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DUSU Election: दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव के लिए थमा प्रचार, 52 कॉलेजों में पहुंचे प्रत्याशी

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए प्रचार थम गया है। प्रचार के अंतिम दिन शाम पांच बजे तक प्रत्याशियों ने पूरी ताकत से प्रचार किया। डूसू में भाग लेने वाले 52 कॉलेज और विभागों में प्रत्याशी पहुंचे। कालेजों में उत्सव का माहौल नजर आ रहा था। डूसू के साथ कॉलेज और विभागों में आंतरिक चुनाव भी होने हैं।

By uday jagtap Edited By: Geetarjun Updated: Wed, 25 Sep 2024 10:42 PM (IST)
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नार्थ कैंपस में डूसू प्रचार के अंतिम दिन छात्रों द्वारा खूब उड़ाए गए पंपलेट।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। Delhi University Student Union Election: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव के लिए बुधवार से प्रचार थम गया। प्रचार के अंतिम दिन शाम पांच बजे तक प्रत्याशियों ने पूरी ताकत से प्रचार किया। डूसू (DUSU Election) में भाग लेने वाले 52 कॉलेज और विभागों में प्रत्याशी पहुंचे। कालेजों में उत्सव का माहौल नजर आ रहा था।

डूसू के साथ कॉलेज और विभागों में आंतरिक चुनाव भी होने हैं। ऐसे में कॉलेजों में डूसू प्रत्याशियों के साथ स्थानीय कॉलेज के छात्र प्रचार में लगे हुए हैं। अपने-अपने प्रत्याशी के समर्थन में समर्थक नारेबाजी करते रहे और जुलूस निकालते रहे।

टोलियां बनाकर किया प्रचार

उधर, डूसू चुनाव के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी, ABVP) और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई, NSUI) के प्रत्याशियों ने आखिरी दिन टोलियां बनाकर सभी कालेजों में प्रचार किया। एबीवीपी के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी ऋषभ चौधरी, उपाध्यक्ष पद के प्रत्याशी भानु प्रताप सिंह, सचिव पद की प्रत्याशी मित्रविंदा करनवाल एवं सह सचिव पद के प्रत्याशी अमन कपासिया ने कॉलेज व विभागों में पहुंचकर संगठन के कार्यों और एजेंडे से छात्रों को अवगत कराया।

ABVP ने किए वादे

एबीवीपी ने एक बयान में कहा, संगठन छात्र हित के लिए प्रतिबद्ध है। छात्र संघ चुनाव में स्नातकोत्तर छात्रावासों के लिए केंद्रीकृत फार्म आवंटन, सभी विद्यार्थियों के लिए मेट्रो पास, कैंपस में छात्राओं की सुरक्षा की व्यवस्था व सैनेटरी वेंडिंग मशीनें लगवाना, आंतरिक शिकायत समिति व जेन्डर सेंसटाइजेशन सेल को पूर्ण रूप से कार्यान्वित करवाना, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों के लिए एक कोर्स एक शुल्क के मुद्दे के साथ अन्य छात्र हित मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ रही है।

NSUI ने क्या कहा

दूसरी ओर, एनएसयूआई के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार रौनक खत्री और संयुक्त सचिव पद के उम्मीदवार लोकेश चौधरी के समर्थन में राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी के नेतृत्व में मार्च निकाला गया। वरुण चौधरी ने कहा, विश्वविद्यालय में बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए डूसू में मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है।

हम सुनिश्चित करेंगे कि एक बार चुने जाने के बाद, हमारे घोषणापत्र में उल्लिखित सभी पहलें पूरी तरह से लागू करेंगे। महिलाओं के लिए सर्वाधिक कार्य करेंगे। वाम संगठनों आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) और स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने प्रचार किया। अध्यक्ष पद प्रत्याशी सावी गुप्ता, उपाध्यक्ष प्रत्याशी आयुष मंडल, सचिव प्रत्याशी स्नेहा अग्रवाल और संयुक्त सचिव प्रत्याशी अनामिका के ने छात्रों को अपने मुद्दे बताए।

लॉ सेंटर में मौजूद छात्राओं ने कहा, हमारे लिए सुरक्षा और सफाई एक बड़ा मुद्दा है। विभाग में कोई भी प्रवेश कर सकता है, किसी तरह की रोकटोक नहीं है। जबकि बगैर आइकार्ड के प्रवेश वर्जित होना चाहिए। वाशरूम रोजाना साफ नहीं होते। ऐसे मुद्दे इस चुनाव को प्रभावित करने वाले हैं।

कई जगह पोस्टर लगे, कहीं हटाए गए

हाईकोर्ट की टिप्पणी के बाद डीयू प्रशासन ने पोस्टर हटाने की कवायद बुधवार को तेज की। कई दीवारों से पोस्टर और बैनर हटा दिए गए। लेकिन, कई स्थानों पर लगे हुए दिखाई दे रहे थे।