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DU के कालेजों में पढ़ने वाले इन छात्रों की फीस होगी माफ, विश्वविद्यालय ने मांगी डिटेल्स

कार्यवाहक कुलपति प्रो पीसी जोशी ने कहा कि डीयू युद्धस्तर पर कर्मचारियों के लंबित आर्थिक मामले सुलझाएगा और कोरोना के चलते अभिभावकों को खो देने वाले छात्रों की फीस माफ करेगा। जब तक छात्र डीयू में पढ़ेगा तब तक उससे शुल्क नहीं लिया जाएगा।

By Mangal YadavEdited By: Updated: Sat, 05 Jun 2021 02:25 PM (IST)
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डीयू ने कालेजों से छात्रों का ब्यौरा उपलब्ध कराने को कहा
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय कोरोना संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित उच्च शिक्षण संस्थानों में शामिल है। विगत दो महीने में डीयू ने कई प्रोफेसरों को खो दिया। बड़ी संख्या में छात्र संक्रमित हुए। दिवंगत शिक्षकों, गैर शिक्षण कर्मचारियों को श्रद्धांजलि देने के लिए शुक्रवार को सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन किया गया। कार्यवाहक कुलपति प्रो पीसी जोशी, कुलसचिव डा विकास गुप्ता ने हवन भी किया। इस दौरान कार्यवाहक कुलपति भावुक हो गए। उन्होने कहा कि डीयू युद्धस्तर पर कर्मचारियों के लंबित आर्थिक मामले सुलझाएगा और कोरोना के चलते अभिभावकों को खो देने वाले छात्रों की फीस माफ करेगा। जब तक छात्र डीयू में पढ़ेगा तब तक उससे शुल्क नहीं लिया जाएगा।

डीन आफ कालेज प्रो बलराम पाणि ने कहा कि सभी कालेजों को इस बाबत एक पत्र लिखा गया है। उनसे गुजारिश की गई है कि सोमवार तक ऐसे छात्रों की सूची सौंपें, जिन्होने कोरोना काल में अपने माता-पिता को खो दिया है। एक कालेज प्राचार्य ने कहा कि डीयू की यह पहल स्वागतयोग्य है। बहुत से छात्रों को इस समय आर्थिक मदद की दरकार है।

मदद को आगे आए कालेज

  • राजधानी कालेज ने जरुरतमंद छात्रों के घर तक किताबें पहुंचाई।
  • राजधानी कालेज ने सभी छात्रों की दो हजार रुपये शुल्क माफ की।
  • हंसराज कालेज ने 28 छात्रों की पूरी फीस माफ की।
  • हंसराज कालेज ने 194 छात्रों को दो हजार रुपये आर्थिक मदद की।
  • किरोड़ीमल कालेज स्टूडेंट वेलफेयर फंड से 500 रुपये प्रत्येक छात्रों को वापस देगा।
  • रामानुजन कालेज ने भी आर्थिक मदद के लिए ईमेल आइडी जारी की है।
बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर में डीयू में पढ़ने वाले कई छात्रों के परिजनों की कोरोना की वजह से मौत हो गई है वहीं, कुछ शिक्षकों और कर्मचारियों को भी जान गवांनी पड़ी है। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों की मदद के लिए आगे आया है। डीयू के इस कदम से सैकड़ों छात्रों को राहत मिलने की उम्मीद है। 

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