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Delhi: मरीजों की परेशानी होगी दूर, सफदरजंग अस्पताल में अगले माह से शुरू शाम को भी चलेगी OPD

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) में दिन की ओपीडी में इलाज के लिए पंजीकरण बंद होने के बाद मरीजों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए अगले माह एक अक्टूबर से सफदरजंग अस्पताल में शाम की ओपीडी शुरू होगी। यह ओपीडी अस्पताल में कोरोना के इलाज के लिए बने मेक शिफ्ट सेंटर में चलेगी। इसमें मेडिसिन जनरल सर्जरी और पीडियाट्रिक इन तीन विभागों की ओपीडी होगी।

By Ranbijay Kumar SinghEdited By: GeetarjunUpdated: Sun, 17 Sep 2023 01:42 AM (IST)
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मरीजों की परेशानी होगी दूर, सफदरजंग अस्पताल में अगले माह से शुरू शाम को भी चलेगी OPD
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सफदरजंग अस्पताल (Safdarjung Hospital) में दिन की ओपीडी में इलाज के लिए पंजीकरण बंद होने के बाद मरीजों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए अगले माह एक अक्टूबर से सफदरजंग अस्पताल में शाम की ओपीडी शुरू होगी। यह ओपीडी अस्पताल में कोरोना के इलाज के लिए बने मेक शिफ्ट सेंटर में चलेगी। इसमें मेडिसिन, जनरल सर्जरी और पीडियाट्रिक इन तीन विभागों की ओपीडी होगी।

इससे सामान्य बीमारियों से पीड़ित होने वाले ज्यादातर मरीज इस ओपीडी में अपना इलाज करा सकेंगे। यह जानकारी सफदरजंग अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वंदना तलवार ने दी। यह पहला सरकारी अस्पताल होगा जहां शाम तक ओपीडी सेवा उपलब्ध होगी।

अस्पताल की पहली महिला चिकित्सक

उन्होंने करीब तीन माह पहले ही अस्पताल में चिकित्सा अधीक्षक की कमान संभाली है। वह सफदरजंग अस्पताल की पहली महिला चिकित्सा अधीक्षक हैं। उन्होंने बताया कि अभी अस्पताल की जनरल ओपीडी में इलाज के लिए दिन में 11.30 बजे तक पंजीकरण होता है। इसके बाद इमरजेंसी में भीड़ बढ़ जाती है।

जानिए कब से कब तक होगा पंजीकरण

कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर के पास मेक शिफ्ट सेंटर बनाया गया था। इसमें 28 आईसीयू बेड व वेंटिलेटर थे। इस वेंटिलेटर को मेडिसिन विभाग के आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया है लेकिन मेक शिफ्ट सेंटर अभी बंद पड़ा है। इसमें शाम की ओपीडी शुरू की जाएगी। इसके लिए दिन में 11.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक ओपीडी पंजीकरण होगा और दोपहर 12 बजे से छह बजे तक डॉक्टर मरीज देखेंगे। इससे मरीजों को फायदा होगा और इमरजेंसी में भीड़ कम हो जाएगी।

उन्होंने बताया कि जनरल ओपीडी को भी व्यवस्थित बनाने के लिए सभी सुपर स्पेशियलिटी विभागों की ओपीडी को सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक में स्थानांतरित किया जाएगा। पहले चरण में इंडोक्रिनोलाजी और गैस्ट्रोलॉजी विभाग स्थानांतरित किए जाएंगे। इससे गायनी विभाग और योग के लिए अतिरिक्त जगह उपलब्ध हो जाएगी। दूसरे चरण में मेडिकल आंकोलाजी व हेमेटोलाजी विभाग को स्थानांतरित किए जाने के लिए चर्चा चल रही है। इसके अलावा प्राइवेट ओपीडी में भी इलाज की सुविधा जल्द शुरू होगी। इसमें दस रुपये पंजीकरण शुल्क लगेगा।

इमरजेंसी में होगी सुरक्षा जांच

उन्होंने बताया कि अस्पताल में मौजूद 500 बेड की इमरजेंसी ब्लाक में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई जाएगी। इसके लिए इमरजेंसी ब्लाक के भूतल पर सेना से सेवानिवृत सुरक्षा कर्मियों को तैनात करने के लिए बातचीत चल रही है। इमरजेंसी में पहुंचने वाले मरीजों और स्वजनों की सुरक्षा जांच होगी। एक मरीज के साथ एक स्वजन को अस्पताल में प्रवेश की स्वीकृति मिलेगी।

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कुत्तों के काटने के पीड़ित लोगों के इलाज के लिए शुरू होगा नया क्लीनिक

सफदरजंग अस्पताल में बड़ी संख्या में कुत्तों के कोटने के पीड़ित लोग रेबीज का टीका लगवाने के लिए पहुंचते हैं। इस वजह से टीका लगवाने के लिए पहुंचे लोगों को लंबी लाइन में देर तक इंतजार करना पड़ता है। मौजूदा समय में इमरजेंसी ब्लाक में इसके लिए क्लीनिक चलाया जाता है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार प्रतिदिन करीब 300 लोग रेबीज का टीका लगवाने के लिए पहुंचते हैं।

इसे ध्यान में रखते हुए मेक शिफ्ट अस्पताल में रेबीज का टीका लगाने के लिए एक अलग क्लीनिक जल्द शुरू किया जाएगा। रेबीज से बचाव के लिए शुरुआती टीके इमरजेंसी ही लगेंगे। इसके बाद के टीके मेक शिफ्ट सेंटर में लगाया जाएगा।

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बड़े अस्पताल सफदरजंग में मरीज न करें रेफर, अस्पताल प्रशासन ने की मांग

सफदरजंग अस्पताल एम्स के बाद दिल्ली का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल है। सफदरजंग अस्पताल में देश का सबसे बड़ा इमरजेंसी सेंटर है। इस वजह वजह से पूरे एनसीआर व दिल्ली के छोटे अस्पतालों से तो इस अस्पताल में रेफर किए ही जाते हैं, आरएमएल और एम्स जैसे बड़े अस्पतालों से भी मरीज सफदरजंग स्थानांतरित किए जाते हैं।

मरीजों के बढ़ते भीड़ के मद्देनजर सफदरजंग अस्पताल प्रशासन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय से ऐसी व्यवस्था बनाने की मांग की है ताकि तृतीयक स्तर के बड़े अस्पताल जो खुद गंभीर बीमारियों का इलाज करने में सक्षम हैं उन अस्पतालों से मरीज सफदरजंग अस्पताल न रेफर किए जाएं। अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डा. वदना तलवार ने कहा कि यदि ऐसा रेफरल सिस्टम बनता है तो सफदरजंग अस्पताल में इलाज की गुणवत्ता बढ़ जाएगी।

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