रूप में रुपे डेबिट कार्ड का ही इस्तेमाल होता है। एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के अलावा अन्य मेट्रो कारिडोर पर अभी इससे किराया भुगतान की सुविधा नहीं है।
दिल्ली मेट्रो में करीब 70 प्रतिशत यात्री स्मार्ट कार्ड के जरिये किराया भुगतान करते हैं। जिसे हमेशा रिचार्ज कराना पड़ता है। एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन के अलावा दिल्ली मेट्रो के अन्य सभी कारिडोर पर क्यूआर कोड व एनसीएमसी से किराया भुगतान की सुविधा शुरू करने के लिए डीएमआरसी ने पिछले वर्ष फरवरी में दो निजी एजेंसियों को नियुक्त कर उन्हें दिसंबर तक स्टेशनों पर लगे एएफसी गेट को अपग्रेड करने की जिम्मेदारी थी।
बाद में मार्च में काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया। डीएमआरसी के अनुसार प्रत्येक स्टेशन पर प्रवेश व निकास के लिए औसतन दो-दो एएफसी गेट पर क्यूआर कोड लगाया गया है। इस माह के अंत तक या अगले माह से क्यूआर कोड स्कैन कर मोबाइल से किराया भुगतान की सुविधा शुरू हो जाएगी।