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करोड़ों की दवाएं लूट चुका है ये डॉक्टर, घुमंतु जनजातियों का बनाया था गिरोह

भोजपुर थाना क्षेत्र से दो करोड़ रुपये की दवा लूटने के मामले में डाक्टर समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरोह ने सोनीपत से भी दवाएं लूटी थीं।

By Edited By: Updated: Wed, 05 Sep 2018 04:19 PM (IST)
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करोड़ों की दवाएं लूट चुका है ये डॉक्टर, घुमंतु जनजातियों का बनाया था गिरोह
गाजियाबाद (जेएनएन)। एल्फा टीम ने भोजपुर थाना इलाके से दो करोड़ रुपये की दवाइयों की लूट को अंजाम देने वाले डाक्टर समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है। मामले में चार आरोपित फरार हैं, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। आरोपितों से लूटी गई दवा के साथ दो तमंचे, तीन कारतूस, चार चाकू, ईको कार और बिना नंबर का ट्रक व कैंटर बरामद किया है। गिरफ्तार सभी आरोपितों के खिलाफ गैंग्स्टर की कार्रवाई की गई है।

एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि आरोपितों में मेरठ निवासी ऋषि व संजू, लोनी बॉर्डर निवासी सुरेंद्र उर्फ अजरुन, दिल्ली के ज्योतिनगर निवासी ओमबीर, सोनू व असलम और दिल्ली के मंडोली में रहने वाले बीईएमएस डाक्टर अनिल कुमार शामिल हैं। इन्हें सूचना के आधार पर भोजपुर थाना इलाके से सोमवार रात गिरफ्तार किया गया। लूट का मास्टरमाइंड डॉ. अनिल है, जिसका मंडोली में क्लीनिक है। गिरोह का सरगना ऋषि है, जो डाक्टर के संपर्क में रहता है।

अनिल ने 13 अगस्त की रात ऋषि व उसके साथियों संग मिलकर रेकी के बाद मैनकाइंड कंपनी के मथुरा से दवाइयों से भरे आ रहे ट्रक को भोजपुर थाना इलाके में रोक लिया। दो बाइक मेरठ से ही दवा के ट्रक के पीछे लगी थीं। गाड़ी सवार बदमाशों ने सुनसान स्थान पर ट्रक रुकवाया। तमंचे के बल पर ट्रक चालक सुरेंद्र और उसके सहायक को बंधक बनाकर ट्रक को लूट लिया। ट्रक से दवाओं को अनलोड कर दो अन्य ट्रकों में रख दिया। चालक व सहायक को वहीं छोड़कर ट्रक राजनगर एक्सटेंशन में खड़ा कर दिया। सुरेंद्र ने केस दर्ज कराया था।

सोनीपत से भी की है लूट
एसएसपी ने बताया कि गिरोह ने सोनीपत से भी सनफार्मा कंपनी की दवाइयां लूटी थीं। एल्फा टीम द्वारा बरामद दवाओं में 100 कार्टन उक्त कंपनी के भी शामिल हैं। इस बारे में सोनीपत पुलिस को सूचना दी गई है। एसएसपी ने बताया कि फरार आरोपितों में दिल्ली निवासी अशोक कुमार यादव, योगेंद्र उर्फ लल्लू और धर्म सिंह व एक अज्ञात शामिल हैं। पूछताछ के आधार पर इनकी गिरफ्तारी को भी टीम लगाई गई है।

70-30 का रहता है हिस्सा
अल्फा टीम प्रभारी इंस्पेक्टर नजीर अली ने बताया कि ऋषि और उसके साथी घुमंतू जनजाति के लुटेरे हैं, जो दवाओं के अलावा लूटपाट की अन्य घटनाएं भी करते थे। दवाओं की लूट की साजिश डॉ. अनिल रचता था और सूचना भी उसी की होती थी। लूटी गई दवा को खपाने का काम भी डाक्टर ही रचता था। दवा को बेचने के बाद मिले पैसों का 30 फीसद हिस्सा डॉक्टर अपने पास रखता और बाकी गिरोह के अन्य लोगों को देता था। आरोपित दवाओं को हापुड़ में एक कारोबारी को बेचना चाहता था। दवाओं को हापुड़ ले जाने के दौरान ही पुलिस ने आरोपितों को दबोच लिया।

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