नोटबंदी : ED के बुने जाल में फंसे रोहित, 76 करोड़ काले धन को किया सफेद
नोटबंदी के बाद ईडी के बुने जाल में एक ऐसा व्यक्ति फंस गया, जिसके रिश्ते कई बड़े नेताओं और लोगों से हैं। जी हां, अब ईडी उनसे सारा सच उगलवा रही है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। पेशे से वकील रोहित टंडन को काला धन को सफेद करने के आरोप में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने बुधवार को रोहित टंडन को पूछताछ के लिए बुलाया था। जब उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया तो देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी ने आशंका जताई है कि रोहित टंडन कई नेताओं और बड़े लोगों के करीबी हैं। ईडी से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि रोहित मनी लॉन्ड्रिग में भी शामिल हैं।
बता दें कि रोहित टंडन के दिल्ली स्थित ऑफिस पर पिछले दिनों पड़े छापों में 13.65 करोड़ की नकदी बरामद हुई थी। टंडन पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी खातों के माध्यम से 76 करोड़ के काले धन को सफेद किया है।
ED arrested Rohit Tandon, last night in connection with the ongoing money laundering case against him; to be produced in Court today
— ANI (@ANI_news) December 29, 2016
बताया जा रहा है कि काला धन सफेद करने के मामले में ईडी ने टंडन से पूछताछ भी की थी। इसके बाद बुधवार को दिल्ली में कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर की गिरफ्तारी भी इसी मामले में हुई थी।
कालेधन का कुबेर है रोहित टंडन, बड़े कारोबारियों और सफेदपोश लोगों से है संपर्क
ईडी ने जुटाए अहम सबूत
ईडी ने रोहित टंडन के मोबाइल से व्हाट्सएप के जरिए कई लोगों से बातचीत का ब्योरा भी बरामद किया था। वहीं ईडी की जांच में रोहित समेत कई बड़े कारोबारियों का नाम सामने आया था। ईडी जल्द सभी कारोबारियों से पूछताछ कर सकता है।
वकील के ऑफिस से 13.65 करोड़ बरामद, नोट गिनने की मशीनें भी मिलीं
बैंक मैनेजर से मिले थे अहम सुराग
सूत्रों के मुताबिक, पिछले दिनों छापों में रोहित टंडन के घर से मिले नए नोटों की जांच के दौरान ईडी को कई अहम सुराग मिले थे। इसी आधार पर बुधवार को दिल्ली के कस्तूरबा गांधी मार्ग स्थित कोटक महिंद्रा बैंक शाखा के मैनेजर को गिरफ्तार किया था। साकेत कोर्ट ने उसे पांच दिन की ईडी की कस्टडी में भेज दिया है।
ईडी की पूछताछ में पता चला कि आशीष ने 38 करोड़ रुपये का फर्जी ड्राफ्ट बनाया था। उसने 13 करोड़ रुपये के नोट बदले थे। ईडी ने मैनेजर को हवाला कारोबारी पारसमल लोढ़ा और दिल्ली के वकील रोहित टंडन के साथ संबंध होने के चलते गिरफ्तार किया था।
पहले से संदेह के घेरे में रहे हैं रोहित टंडन
गौरतलब है कि 6 अक्टूबर को आयकर विभाग ने रोहित टंडन की दिल्ली के ग्रेटर कैलाश स्थित टी एंड टी लॉ फर्म पर छापेमारी कर करोड़ों रुपये बरामद किए थे। जांच टीम ने रेड मारकर करीब 13.65 करोड़ रुपये बरामद किए थे।
संदिग्ध खाते की जांच में खुलासा
गौरतलब है कि कोटक महिंद्रा बैंक की शाखा में दो संदिग्ध अकाउंट पाए जाने के बाद यह आयकर विभाग के जांच के दायरे में आ गई थी। ईडी के सूत्रों के अनुसार बैंक मैनेजर आशीष कुमार ने फर्जी नाम से 38 करोड़ रुपये का ड्राफ्ट बनाया जिसे बाद में आयकर विभाग ने कैंसल कर दिया था।
उसने रोहित टंडन के 13 करोड़ रुपये के नोट सीधे बदले थे। रोहित टंडन ने स्वीकार किया है कि आशीष ने 51 करोड़ रुपये लिए और नोट बदले और 1.5 करोड़ रुपये का कमिशन लिया।