Delhi News: अग्निशमन विभाग को आ रही हर रोज आग लगने की औसतन 200 कॉल, कर्मचारियों की छुट्टियों पर लगी रोक
दिल्ली अग्निशमन विभाग (Delhi Fire Department) को प्रतिदिन आग लगने की करीब 200 कॉल मिल रही है। अब तक दिपावली को छोड़कर अभी इतनी ज्यादा आग संबंधित कॉल नहीं आई। अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियों पर प्रतिबंध लगाया गया है। पूरे क्षमता से आग की घटनाओं से विभाग लड़ रहा है। आग की घटनाएं बढ़ने का कारण लगातार तापमान का बढ़ना है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। (Delhi News) राजधानी में गर्मी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है। बढ़ते तापमान के साथ ही दिल्ली में आग की घटनाएं भी बढ़ गई है। आलम यह है कि दिल्ली अग्निशमन विभाग को प्रतिदिन औसतन 200 आग लगने की काल आ रही हैं। पिछले साल इस अवधि के दौरान अग्निशमन विभाग को प्रतिदिन औसतन लगभग 168 कॉल प्राप्त हुई थी।
आग लगने की अधिकतर घटनाएं शॉर्ट-सर्किट
दिल्ली दमकल के पास इससे पहले आग लगने की इतनी कॉल दीपावली को छोड़कर कभी नहीं आई हैं। इनमें अधिकतर का कारण शॉर्ट-सर्किट है। अग्निशमन विभाग ने इस स्थित को देखते हुए कर्मचारियों की छुट्टी पर प्रतिबंध लगा दिया है और पूरे स्टाफ की क्षमता से कार्य लिया जा रहा है। दिल्ली में इस साल गर्मी के साथ ही आग लगने की घटनाएं भी रिकॉर्ड तोड़ हो रही हैं।
26 मई तक आग लगने की 8912 कॉल-दिल्ली दमकल विभाग
दिल्ली दमकल विभाग (Delhi Fire Department) को इस वर्ष 26 मई तक आग लगने की 8912 कॉल प्राप्त हो चुकी है। मई के महीने में जहां तापमान पिछले कई दिनों से 48 डिग्री के आसपास बना हुआ है। ऐसे में बढ़ते तापमान के चलते आग की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। मई में दिल्ली अग्निशमल विभाग को प्रतिदिन औसतन 200 काल प्राप्त हो रही हैं।
प्रति दिन 200 से अधिक आग से संबंधित कॉल-अतुल गर्ग
दिल्ली अग्निशमन विभाग के निदेशक अतुल गर्ग का कहना है कि विभाग को प्रति दिन 200 से अधिक आग से संबंधित कॉल प्राप्त हो रही हैं। दीपावली के मौके को छोड़कर इतनी काल कभी नहीं आई हैं। यह अब तक का सबसे अधिक है। बढे़ हुए तापमान में आग की घटनाएं बढ़ गई हैं। यह दिल्ली अग्निशमन विभाग के लिए कठिन समय है।
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दिल्ली में मई में अब तक बच्चों समेत 12 लोगों की मौत
विभाग में छुट्टी प्रतिबंधित कर दी गई हैं और विभाग का पूरा स्टाफ इस स्थिति से निपटने में लगा है। दिल्ली में मई में अब तक बच्चों समेत 12 लोगों की मौत हो चुकी है। हमें मुख्य रूप से औद्योगिक क्षेत्रों से उद्योग और गोदामों में आग संबंधित कॉल आ रही हैं और इन क्षेत्रों में समय अधिक लगता है। अगर तापमान सिर्फ एक डिग्री बढ़ता है और, मुझे लगता है कि कॉले प्रति दिन 250 को पार कर जाएंगी।
अतुल गर्ग ने घरों, कारखानों और संस्थानों में बिजली के उपकरणों के उचित रखरखाव पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बिजली के लोड और वायरिंग (तारो की फीटिंग )की नियमित जांच होनी चाहिए। वायरिंग की जांच करा लें कि यह बढ़े हुए लोड को झेल सकती है या नहीं। सर्दियों में गीजर थोड़े समय के लिए चलते हैं, जबकि गर्मियों में एसी 24 घंटे चलते हैं। जैसे-जैसे लोड बढ़ता है, वायरिंग इसे संभालने में सक्षम नहीं हो सकती है। भारी उपकरणों में एमसीबी आवश्यक लगवाए।
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