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आश्रम से आती थी रोने की आवाज, 5 नाबालिग लड़कियों को कराया गया मुक्त

बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के साथ आश्रम पहुंचीं और वहां से 5 लड़कियों को मुक्त कराने का आदेश दिया।

By Amit MishraEdited By: Updated: Sun, 24 Dec 2017 07:17 AM (IST)
आश्रम से आती थी रोने की आवाज, 5 नाबालिग लड़कियों को कराया गया मुक्त

नई दिल्ली [जेएनएन]। दिल्ली महिला आयोग ने द्वारका के मोहन गार्डन स्थित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय से 5 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति जयहिंद और दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त अधिवक्ता श्री अजय वर्मा ने दिल्ली महिला आयोग की सदस्य श्रीमती प्रोमिला गुप्ता और श्रीमती सारिका चौधरी के साथ बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के द्वारका में मोहन गार्डन स्थित आश्रम का दौरा किया। दिल्ली महिला आयोग ने अपने सूत्रों से मोहन गार्डन स्थित आश्रम का पता लगाया था। 

21 लड़कियों को रखा गया था

दिल्ली महिला आयोग का दल शुक्रवार रात 8 बजे मोहन गार्डन स्थित आश्रम पहुंचा और वहां रहने वाले लोगों से बात की। यहां भी विजय विहार स्थित आश्रम की तरह 21 लड़कियों को रखा गया था। आश्रम बहुत ही छोटा था और जेल की तरह था। लड़कियों को ताले में बंद करके रखा हुआ था और दवाईयां भी रखी हुई थीं।

घर परिवार के बारे में कोई जानकारी नहीं 

आश्रम में रहने वाली लड़कियों के घर परिवार के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी और लड़कियों के वहां रहने से संबंधित कोई भी दस्तावेज आश्रम में नहीं थे। यहां लड़कियों ने किसी भी बात का ठीक से जवाब नहीं दिया। पता चला कि कुछ लड़कियों का दिमागी इलाज चल रहा था और उनको विजय विहार आश्रम से यहां लाया गया था।

आती थी लड़कियों के रोने की आवाज

इस बात की भी जानकारी मिली कि दिमागी इलाज कराने वाली लड़कियां अक्सर विजय विहार आश्रम से यहां लायी जाती थीं। आश्रम के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि दिल्ली महिला आयोग के दौरा करने से पहले ही सुबह में कई लड़कियों को वहां से निकाल कर कहीं और पहुंचा दिया गया था। स्थानीय लोगों ने यह भी बताया कि कभी-कभी रात में लड़कियों के रोने की आवाजें भी आती थीं। इसके अलावा रात में कई कारों को आश्रम से घुसते निकलते देखा जाता था।  

5 लड़कियों को आश्रम से छुड़ाया

रात में वहां का निरीक्षण करने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने बाल कल्याण समिति (CWC-VII) की अध्यक्षा श्रीमती सबरीना सब्बरवाल से नाबालिग लड़कियों से बात करने और इस मामले में जरूरी आदेश जारी करने का अनुरोध किया।

शनिवार को भी बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष, दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के साथ आश्रम पहुंचीं और वहां से 5 लड़कियों को मुक्त कराने का आदेश दिया। दिल्ली महिला आयोग की टीम ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर 5 लड़कियों को आश्रम से छुड़ाया। इन लड़कियों को एक सुरक्षित आश्रय घर में ले जाया गया है। 

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति जयहिंद ने कहा, “ यह बाबा गोपनीय तरीके से काम कर रहा है और उसके ये आश्रम गैर कानूनी गतिविधियों का अड्डा प्रतीत होते हैं। सीबीआइ को इन आश्रमों को तुरंत बंद करना चाहिए, इन आश्रमों में रहने वाली सभी लड़कियों को बचाना चाहिए और बाबा को तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए। इसके साथ सीबीआइ को इस मामले में पुलिस और नेताओं की भूमिका की भी जांच करनी चाहिए। यह बहुत अच्छी बात है कि देश के दूसरे हिस्सों में भी बचाव अभियान किये जा रहे हैं। बाबा को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की जरूरत है।” 

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