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Delhi News: चांदनी चौक की सफाई व्यवस्था आज से बेपटरी, PWD और MCD में ठनी; एलजी से हस्तक्षेप की मांग

चांदनी चौक की सफाई व्यवस्था पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। पीडब्ल्यूडी ने सफाई व्यवस्था संभाल रही निजी कंपनी से यह व्यवस्था वापस लेकर एमसीडी को सौंप दी है लेकिन एमसीडी ने पल्ला झाड़ लिया है। निजी कंपनी के बकाया करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये के भुगतान पर भी पेच फंस गया है। जानिए पूरी खबर इस रिपोर्ट में।

By Nimish Hemant Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 08 Sep 2024 08:27 AM (IST)
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चांदनी चौक में सफाई करता निगमकर्मी। फोटो- जागरण

नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। आज से चांदनी चौक की सफाई व्यवस्था के बेपटरी होने का अंदेशा है। ऐसा इसलिए कि पीडब्ल्यूडी ने अब तक सफाई व्यवस्था संभाल रही निजी कंपनी से यह व्यवस्था वापस लेकर एमसीडी को सौंप दी है, लेकिन एमसीडी ने पल्ला झाड़ लिया है।

पीडब्ल्यूडी पर निजी कंपनी के बकाया करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये के भुगतान पर भी पेच फंस गया है। चांदनी चौक के मुख्य मार्ग के पुनर्विकास के साथ ही वर्ष 2021 में यहां सफाई का जिम्मा पीडब्ल्यूडी को दिया गया था, जिसे वह निजी कंपनी से पूरा करा रहा था।

यह दिल्ली में पहला मामला था, जिसमें किसी बाजार की सफाई, कूड़ा निस्तारण व देखभाल का जिम्मा उसे मिला। मौजूदा निजी कंपनी द्वारा पिछले दो वर्ष से सफाई व्यवस्था संभाली जा रही थी, जिसमें पत्थरों की सड़कों, फुटपाथ व सेंट्रल वर्ज की धुलाई, घिसाई, झाड़ू लगाने व नालियों को साफ करने के साथ कूड़ा उठाने का काम था।

दो बार काम बंद कर चुकी है निजी कंपनी

बीच-बीच में भुगतान का पेच पीडब्ल्यूडी व एमसीडी में फंसने की स्थिति में दो बार निजी कंपनी ने अल्पकाल के लिए काम बंद कर दिए थे, जिसके चलते चांदनी चौक में हर जगह कूड़े के ढेर नजर आने लगे थे।

चार सितंबर को पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता द्वारा एमसीडी के उपायुक्त को जारी आदेश के अनुसार एक वर्ष से चांदनी चौक के सड़कों, सेंट्रल वर्ज व फुटपाथों के सफाई की व्यवस्था एमसीडी से लेने का आग्रह किया जा रहा है।

वहीं, एमसीडी के प्रवक्ता अमित कुमार ने ऐसे किसी आदेश से इनकार करते हुए बताया कि पूर्व में एक करार है, जिसके तहत चांदनी चौक के सार्वजनिक शौचालयों की साफ सफाई का कार्य एमसीडी द्वारा किया जाएगा, जबकि कूड़ा निस्तारण का कार्य पीडब्ल्यूडी स्वयं करेगा।

भविष्य को लेकर 200 कर्मचारी चिंतित

निजी सफाई कंपनी की ओर से करीब 200 कर्मी चांदनी चौक की सफाई व्यवस्था में 24 घंटे सातों दिन लगे हुए हैं। आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में ये तैनात रहते हैं, लेकिन आठ सितंबर के बाद से ये अपने अंधकारमय भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

कर्मी मंगेश्वर, अनिल, श्रीनिवास व सुपरवाइजर देवेंद्र ने बताया कि उन्हें नहीं पता कि कल क्या होगा, कैसे उनके परिवार का खर्च चलेगा। त्योहार भी आ गया है। ऐसे में उनकी दीपावली भी अंधेरे में कटेगी।

हस्तक्षेप करें उपराज्यपाल: संजय भार्गव

चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय भार्गव ने इस मामले में उपराज्यपाल वीके सक्सेना से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा पिछले वर्ष से ही मिलकर हालात बताने को लेकर एलजी का वक्त मांगा जा रहा है। अगर अब एलजी ने तत्काल हस्तक्षेप नहीं किया गया तो चांदनी चौक कूड़े का ढेर बन जाएगी।