'...तो अगले एक साल में दिल्ली की सड़कों से हट जाएगी DTC बसें', BJP का आतिशी सरकार पर हमला
BJP नेता विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि दिल्ली की सड़कों से लगातार कम हो रही डीटीसी की बसों से जनता की परेशानी बढ़ रही है और यह चिंतनीय है कि दिल्ली सरकार नई बसें खरीदने पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। अगर इस साल दिल्ली सरकार ने कोई भी नई बस नहीं खरीदों तो तीन माह में डीटीसी की 394 बसें दिल्ली की सड़कों से हट जाएगी।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली की परिवहन व्यवस्था खराब होने को लेकर दिल्ली सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की सड़कों से लगातर कम हो रही डीटीसी की बसों से जनता की परेशानी बढ़ रही है और यह चिंतनीय है कि दिल्ली सरकार नई बसें खरीदने पर कोई ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि अगर, इस साल दिल्ली सरकार ने कोई भी नई बस नहीं खरीदेगी तो तीन माह में डीटीसी की 394 बसें दिल्ली की सड़कों से हट जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष ने अपने जारी बयान में कहा कि सरकार को यह पता होने के बावजूद कि ये बसें अपनी उम्र पूरी कर चुकी हैं और इन्हें सड़कों से हटाना ही पड़ेगा, सरकार ने इसकी कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की। साथ ही नई बसें खरीदने की कोई तैयारी भी नहीं की।
डीटीसी की सभी बसें अपनी उम्र पूरी कर चुके
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि वर्तमान में जितनी भी डीटीसी की बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं, वे सब 2008 से 2011 की अवधि में खरीदी गई थीं। इनकी उम्र 10 साल या साढ़े सात लाख किलोमीटर होती है। ऐसे में यह सभी बसें अपनी उम्र पूरी कर चुकी है, ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा के लिए इन्हें सड़क से हटाया जाना जरूरी है।अब तक 225 बसों को पहले ही हटाया जा चुका
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जनवरी से अब तक 225 बसों को पहले ही हटाया जा चुका है। इस तरह से दिसंबर तक कुल 619 बसें दिल्ली की सड़कों से गायब हो चुकी होंगी। इसके बाद डीटीसी के बेड़े में बहुत कम बसें ही रह जाएंगी और वो भी अगले एक साल में खत्म हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि इससे मजबूरन लोग अपने वाहनों का उपयोग करेंगे इससे दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ेगा।
यह भी पढ़ें- Jantar-Mantar: जहां से शुरू हुआ था भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन, दाग धोने भी वहीं पहुंचे केजरीवाल
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।