इस बीच खास बात यह देखने को मिली कि रिमझिम वर्षा के बीच भी प्रशंसक भारतीय टीम के खिलाड़ियों के स्वागत को आतुर इस कदर थे कि देर रात तीन बजे से ही एयरपोर्ट पर जुटने लगे।
बता दें कि रनवे से टर्मिनल तक पहुंचने और फिर टर्मिनल से होटल के लिए रवाना होने के क्रम में जिसे जहां मौका मिला, उसने टीम को बधाई देने में अपने-अपने अंदाज में कोई कसर नहीं छोड़ी।
कई घंटों से इंतजार कर रहे थे प्रशंसक
एअर इंडिया के बोइंग 777 के रनवे पर उतरने की खबर जैसे ही टर्मिनल पर मौजूद प्रशंसकों को मिली तो सभी खुशी से झूम उठे। कई घंटों से इंतजार कर रहे प्रशंसकों को लगा कि अब इंतजार की घड़ी दूर होने वाली है। सभी की निगाहें टर्मिनल के भूतल पर स्थित वीआईपी निकास द्वार पर जा टिकीं। जिसे जहां मौका मिला, उसने अपने तरीके से खड़े होकर अपनी नजरें उन बसों पर गाड़ लीं, जिन बसों पर टीम के खिलाड़ियों को सवार होकर होटल के प्रस्थान करना था।
एयरपोर्ट पर करीब एक घंटा रुकी भारतीय टीम
सुबह छह बजे लैंडिंग के बाद करीब एक घंटा भारतीय टीम एयरपोर्ट पर रुकी। इस दौरान इमिग्रेशन व कस्टम की प्रक्रिया पूरी हुई। टीम के सदस्यों का औपचारिक तौर पर स्वागत किया गया। यहां से दो बसों में सवार होकर भारतीय टीम होटल ताज के लिए रवाना हुई।
बस में सबसे पहले सवार हुए विराट कोहली
बस में सबसे पहले विराट कोहली सवार हुए। इसके बाद हार्दिक पांड्या सवार हुए। जैसे ही लोगों को इनकी झलक मिलती, उनके नाम गूंजने लगते। टीम के सदस्यों के साथ उनके परिवार भी थे। करीब सात बजे भारतीय टीम कड़ी पुलिस सुरक्षा में यहां से रवाना हुई।
देर रात से ही जुटने लगी थी लोगों की भीड़
भारतीय टीम के स्वागत के लिए प्रशंसकों की भीड़ देर रात से ही यहां जुटने लगी थी। कई लोग तो पूरे परिवार के साथ यहां खिलाड़ियों के स्वागत के लिए पहुंचे। मुनिरका से रेखा अपने 10 साल के बेटे को लेकर रात तीन बजे ही पहुंच गईं। इसी तरह उत्तम नगर के मुकेश यहां ढाई बजे रात से ही टर्मिनल पर डेरा डाले थे।
बताया गया कि टर्मिनल-3 पर जिन लोगों की डयूटी आमतौर पर दिन की शिफ्ट में लगती है, उनमें से कइयों ने केवल इसलिए आग्रह करके रात की शिफ्ट में ड्यूटी ली कि सुबह उन्हें भारतीय टीम को देखने का मौका मिलेगा।
टर्मिनल के भीतर भी खिलाड़ियों का हुआ जबरदस्त स्वागत
इधर टर्मिनल के बाहर लोग उस क्षण की प्रतीक्षा में जुटे थे कि कब खिलाड़ी बाहर निकल कर बस में सवार होंगे और इस दौरान उन्हें खिलाड़ियों की झलक देखने को मिलेगी। वहीं टर्मिनल के भीतर यात्री हो या सुरक्षा कर्मी या फिर एयरलाइंस का स्टाफ, सभी अपने-अपने तरीके से उस क्षण की प्रतीक्षा कर रहे थे कि कब विमान से बाहर निकल कर खिलाड़ी टर्मिनल में दाखिल होंगे। जैसे ही खिलाड़ी टर्मिनल भवन में दाखिल हुए, उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ लग गई।
इस दौरान खिलाड़ियों ने भी किसी को निराश नहीं किया। एयरपोर्ट संचालन एजेंसी डायल ने भारतीय टीम के स्वागत का इंतजाम किया था। खिलाड़ियों को गुलदस्ता देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान सीआईएसएफ, कस्टम, ब्यूरो आफ इमिग्रेशन सभी विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
यात्रियों में भी झलक देखने को दिखी बेताबी
देर रात से सुबह छह बजे के बीच अंतरराष्ट्रीय विमानों की सर्वाधिक आवाजाही होती है। इसमें आगमन की उड़ानें भी काफी तादाद में होती है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आईजीआई एयरपोर्ट पर उतरने वाले यात्रियों को जब पता चला कि खिलाड़ी सुबह छह बजे यहां पहुंचने वाले हैं तो टर्मिनल के बाहर उन्होंने गंतव्य के लिए रवाना होने के बजाय खिलाड़ियों की एक झलक पाने के लिए दो से तीन घंटे का इंतजार करना मुनासिब समझा।
बताया गया कि इस दौरान यहां अमेरिका, यूरोप, मध्यपूर्व से आने वाली उड़ानों के यात्री टर्मिनल के बाहर दो से तीन घंटे इंतजार में जुटे रहे। जब भारतीय टीम के खिलाड़ियों को लेकर बस होटल के लिए प्रस्थान कर रही थी, तब इन यात्रियों ने भारत-माता की जय के नारे लगाकर अपना उत्साह प्रदर्शित किया।