दिल्ली में आठ साल की बच्ची को दुष्कर्मी से हुआ HIV, महिला आयोग ने दिल्ली सरकार से की सख्त कार्रवाई की मांग
दिल्ली में आठ साल की बच्ची को दुष्कर्मी से एचआइवी होने के मामले में दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली सरकार को रिपोर्ट देकर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के सरकारी अस्पतालों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं।
By JagranEdited By: Aditi ChoudharyUpdated: Thu, 29 Sep 2022 01:36 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली में दुष्कर्म पीड़िता आठ साल की बच्ची के एचआइवी संक्रमित (Human immunodeficiency virus) होने के बाद सरकारी महकमे में हड़कंप मच गया है। मामला सामने आने के बाद दिल्ली महिला आयोग (Delhi Commission for Women) ने स्वास्थ्य विभाग, दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।
बिहार की रहने वाली है बच्ची
जागरण संवाददाता के मुताबिक, दक्षिणी दिल्ली इलाके में दुष्कर्म की शिकार हुई आठ साल की बच्ची एचआइवी से संक्रमित हो गई है। मूल रूप से बिहार की रहने वाली बच्ची के साथ विगत जून माह में पड़ोस में रहने वाले एक मजदूर ने दुष्कर्म किया था।
अस्पताल ने देर से साझा की रिपोर्ट
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के अनुसार, आरोपित के एचआइवी संक्रमित होने की जानकारी पुलिस ने पीड़िता के अस्पताल से देरी से साझा की, जिसके बाद अस्पताल ने पीड़िता में यौन संक्रामक रोगों (एसटीडी) का पता लगाने के लिए टेस्ट कराया तो वह एचआइवी संक्रमित पाई गई।घर में अकेली बच्ची से किया था दुष्कर्म
आयोग ने इस मामले की रिपोर्ट दिल्ली सरकार को भेजकर लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की है। आरोपित ने इस घटना को उस वक्त अंजाम दिया था, जब बच्ची घर पर अकेली थी और उसकी मां काम पर गई हुई थी। इसके बाद बच्ची को एम्स में भर्ती कराया गया था।
बच्ची के पुनर्वास पर काम कर रहा डीसीडब्ल्यू
स्वाति ने बताया कि बच्ची के शरीर में गंभीर चोटों के निशान थे। उसके साथ दुष्कर्म करने वाला आरोपित एचआइवी संक्रमित था और दुर्भाग्य से बच्ची भी इस वायरस से संक्रमित हो गई है। स्वाति ने कहा कि आयोग फिलहाल बच्ची को परामर्श देने के साथ ही मुआवजा दिलाने और उसके पुनर्वास पर काम कर रहा है।महिला आयोग ने दिल्ली में मजबूत तंत्र बनाने की मांग
उन्होंने कहा कि एचआइवी जैसे गंभीर संक्रामक रोगों को दुष्कर्म पीड़िताओं में फैलने से रोकने व उचित बचाव और उपचार सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत तंत्र समय की आवश्यकता है, लेकिन दिल्ली में ये तंत्र लागू नहीं किया जा रहा है। आयोग ने आरोपितों और पीड़िताओं की एचआइवी जांच को लेकर दिल्ली सरकार और पुलिस को विस्तृत सिफारिशें दी हैं। स्वाति ने कहा कि पीड़ितों और अभियुक्तों के एचआइवी परीक्षण, डाक्टरों द्वारा पहचानी गई उच्च जोखिम वाली पीड़िताओं को पीईपी (पोस्ट-एक्सपोजर प्रोफाइलैक्सिस) देना और अन्य लोगों के बीच पीड़िताओं की गोपनीयता बनाए रखने के लिए एक उपयुक्त व्यवस्था बनाई जानी चाहिए।
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