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दिवाली से पहले दिल्ली को दहलाने की साजिश, CRPF स्कूल की दीवार के पास धमाका; कारों और दुकानों के शीशे टूटे

दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-14 में रविवार सुबह सीआरपीएफ स्कूल के पास जोरदार धमाका हुआ। धमाके से आसपास की दुकानों कार्यालयों और गाड़ियों के शीशे टूट गए। स्कूल की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मौके पर जांच कर रही हैं। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। दीवार के पास मिले सफेद पाउडर की भी जांच चल रही है।

By Rakesh Kumar Singh Edited By: Geetarjun Updated: Sun, 20 Oct 2024 07:10 PM (IST)
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ब्लास्ट के बाद केंद्रीय एजेंसियां जांच में जुटीं।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। त्योहारों के मद्देनजर दिल्ली में हाई अलर्ट के बावजूद रविवार सुबह रोहिणी सेक्टर-14 के प्रशांत विहार स्थित सीआरपीएफ स्कूल की दीवार के पास जोरदार धमाके ने दिल्ली में दहशत फैला दी। धमाका इतना जोरदार था कि तीन-चार किलोमीटर दूर तक लोगों ने आवाज सुनी और धमाके से निकले सफेद धुएं का गुबार देखा।

करीब 20 मिनट तब आसमान में गुबार फैला रहा। गनीमत रही कि रविवार को छुट्टी का दिन था और धमाका सुबह 7:03 बजे हुआ, तब आसपास लोग मौजूद नहीं थे। घटनास्थल से करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित एक दुकान के बाहर कई लोग खड़े थे, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।

दुकानों और कारों के शीशे टूटे

तेज धमाका होने के कारण आसपास की कई दुकानों, कार्यालयों व गाड़ियों के शीशे टूट गए। स्कूल की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई और मौके से काफी देर तक दुर्गंध आ रही थी। धमाका होने के काफी देर बाद सुबह करीब 7.47 बजे पर पुलिस को कॉल मिली।

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस के अलावा पहले क्राइम ब्रांच, स्पेशल सेल, फायर बिग्रेड, डॉग स्क्वॉयड, बम स्क्वॉयड, कैट एंबुलेंस की टीम मौके पर पहुंची।

केंद्रीय एजेंसियों ने केमिकल के लिए सैंपल

धमाके में विस्फोटक का पता चलने पर तमाम केंद्रीय एजेंसियों एनडीआरएफ (NDRF), एनएसजी व एनआईए (NSG & NIA) के अलावा एफएसएल व सीएफएसएल की टीमें भी बुला ली गईं। केंद्रीय एजेंसियों के एक्सपर्ट ने अपने-अपने स्तर पर प्रथम दृष्टया मौके से उठाए गए केमिकल व अन्य नमूने को पास स्थित खाली जगह पर ले जाकर जांच की।

विस्फोटक में कौन से पदार्थ थे शामिल

जांच से ब्लास्ट में फिलहाल नाइट्रेट व क्लोराइड का इस्तेमाल किए जाने का पता चला है, जिसे उच्च श्रेणी विस्फोटक में नहीं माना जाता है। विस्फोटक का पता चलने के बाद प्रशांत विहार थाने में विस्फोटक अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। जांच के लिए केस को स्पेशल सेल अथवा एनआईए में ट्रांसफर किया जा सकता है।

लैब से पता चलेगा विस्फोटक और केमिकल का सही पता

स्पेशल सेल के अधिकारी का कहना है कि सभी एजेंसियों के एक्सपर्ट नमूने को अपने साथ लेकर गए हैं जिन्हें वे अपनी-अपनी लैब में विस्तृत जांच करेंगे। उसके बाद धमाके में इस्तेमाल किए गए केमिकल व विस्फोटक के बारे में सही पता लग सकेगा।

अभी एजेंसियों को यह पता लगाना भी मुश्किल हो रहा है कि धमाका कैसे कराया गया। क्योंकि मौके से टाइमर, डेटोनेटर, तार, बैट्री, घड़ी आदि नहीं मिले हैं, जिससे यह माना जाए कि धमाके के लिए रिमोट का इस्तेमाल किया गया हो।

केमिकल का किया गया इस्तेमाल

जांच एजेंसियों का कहना है धमाके में काफी केमिकल का इस्तेमाल किया गया। यह देशी यानी क्रूड बम जैसा भी नहीं लग रहा है, क्योंकि क्रूड बम में शीशा, कील व छर्रे आदि का इस्तेमाल किया जाता है।

रेडियो एक्टिव जैसा नहीं मिला कुछ

एनडीआरएफ को इसलिए मौके पर बुलाया गया, क्योंकि यह पता लगाया जा सके कि रेडियो एक्टिव जैसी कोई बात तो नहीं थी लेकिन जांच में रेडियो एक्टिव जैसा कुछ नहीं मिला। एजेंसियों का मानना है कि हो सकता है कि त्योहारों पर दहशत फैलाने के लिए किसी ने इस तरह की हरकत की हो।

घटना के बाद गृह मंत्रालय द्वारा दिल्ली पुलिस से रिपोर्ट मांगने पर उन्हें प्रारंभिक रिपोर्ट भेज दी गई है। एनएसजी अपने साथ रोबोटिक मशीन व काकर स्नाइपर डाग साथ लेकर पहुंची। इस डाग के सूंघने की क्षमता ज्यादा होती है।

घटनास्थल पर पांच घंटे तक जांच करती रहीं सभी एजेंसियां

घटनास्थल पर तमाम सुरक्षा एजेंसियों की टीम करीब पांच घंटे तक जांच करती रही। स्कूल की दीवार, फुटपाथ, पेड़ों व सड़क से लेकर दुकानों से नमूने उठाए गए। सफेद रंग के पाउडर और कुछ तारनुमा चीजें भी बरामद हुई हैं। डॉग स्क्वॉयड की टीम तीन घंटे तक मौके पर जांच करती रही।

स्कूल की दीवार का कुछ हिस्सा टूटा

जहां ब्लास्ट हुआ, उस हिस्से में स्कूल की दीवार का कुछ हिस्सा नीचे से टूट गया। दीवार भी काली पड़ गई। हर तरफ पेड़ों के पत्ते बिखर गए।

50 मीटर की दूरी पर मौजूद थे 20 लोग

घटना स्थल से महज 50 मीटर की दूरी एक पूरी-सब्जी की एक मशहूर दुकान है। यह दुकान रोजाना की तरह सुबह छह बजे खुल गई थी। जिस समय ब्लास्ट हुआ, यहां खड़ी गाड़ियों में और दुकान के पास करीब 10 से 12 लोग पूरी-सब्जी खा रहे थे। वहीं, दुकानदार और उनके आठ से 10 कर्मचारी भी थे। तभी जोरदार धमाका हुआ। गनीमत रही कि इस धमाके में किसी को कोई चोट नहीं लगी।

सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई पूरी वारदात

धमाके की पूरी वारदात पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। फुटेज में साफ दिख रहा है कि सुबह 7:02 बजे स्कूल के सामने वाली सड़कों से लोग अपने वाहनों से आवाजाही कर रहे हैं। तभी 7:03 बजे स्कूल की दीवार के साथ पहले चिंगारी उठा और फिर दो से तीन सेकेंड में जोरदार धमाका हुआ। इसके बाद हर तरफ धुआं ही धुआं हो गया।

अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि धमाका किस प्रकार का था। विशेषज्ञ टीम घटना की विस्तृत जांच कर रही है। जल्द ही स्थिति स्पष्ट होगी। -अमित गोयल, डीसीपी, रोहिणी जिला

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