एल्विश यादव के घर फायरिंग करने वाले दो शूटर्स दबोचे, हिमांशु भाऊ ने दोनों को दिया था टास्क
दिल्ली पुलिस ने एल्विश यादव के घर पर गोलीबारी करने वाले दो हमलावरों गौरव और आदित्य को गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों हिमांशु भाऊ गैंग से जुड़े हैं। पुलिस के अनुसार दोनों सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए थे। हिमांशु भाऊ ने सिग्नल ऐप के जरिये उन्हें एल्विश पर फायरिंग करने का आदेश दिया था। दोनों को शाहबाद डेरी इलाके से पकड़ा गया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। यूट्यूबर एल्विश यादव के आवास पर अंधाधुंध फायरिंग करने में शामिल दो बदमाश गौरव सिंह उर्फ निक्का और आदित्य तिवारी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार देर रात शाहबाद डेरी से गिरफ्तार कर लिया है।
दोनों अमेरिका में छिपे कुख्यात गैंग्सटर नीरज फरीदपुरिया-हिमांशु उर्फ भाऊ गिरोह के शूटर हैं। बेंटिंग एप का प्रमोशन करने से गुस्से में आकर हिमांशु ने सिग्नल एप के जरिये शूटरों से बात कर उन्हें एल्विश यादव के आवास पर गोलियां चलाने का टास्क दिया था।
जिसपर बाइक से आए तीन शूटरों ने 17 अगस्त को आवास पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। इस मामले में दो आरोपित को हरियाणा पुलिस पहले गिरफ्तार कर चुकी है। शुक्रवार को गुरुग्राम पुलिस की सूचना पर फरीदाबाद पुलिस ने बीते शुक्रवार को फरीदाबाद से ईशांत गांधी को फरीदाबाद में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया था।
उसके एक पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया था। उससे पूछताछ के बाद गुरुग्राम पुलिस ने शूटरों को बाइक उपलब्ध कराने वाले रैपिडो चालक जतिन को फरीदाबाद से गिरफ्तार कर लिया था। जतिन, गिरफ्तार किए गए शूटर गौरव सिंह का भाई बताया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक ईशांत को मुठभेड़ में गाेली लग जाने पर गौरव सिंह आदित्य तिवारी हरियाणा पुलिस से मुठभेड़ से बचने के लिए सेल के समक्ष समर्पण कर दिया। उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर सेल ने आर्म्स एक्ट में दोनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और पूछताछ के बाद उन्हें गुरुग्राम पुलिस को सौंप दिया।
इनमें एक के पास से एक पिस्टल, चार कारतूस और एक मोबाइल बरामद किया गया है। गौरव सिंह, फरीदाबाद का रहने वाला है। वह 2024 में राजस्थान में एक मूर्ति तोड़ने की घटना में शामिल रहा है। आदित्य तिवारी भी फरीदाबाद में रह रहा था। वैसे वह मूलरूप से तैमूर जिला,बिहार का रहने वाला है।
वह फरीदाबाद से बीसीए कर रहा है। पूर्व में उसका कोई आपराधिक इतिहास नहीं रहा है। पूछताछ के दौरान ने नीरज पुरीदपुरिया-हिमांशु भाऊ गिरोह के निर्देश पर फायरिंग करने की बात स्वीकार की। हमले के लिए भाऊ ने उन्हें पैसा, हथियार और रसद का प्रबंध करवाया था।
डीसीपी अमित कौशिक के मुताबिक 17 अगस्त की सुबह 5.25 बजे बाइक से आए तीन बदमाश गुरुग्राम में रहने वाले यूट्यूबर एल्विश यादव के आवास पर आ धमके थे। उनमें दो ने घर पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जबकि एक तीसरा बदमाश बाइक स्टार्ट कर वहीं पर बैठा रह गया था।
वारदात के बाद नीरज फरीदपुरिया ने इंटरनेट मीडिया के जरिए हमले की जिम्मेदारी ली थी। गुरुग्राम पुलिस ने शस्त्र अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत थाना सेक्टर-56 में केस दर्ज कर लिया था। गौरव सिंह और आदित्य तिवारी भी फरीदाबाद के रहने वाले हैं।
दोनों नीरज फरीदपुरिया-हिमांशु भाऊ के निर्देश पर दिल्ली में एक और लक्षित हत्या के लिए फिर से इकट्ठा हो रहे थे। शूटरों ने शुरू में भारत-नेपाल सीमा की ओर भागने का प्रयास किया, लेकिन सरगना ने उन्हें दिल्ली में एक नए काम के लिए वापस लौटने का निर्देश दिया।
एसीपी राहुल कुमार सिंह, इंस्पेक्टर पूरन पंत, इंस्पेक्टर रवि तुषीर और इंस्पेक्टर ब्रह्म प्रकाश के नेतृत्व में स्पेशल सेल की टीम ने 24 अगस्त को खेड़ा नहर, शाहबाद डेरी, रोहिणी से दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
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