दिल्ली की सबसे लंबी लाइन पर कब से चलेगी Driverless Metro, हर ट्रिप पर 40 यात्रियों को होगा लाभ
Pink Line Metro News डीएमआरसी अगले महीने से दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर भी ड्राइवरलेस मेट्रो का संचालन शुरू कर देगा। इस बाबत DMRC की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। अनुमति मिलने के बाद मेट्रो की पिंक लाइन पर ड्राइवरलेस मेट्रो चलने लगेगी।
By Jp YadavEdited By: Updated: Tue, 16 Nov 2021 06:33 AM (IST)
नई दिल्ली, आनलाइन लाइन डेस्क। आधुनिक सेवा, सुविधा और सहूलियत मुहैया कराने के लिए जाने जानी वाले दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) दिसंबर में अपने यात्रियों को नया तोहफा देने जा रही है। इसके तहत डीएमआरसी अगले महीने से दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर भी ड्राइवरलेस मेट्रो का संचालन करेगा। इस बाबत DMRC की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बताया जा रहा है कि अनुमति मिलने के बाद दिसंबर के अंत तक दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर ड्राइवरलेस मेट्रो का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। कुल मिलाकर यात्री अपने सबसे लंबे कॉरिडोर-पिंक लाइन (मजलिस पार्क-शिव विहार) पर ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन का लुत्फ उठा सकेंगे।
दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन के त्रिलोकपुरी खंड का उद्घाटन कुछ महीने पहले हुआ है। ऐसे में मयूर विहार पाकेट-1 और त्रिलोकपुरी संजय लेक स्टेशनों के बीच करीब 289 मीटर लंबा त्रिलोकपुरी खंड 59 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन से पूरी तरह जुड़ गया है। इसके बाद दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन उसका सबसे लंबा कारिडोर बन गया है। पिंक लाइन पर मेट्रो सीधे शिव विहार से मजलिस पार्क बीच चलने लगेगी। इससे पहले ब्ल्यू लाइन (द्वारका से नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी) 56.61 किलोमीटर के साथ सबसे बड़ी लाइन थी। अब 49.31 किलोमीटर लंबाई के साथ तीसरे नंबर पर (समयपुर बादली-हुडा सिटी सेंटर) येलो लाइन है।
अंतिम चरण में पहुंची तैयारी
बताया जा रहा है कि पिंक लाइन पर ड्राइवर लेस मेट्रो का संचालन दिसंबर महीने के अंत तक शुरू करने की कवायद अंतिम चरण में है। DMRC के मुताबिक, 30 किलोमीटर से अधिक लंबे इस रूट पर सिग्नलिंग का काम पूरा कर लिया है। मेट्रो रेल सेफ्टी कमिश्नर (CMRS) अगले कुछ दिनों के दौरान अनअटेंडेड ट्रेन आपरेशंस (UTO) के लिए कारिडोर का निरीक्षणल कर सकते हैं। यूटीओ मोड में ड्राइवर लेस संचालन सीएमआरएस (CMRS) से सुरक्षा मंजूरी के बाद ही अनुमति मिलेगी। तैयारी के बाबत दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों का कहना है कि दिसंबर महीने के अंत तक ड्राइवर लेस मेट्रो का संचालन हर हाल शुरू कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की जयंती यानी 25 दिसंबर को इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया जा सकता है।
जानिये- इसकी विशेषता
ड्राइवेर लेस मेट्रो ट्रेनों के चलने से यात्रियों को कई तरह के लाभ होंगे। सबसे बड़ा लाभ तो यही होगा कि इसमें सबकुछ आटोमैटिक होगा। मेट्रो का गेट खुलने से लेकर बंद होने तक सबकुछ आटोमैटिक होगा। प्रत्येक ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे की लाइव स्ट्रीमिंग कंट्रोल रूम से की जाएगा। इसके लिए कंट्रोल रूम से भी ट्रेन के भीतर लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग के जरिए संपर्क किया जा सकेगा। ऐसे आपात स्थिति में संचालन पर भी काबू पाया जा सकेगा। जाहिर है कि ड्राइवर लेस मेट्रो में LED स्क्रीन के जरिये लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग की जाएगी। हादसा नहीं हो इसके लिए ट्रैक पर ओडीडी डिवाइस लगे होंगे, जो ट्रैक पर आने वाली किसी छोटी रुकावट को हटाकर ट्रेन को पटरी से उतरने यानी डीरेल होने से बचाएगा।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।- पिंक लाइन पर ड्राइवर लेस मेट्रो ट्रेन का संचालन शुरू होने के बाद दिल्ली में ड्राइवरलेस नेटवर्क तकरीबन 96 किलोमीटर लंबा हो जाएगा होगा, जिसमें मजेंटा लाइन भी शामिल है।
- पिंक लाइन के तहत मुकंदपुर से शिव विहार वाली पिंक लाइन और जनकपुरी से बोटानिकल गार्डन वाली मेजेंटा लाइन है। फिलहाल बाटनिकल से जनकपुरी के बीच ड्राइवर लेस ट्रेन का संचालन किया जाता है।
- बता दें कि चालक रहित सभी ट्रेनें 6 कोच वाली हैं और सीबीटीसी यानी ड्राइवरलेस ऑपरेशन तकनीकी से लैस हैं। इसी तरह की ट्रेनों में ड्राइवर केबिन नहीं होगा, इसलिए करीब 40 ज्यादा मुसाफिर सफर कर पाएंगे।
- डेनमार्क, स्पेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी, हंगरी, स्विट्जरलैंड, ब्रिटेन, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है, जहां पर काफी सालों से ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेनों का सफल संचालन किया जाता है।
- ब्राजील, पेरू और चाइल में काफी पहले से ड्राइवर लेस मेट्रो का संचालन किया जाता है।
- चीन ब्राजील और पेरू में भी ड्राइवरलेस मेट्रो का संचालन होता है।