जेल में बंद आंदोलनकारियों की रिहाई के लिए मुख्यमंत्री से मिलकर किसान नेताओं ने रखी मांग
किसानों ने जेलों में बंद आंदोलनकारियों को जेल में सभी मानवीय सुविधाओं की भी मांग की। किसान नेताओं ने मुख्यमंत्री से मेडिकल बोर्ड बनाने की मांग करते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए ताकि पुलिस अत्याचार का शिकार हुए लोगों की पहचान की जा सके।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मंगलवार को उनके आवास पर संयुक्त किसान मोर्चा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। मुलाकात के दौरान किसानों ने मुख्यमंत्री से दिल्ली के जेल में बंद आंदोलनकारियों की रिहाई की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में हरपाल सिंह सुंदरल भी शामिल हुए। इस दौरान मोर्चा के नेताओं ने केजरीवाल को 29 लापता युवकों की सूची भी सौंपी।
किसानों ने जेलों में बंद आंदोलनकारियों को जेल में सभी मानवीय सुविधाओं की भी मांग की। किसान नेताओं ने मुख्यमंत्री से मेडिकल बोर्ड बनाने की मांग करते हुए कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए ताकि पुलिस अत्याचार का शिकार हुए लोगों की पहचान की जा सके। मोर्चे के नेताओं ने पूरे मामले की न्यायिक जांच की भी मांग की, ताकि 26 जनवरी की साजिश सामने आ सके। किसान नेताओं ने कहा कि किसानों के ट्रैक्टर और अन्य वाहन जल्द से जल्द उन्हें वापस किए जाएं। मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन, राघव चड्ढा और डॉ. बलबीर सिंह उपस्थित रहे।
जेल में बंद आंदोलनकारियों से नहीं होगी गड़बड़ीः केजरीवाल
इसके बाद केजरीवाल ने किसानों को आश्वासन दिया कि जेल उनकी सरकार के अधीन है और वह जेल में बंद आंदोलनकारियों पर कोई गड़बड़ी नहीं करने देंगे। किसान नेताओं को आश्वासन देते हुए केजरीवाल ने कहा कि वे उन मामलों पर गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखेंगे जो अधिकार क्षेत्र में नहीं थे। दिल्ली सरकार और इंटरनेट को तुरंत शुरू करने की भी मांग की। संयुक्त किसान मोर्चा पहले ही जेल और लापता युवाओं को मुफ्त कानूनी सहायता और हर संभव मदद देने की घोषणा कर चुका है।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो