'राजेंद्र नगर कोचिंग सेंटर हादसे की हो हाई लेवल जांच', दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल
गृह मंत्रालय ने राजेंद्र नगर स्थित राव कोचिंग सेंटर में हुई दर्घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की है। समिति हादसे के कारणों की पहचान करेगी और 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी। कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में लाइब्रेरी में शनिवार शाम जलभराव होने से यूपीएससी के तीन अभ्यर्थियों की मौत हो गई। हादसे के वक्त लाइब्रेरी में करीब 35 अभ्यर्थी पढ़ाई कर रहे थे।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर में जलभराव के कारण तीन सिविल सेवा अभ्यर्थियों की मौत के मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए एक कुटुंब नामक संस्था ने दिल्ली हाईकोर्ट दरवाजा खटखटाया है।
संस्था की तरफ से अधिवक्ता रुद्र विक्रम सिंह ने मामला कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की पीठ के समक्ष उठाया। अदालत ने मामले को सुनवाई के लिए बुधवार को सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया।
ये भी पढ़ें-
- Delhi Coaching Centre Deaths:'बहुत ताकतवर हैं कोचिंग सेंटर संचालक, नकेल कसना मुश्किल'; हादसे पर फूटा छात्रों का गुस्सा
- Delhi Coaching Incident: आधे घंटे की बारिश से लापरवाह सिस्टम में डूबीं तीन जिंदगियां, जलभराव से अनजान थे अभ्यर्थी
न्याय मित्र ने की मामले की जल्द सुनवाई की मांग
उधर, दिल्ली के कई कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण और उल्लंघनों को चिह्नित करने वाले कोर्ट द्वारा नियुक्त न्याय मित्र ने सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट से मामले की पहले सुनवाई करने का आग्रह किया।न्याय मित्र ने ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग सेंटर के बाढ़ग्रस्त बेसमेंट में हुई मौतों की पृष्ठभूमि में अदालत को सूचित किया कि दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) को मास्टर प्लान में एक प्रमुख खंड पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए, जिसके तहत कोचिंग सेंटरों को बेसमेंट में संचालित करने की अनुमति देता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।