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Farmers Protest: कंटीले तार, क्रेन और लोहे की कीलें... राजधानी को किलाबंद करने की तैयारी, किसानों के 'दिल्ली चलो' पर पुलिस अलर्ट

सिंघू बार्डर पर बड़ी संख्या में क्रेन व बड़े-बड़े कंटेनर कटीले तार कीलें लाकर रखे गए हैं। जरूरत पड़ने पर इन्हें सड़क पर रखकर रास्ता रोका जा सकेगा। बार्डर को बंद करने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ाई जा रही है। बार्डर के आसपास दिल्ली की सीमा में बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे सही करा दिए गए हैं।

By Rakesh Kumar Singh Edited By: Geetarjun Updated: Mon, 12 Feb 2024 07:52 AM (IST)
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राजधानी को किलाबंद करने की तैयारी, किसानों के दिल्ली चलो पर पुलिस हाई अलर्ट

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। किसानों के 13 फरवरी को ट्रैक्टर, बस और अन्य साधनों से दिल्ली कूच की घोषणा के बाद दिल्ली पुलिस अलर्ट हो गई है। पुलिस सिंघु, टीकरी व गाजीपुर सीमा समेत सभी छोटे-बड़े रास्तों पर चौकसी बढ़ाने की कार्रवाई तेज कर दी गई है।

कई दिनों से दिल्ली पुलिस सभी सीमाओं पर कंटीले तार, मिट्टी से भरी बोरियां, जर्सी बैरियर (सीमेंट के बैरिकेड्स), लोहे के बैरिकेड्स, रोड रोलर, पत्थरों से लगे डंपर, पत्थरों से भरे कंटेनर व सड़कों पर बिछाने के लिए लोहे की कीलें आदि सामान इकट्ठा करने में जुटी हुई है।

दिल्ली पुलिस ने एनएच-नौ की सर्विस लेन (यूपीगेट फ्लाईओवर के नीचे से दिल्ली की ओर जाने वाली) बंद कर दी है।

भारी मात्रा में सामान इकट्ठा कर लिया गया है, जिससे किसानों के दिल्ली कूच करने के संकेत मिलते ही पड़ोसी राज्यों से लगे दिल्ली के सभी एंट्री प्वाइंट्स को तुरंत किलेबंदी में तब्दील किया जा सके। सरकार से किसानों की वार्ता विफल होने की जानकारी मिलते ही सोमवार सुबह से दिल्ली पुलिस सभी रास्तों पर जरूरत के हिसाब से विभिन्न लेयर के बैरिकेड्स लगा बंद करने का काम शुरू कर देगी।

दिल्ली पुलिस की ओर से सिंघु बॉर्डर पर लगाए गए बैरिकेड्स।

2021 की खामियां सुधारेगी पुलिस

मुख्यालय सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने इस बार किलेबंदी के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की है। 2021 में जहां भी सुरक्षा में खामियां रही थीं, उससे सबक लेकर इस बार दिल्ली पुलिस फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। किसी भी छोटे-बड़े रास्ते से किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा जिससे वे सड़कों पर जाम लगे और लोग परेशान हों।

अभेद्य सुरक्षा के बंदोबस्त

पिछले दो दिनों से पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा, विशेष आयुक्त कानून-व्यवस्था रवींद्र सिंह यादव व मधुप कुमार तिवारी समेत तमाम आला अधिकारियों के साथ सुबह से रात तक सभी छोटे-बड़े प्वाइंट्स का निरीक्षण कर वहां किए जाने वाले अभेद्य सुरक्षा बंदोबस्त को लेकर निर्णय ले रहे हैं। हर प्वाइंट्स पर पर्याप्त संख्या में दिल्ली पुलिस व अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती रहेगी। साथ ही वॉटर केनन व आंसू गैस छोड़ने वाले वाहनों के बंदोबस्त होंगे।

रवींद्र सिंह यादव का कहना है कि इस बार ऐसी व्यवस्था की गई है कि अगर किसी प्वाइंट पर पुलिस का घेरा तोड़कर किसान आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे तब आगे का सुरक्षा घेरा तोड़ना किसानों के लिए नामुमकिन होगा। पुलिस किसी भी प्वाइंट पर पीछे नहीं हटेगी। 2021 में किसान जब कई सीमाओं पर सुरक्षा घेरा तोड़ अंदर घुसने लगे तो वहां तैनात पुलिस के अधिकारी यह निर्णय नहीं ले सके थे कि वे करें तो क्या करें।

इस बार सभी अधिकारियों को पहले ही अच्छी तरह से ब्रीफ कर दिया गया है कि किस तरह के हालात में वे क्या-क्या कदम उठा सकते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों से आदेश लेने के इंतजार में किसी तरह की चूक की गुंजाइश नहीं रहेगी।

ड्यूटी में तैनात सभी कर्मियों को बाडी प्रोटेक्टर दिए जाएंगे, ताकि वे हर तरह के हालात से निपट सकें। सभी जगहों परी जवानों के खाने पीने के बेहतर बंदोबस्त किए जाएंगे। इसके लिए टैंट आदि लगा दिए गए हैं। राउंड द क्लॉक सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी होगी। 2021 में जिन अधिकारियों ने बेहतर काम किया था। उन अनुभवी अधिकारियों को इस बार फिर जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सिंघु व औचंदी बॉर्डर

सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में क्रेन व जेसीबी बड़े-बडे कंटेनर लाकर रखे गए हैं। जरूरत पड़ने पर इन्हें सड़क पर रखकर रास्ता रोका जा सकेगा। बॉर्डर को बंद करने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। सुरक्षाकर्मियों की संख्या भी धीरे-धीरे बढ़ाई जा रही है। कई तरह के सामान मंगवाएं गए हैं। बॉर्डर के आसपास दिल्ली की सीमा में बंद पड़े सीसीटीवी कैमरे सही करा दिए गए हैं।

वहीं, कई अतिरिक्त कैमरे भी लगाए गए हैं। आधा दर्जन से अधिक ड्रोन से सीमा क्षेत्र में निगरानी रखी जा रही है। ड्रोन चलाने वालों को भी बुलाया गया है। कई लेयर में सीमेंट के बैरिकेड्स लगाने की तैयारी चल रही है। बॉर्डर के आसपास मचान बनाए जा रहे हैं। दस से अधिक मचान बना लिए गए हैं। इन मचानों से पुलिस के जवान सीमा पर हो रही गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।

सिंघु बॉर्डर पर 16 कंपनियां तैनात होंगी जिसमें दिल्ली पुलिस व अर्द्ध सैनिक बल के 2500 से 3000 जवान शामिल रहेंगे। रविवार तक यहां करीब 100 पुलिस व अर्द्धसैनिक बल के जवान पहुंच चुके हैं। पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर हैं, हालात देखने के बाद और भी जवान बुला लिए जाएंगे। सीमा क्षेत्र में यातायात पुलिस भी लगातार वाहनों की चेकिंग कर रही है।

चेकिंग के बाद ही सीमा के अंदर गाड़ियों को प्रवेश दी जा रही है। रोशनी के लिए अतिरिक्त लाइटें लगाई गई है। औचंदी बॉर्डर पर पूरी तैयारी कर ली गई है।

मुकरबा चौक पर भी लाए गए सीमेंट के बैरिकेड्स

मुकरबा चौक पर भी दिल्ली पुलिस ने सीमेंट व लोहे के बैरिकेड्स लाकर रखे हैं। यहां भी पर्याप्त संख्या में क्रेन व जेसीबी रखी गई है। जरूरत पड़ने पर पुलिस की ओर से मुकरबा चौक व आसपास सीमेंट के बैरिकेड्स लगाए जाएंगे। सीसीटीवी कैमरों से भी इस चौक पर दिल्ली पुलिस की ओर से निगरानी रखी जा रही है।

टीकरी बॉर्डर

बहादुरगढ़ की ओर से दिल्ली में प्रवेश करने वाले किसानों को रोकने के लिए टीकरी बॉर्डर पर बैरिकेड्स रखवा दिए गए हैं। दो दिन से लगातार ट्रकों में भरकर कंक्रीट के बैरिकेड्स भी लाए जा रहे हैं। इसी तरह हरियाणा से सटे गांवों के बॉर्डर पर भी पुलिस कर्मियों को तैनात किया जा रहा है।

गाजीपुर बॉर्डर

गाजीपुर, चिल्ला, अप्सरा व भोपुरा बॉर्डर पर पुलिस ने लोहे व पत्थर के बैरिकेड्स सड़क किनारे लाकर रख दिए हैं। सोमवार को बॉर्डर पर वाहनों की जांच की जाएगी। इससे बॉर्डर पर जाम की स्थिति रह सकती है। मंगलवार को अगर किसान दिल्ली में प्रवेश की कोशिश करेंगे तो पुलिस बॉर्डर को सील कर देगी। उत्तर पूर्वी जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है।

हरियाणा पुलिस ने किसानों को रोकने का दिया आश्वासन

दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हरियाणा पुलिस अपने इलाके में किसानों को नहीं रोक पाती है जिससे वे दिल्ली की सीमा तक आ जाते हैं। पिछले वर्षों में जब भी इस तरह के हालात हुए पुलिस विफल साबित होती रही है। इस बार शनिवार

को गृह मंत्रालय में पुलिस अधिकारियों व तमाम केंद्रीय एजेंसियों के साथ हुई बैठक में गृह मंत्रालय ने हरियाणा पुलिस को मांग से भी अधिक अर्द्ध सैनिक बल मुहैया करा दिया है। इस बार हरियाणा पुलिस ने गृह मंत्रालय को आश्वासन दिया है कि वे सीमा तक प्रदर्शनकारियों को नहीं पहुंचने देगी।

पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर तैनात किया गया भारी पुलिस बल

पुलिस को संदेह है कि पंजाब व हरियाणा से किसान ट्रेनों से पुरानी दिल्ली आ सकते हैं। इसलिए रविवार को वहां भारी पुलिस बल तैनात कर दिए गए और जांच शुरू कर दी गई है।

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लाल किले के मुख्य द्वार किए गए बंद

2021 में किसानों ने लाल किले के अंदर घुसकर जमकर उत्पात किया था। इसे देखते हुए रविवार को लाल किले के मुख्य द्वार को जर्सी बैरियर से बंद कर दिया गया है। साथ ही वहां भी बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है।

पड़ोसी राज्यों की पुलिस से बेहतर समन्वय बनाकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। दिल्ली में किसी हालत में प्रदर्शन करने के लिए किसी को घुसने नहीं दिया जाएगा। सभी सीमाओं पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। अगर कोई कानून हाथ में लेने की कोशिश करेगा तब पुलिस उससे सख्ती से निपटेगी। पिछली बार की घटना को किसी सूरत में दोहराने नहीं दिया जाएगा। -रवींद्र सिंह यादव, विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था, दिल्ली पुलिस

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