Delhi Pollution: गोपाल राय बोले- प्रदूषण के लिए यूपी की डीजल बसें जिम्मेदार, निर्माण कार्यों पर लगाई रोक
Delhi Air Pollution राजधानी दिल्ली में दिवाली के बाद एक बार फिर वायु में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। हालात ऐसे हो गए हैं कि लोगों को आंखों में जलन की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
नई दिल्ली, एजेंसी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। इसके मद्देनजर राजधानी में निर्माण एवं विध्वंस कार्यों पर प्रतिबंध लगाया गया है। नियम का सख्ती से पालन कराने के लिए सभी विभागों को निर्देश भी दिए गए हैं। वहीं, गोपाल राय ने दिल्ली में प्रदूषण के लिए यूपी की डीजल बसों को जिम्मेदार ठहराया है।
इसी संबंध में दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने आज यानी रविवार को कहा कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण की समस्या को देखते हुए निर्माण एवं विध्वंस कार्यों पर रोक के लिए सभी विभागों को निर्देश दिए गए हैं। निगरानी के लिए 586 टीमें बनाई गई हैं। साथ ही पानी का छिड़काव तेज करने पर जोर दिया गया है।
ग्रेप का तीसरा चरण लागू, निर्माण कार्य, ईंट-भट्ठे बंद रहेंगे
उल्लेखनीय है कि दिल्ली-एनसीआर के प्रमुख शहरों में एक्यूआइ 400 के करीब पहुंचता जा रहा है। राजधानी दिल्ली में औसत एक्यूआइ 397 दर्ज किया गया। इस बीच, शनिवार की शाम को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने आपात बैठक कर दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप का तीसरा चरण लागू कर दिया। इसके तहत निर्माण कार्य, तोड़फोड़, ईंट-भट्ठे, हाट मिक्स प्लांट आदि के संचालन पर रोक रहेगी।
प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए एक्शन प्लान
- मशीन से सड़कों की सफाई सुनिश्चित करनी होगी।
- धूल को लैंडफिल साइट पर ले जाकर निस्तारण करना होगा।
- व्यस्त समय से पहले सड़कों पर धूल को दबाकर रखने वाले रसायन और पानी का छिड़काव करना होगा।
- सार्वजनिक परिवहन में गैर व्यस्त समय में किराये में कुछ छूट का प्रविधान किया जा सकता है।
- मिट्टी की खोदाई, कच्ची और टूटी सड़कों से वाहनों का आवागमन रोका जाएगा।
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