दिल्ली के इस इलाके में चल रही 100 से ज्यादा अवैध फैक्ट्रियां, प्रशासन के नोटिस को मान रहे कागज का एक टुकड़ा
दिल्ली के जौहरीपुर गांव में धड़ल्ले से अवैध फैक्ट्रियां नगर निगम के नोटिस के बाद भी चल रही हैं। नगर निगम के नोटिस को फैक्ट्री संचालक महज एक कागज का टुकड़ा मान रहे हैं। गांव के लोगों ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि गांव में रहने वाले निगम के एक पूर्व लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर ने गांव को अवैध औद्योगिक क्षेत्र बनाया हुआ है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। जौहरीपुर गांव में धड़ल्ले से अवैध फैक्ट्रियां नगर निगम के नोटिस के बाद भी चल रही हैं। नोटिस को वह लोग सिर्फ कागज का एक टुकड़ा मान रहे हैं। तेजाब, प्लास्टिक रिसायकिल समेत कई फैक्ट्रियां चल रही हैं।
डीपीसीसी पर दिल्ली में प्रदूषण को रोकने की जिम्मेदारी है, लेकिन अधिकारी गांव में प्रदूषण का हाल लेने को तैयार नहीं है। उधर प्रदूषण कम करने के दावे किए जा रहे हैं।
लोगों ने लगाए गंभीर आरोप
गांव में सौ से अधिक फैक्ट्रियां अवैध तरीके से चल रही हैं। गांव के लोगों का आरोप है कि गांव में रहने वाले निगम के एक पूर्व लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर ने गांव को अवैध औद्योगिक क्षेत्र बनाया। लोग किराये पर जमीन देकर फैक्ट्रियां चलवा रहे हैं। यहां तक आरोप है कि जिन लोगों को नोटिस दिए हैं।
जौहरीपुर गांव में निगम के नोटिस के बाद भी चल रही हैं अवैध फैक्ट्रियां।
उनके पास गांव में रहने वाले निगम के कर्मचारी पहुंच रहे हैं और फैक्ट्री संचालकों से 50 से एक लाख रुपये की मांग करके कह रहे हैं वह नोटिस को निरस्त करवा देंगे। गांव के लोगों का कहना है जब इतनी फैक्ट्रियां चल रही हैं तो इसे औद्योगिक क्षेत्र घोषित कर देना चाहिए। वहीं निगम के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि कार्रवाई होगी।
प्रदूषण को जो दे रहे बढ़ावा उनके खिलाफ भी हो कार्रवाई
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के पूर्व महापौर श्याम सुंदर अग्रवाल ने कहा कि जौहरीपुर गांव में धड़ल्ले से अवैध फैक्ट्रियां चल रही हैं। निगम फैक्ट्री संचालकों को नोटिस दे रहा है।
सके बाद भी लोग बिना किसी चिंता के फैक्ट्रियां चला रहे हैं। उन्होंने एलजी से मांग कि मौजूदा व पूर्व पार्षद व विधायकों के चाहे वह जिस पार्टी के हो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, जिनके संरक्षण में यह फैक्ट्रियां चल रही हैं। लोगों का जीवन अनमोल है।