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गर्भावस्था के बाद भी 17 प्रतिशत महिलाएं हो जाती हैं डायबिटीज का शिकार, देश में 100 में से 7 महिलाएं हैं पीड़ित

गर्भावस्था में डायबिटीज महिलाओं के लिए एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या है। सामान्य तौर यह बीमारी प्रसव के बाद दूर हो जाती है लेकिन यदि इसका ठीक से निदान न किया जाए तो यह ताउम्र साथ रहकर परेशानी कारण बन सकती है। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि गर्भावस्था में डायबिटीज से पीड़ित 17.1 प्रतिशत महिलाएं प्रसव के बाद भी इस बीमारी से पीड़ित रहती हैं।

By Ranbijay Kumar SinghEdited By: Nitin YadavUpdated: Mon, 04 Sep 2023 03:34 PM (IST)
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गर्भावस्था के बाद भी 17 प्रतिशत महिलाएं डायबिटीज से हो जाती हैं पीड़ित।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। गर्भावस्था में डायबिटीज महिलाओं के लिए एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या है। सामान्य तौर यह बीमारी प्रसव के बाद दूर हो जाती है, लेकिन यदि इसका ठीक से निदान न किया जाए तो यह ताउम्र साथ रहकर परेशानी कारण बन सकती है।

एम्स के डाक्टरों द्वारा बांग्लादेश और श्रीलंका के डाक्टरों के साथ मिलकर किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि गर्भावस्था में डायबिटीज से पीड़ित 17.1 प्रतिशत महिलाएं प्रसव के बाद भी इस बीमारी से पीड़ित रहती हैं। प्रेग्नेंसी दर अधिक, मोटापा, फैमिली हिस्ट्री और अधिक उम्र गर्भावस्था में डायबिटीज का कारण बनती है।

एम्स का यह शोध डायबिटीज रिसर्च व क्लीनिकल प्रैक्टिस मेडिकल जर्नल में यह शोध प्रकाशित हुआ है। इस शोध में एम्स के अलावा सेंटर फार क्रानिक डिजीज कंट्रोल (सीसीडीसी), बांग्लादेश व श्रीलंका के अस्पताल, यूनिवर्सिटी आफ सिडनी के डाक्टर शामिल थे।

भारत में बांग्लादेश और श्रीलंका से बेहतर है स्थिति

इस अध्ययन में गर्भावस्था में डायबिटीज की बीमारी से पीड़ित भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका के 19 अस्पतालों की 1808 महिला मरीज शामिल की गईं। जिसमें से 47.8 प्रतिशत महिलाएं भारत की, 23.8 प्रतिशत महिलाएं बांग्लादेश और 28.4 गर्भवती महिलाएं श्रीलंका की रहने वाली थीं। इसमें सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ निजी अस्पतालों की महिला मरीज भी शामिल थीं।

प्रसव के बाद 17.1 प्रतिशत महिलाओं में पाई जाती है डायबिटीज

महिलाओं की औसत उम्र 31 वर्ष थी। इनमें से 18.5 प्रतिशत महिलाएं कामकाजी थीं। वहीं 1042 (59.4 प्रतिशत) महिलाएं दसवीं कक्षा से कम पढ़ी लिखी थीं। प्रसव के करीब पौने दो वर्ष बाद तक 17.1 प्रतिशत महिलाएं डायबिटीज से पीड़ित पाई गईं।

इस आधार पर यह निष्कर्ष निकाला गया कि सौ में से 10.75 महिलाएं प्रसव के बाद भी डायबिटीज से पीड़ित रहती हैं। बांग्लादेश में यह समस्या अधिक है। बांग्लादेश में 100 में से 16.49, श्रीलंका में 100 में से 12.74 और भारत में 100 में से 7.21 महिलाएं प्रसव के बाद डायबिटीज से पीड़ित रहती हैं। मोटापा, फैमिली हिस्ट्री, एक से अधिक बार गर्भधारण कर चुकीं महिलाओं में यह समस्या अधिक देखी गई।

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