अंग्रेजी के प्रसिद्ध लेखक और कवि केकी एन दारूवाला का दिल्ली में निधन
प्रसिद्ध कवि और लेखक केकी एन दारूवाला का निधन दिल्ली में हो गया। उनकी अंग्रेजी लघु कथाएं और कविताएं लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय थीं। 1984 में उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वह भारत की पुलिस सेवा में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। केकी एन दारूवाला के जाने से आज साहित्य जगत को अपूर्णीय क्षति हुई है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। देश के सुप्रसिद्ध कवि और लेखक केकी एन दारूवाला नहीं रहे। उन्होंने दिल्ली में अंतिम सांसें लीं। उनकी अंग्रेजी लघु कथाएं व कविताएं लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय थीं।
केकी एन दारूवाला का जन्म 24 जनवरी 1937 को हुआ था। वह एक पूर्व भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी भी हैं। उन्हें 1984 में साहित्य अकादमी , भारत की राष्ट्रीय साहित्य अकादमी द्वारा उनके कविता संग्रह, द कीपर ऑफ द डेड के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
उन्हें 2014 में भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था।
शुरुआती जीवन
केकी एन दारूवाला का पूरा नाम केकी नसेरवानजी दारूवाला था और उनका जन्म एक पारसी परिवार में लाहौर में हुआ था। उनके पिता एनसी दारूवाला गवर्नमेंट कॉलेज लाहौर के एक विख्यात प्रोफेसर थे।
उनका परिवार देश के विभाजन से पहले ही 1945 में लाहौर छोड़कर पहले जूनागढ़ गया और फिर रामपुर चला गया। यही वजह है कि केकी एन दारूवाला ने कई जगहों से कई भाषाओं में अध्ययन किया।
उन्होंने लुधियाना के सरकारी कॉलेज, पंजाब विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में पोस्ट ग्रैजुएशन की डिग्री ली। यहीं नहीं उन्होंने क्वीन एलिजाबेथ हाउस फेलो के रूप में 1980-81 के बीच ऑक्सफोर्ड में एक वर्ष रहे।
1958 में पुलिस सेवा में शामिल हुए
साल 1958 में वह भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुए। इसी सेवा के दौरान अलग-अलग हिस्सों में काम करते हुए केकी एन दारूवाला जीवन की कड़वी सच्चाईयों से रूबरू हुए जिसने उनकी साहित्यिक रचनाओं में बहुत मदद की।
उन्होंने कुल 12 किताबें लिखीं और उनका पहला उपन्यास, फॉर पेपर एंड क्राइस्ट 2009 में प्रकाशित हुआ। उन्हें 1987 में उनके कविता संग्रह लैंडस्केप के लिए कॉमनवेल्थ पोएट्री अवार्ड मिला।