दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर बड़ा एक्शन, 21 करोड़ से अधिक का लगा जुर्माना; PUC केंद्रों पर भी कार्रवाई
राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। इसके रोकथाम के लिए सरकार कई तरह की कोशिशें कर रही है। अब राजधानी में प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर सख्ती शुरू की गई है। ऐसे वाहनों पर परिवहन विभाग ने 21 करोड़ 16 लाख 50 हजार का जुर्माना लगाया है। वहीं गड़बड़ी करने को लेकर पीयूसी केंद्र पर कार्रवाई हुई है।
जागरण संवादादता, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में वायु की गुणवत्ता खराब होने पर सरकार ने प्रदूषण फैलानेवाले वाहनों पर सख्ती बढ़ा दी है। इसके तहत दिल्ली परिवहन विभाग ने ऐसे वाहनों पर 21 करोड़ 16 लाख 50 हजार का जुर्माना लगाया है। वहीं, गड़बड़ी करने वाले 57 पीयूसी केंद्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
परिवहन विभाग ने इस प्रक्रिया के तहत प्रदूषण फैलाने के आरोप में 21 हजार 165 वाहनों के 10-10 हजार रुपये के चालान काटे हैं, जिनका कुल जुर्माना 21 करोड़ से अधिक बैठता है। वाहन प्रदूषण नियंत्रण उपायों के तहत की गई कार्रवाई में गत एक जनवरी से गत 22 अक्टूबर तक ओवरलोडेड के आरोप में 2370 चालान काटे गए हैं। इस दौरान प्रदूषण को लेकर कुल छह लाख 79 हजार 905 वाहनों की जांच की गई है।
बगैर पीयूसीसी वाले 21 हजार 165 के चालान काटे गए हैं। 49 वाहनों के धुआं फैलाने के आरोप में चालान काटे गए हैं। डीजल की 10 साल और पेट्रोल की 15 साल पुरानी गाड़ियों के खिलाफ भी लगातार कार्रवाई हो रही है।इस साल अभी तक ऐसी 14,483 गाड़ियां जब्त की जा चुकी हैं। नो पार्किंग के एक लाख तीन हजार 639 चालान काटे गए हैं।
एक अक्टूबर से लागू किए गए विंटर एक्शन प्लान के तहत परिवहन विभाग की निगरानी टीमें लगातार कार्रवाई कर रही हैं। इन टीमों ने 1 से 22 अक्टूबर के बीच ओवरलोडिंग के 246 चालान काटे और 36,270 गाड़ियों के पीयूसी प्रमाापत्र की जांच की है।
नो पार्किंग जोन के तहत भी चालान
इस दौरान 3,922 गाड़ियां ऐसी मिलीं, जिनके पीयूसी प्रमाण निरस्त हो चुके थे। इन सभी गाड़ियों के 10-10 हजार रुपये के चालान काटे गए हैं। वहीं, धुआं छोड़ने वाली पांच गाड़ियां जब्त की गई हैं। नो पार्किंग जोन के तहत 6,640 चालान काटे गए।
छह पीयूसी केंद्र निलंबित
दिल्ली में कुल 949 पीयूसी जांच केंद्र चल रहे हैं, जहां गाड़ियों के प्रदूषण की जांच होती है और प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) प्रमाणपत्र दिया जाता है। लोग पीयूसी नियमों का सख्ती से पालन करें, यह सुनिश्चित करने के लिए परिवहन विभाग लगातार लोगों को जागरुक कर रहा है।
पीयूसी केंद्रों का औचक निरीक्षण
इस साल एक जनवरी से 22 अक्टूबर के बीच प्रदूषण जांच केंद्रों से 38 लाख 62 हजार 694 गाड़ियों को पीयूसी प्रमाणपत्र जारी किए गए है। जांच में कहीं कोई गड़बड़ी तो नहीं हो रही है, इसकी जांच के लिए इस दौरान अफसरों ने 407 पीयूसी जांच केंद्रों का औचक निरीक्षण किया है।
57 केंद्रों को कारण बताओ नोटिस
जांच में कुछ सेंटरों के कामकाज में गड़बड़ियां पाई गई हैं। ऐसे 57 केंदों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है, जबकि छह केंद्रों काे निलंबित कर दिया गया है। यहां से किसी को पीयूसी जारी नहीं किए जाएंगे।
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