Delhi Heat Wave: भीषण लू से पांच मरीज अस्पतालों में भर्ती, दो की हालत गंभीर; जानें कैसे कर सकते हैं बचाव
सफदरजंग अस्पताल में एक मरीज को सोमवार को भर्ती कराया गया है। उनकी 90 वर्ष आयु है। वे बेहोशी की हालत में हैं। उनकी हालत चिंताजनक है। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि यहां अब तक भीषण लू के कुल 23 मरीज भर्ती हो चुके हैं। पिछले माह दो मरीजों की मौत हुई थी। इस माह किसी की मौत रिपोर्ट नहीं हुई है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। राजधानी में लगातार 45 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पारा बना हुआ है। भीषण लू की चपेट में आने से लोग बीमार पड़ रहे हैं। बुजुर्गों को सबसे अधिक खतरा हो रहा है। वे लोग लू की चपेट में आ रहे हैं, जो लंबे वक्त से बाहर रह रहे हैं। पिछले दो दिनों में पांच मरीजों को लू लगने के बाद अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें दो मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है।
राम मनोहर लोहिया अस्पताल में पिछले दो दिनों में तीन मरीजों को भर्ती कराया गया है। इनमें एक 80 वर्षीय और एक 60 वर्षीय बुजुर्ग समेत एक 31 वर्षीय महिला शामिल है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार वार्ड आठ में तीन मरीज हैं। इनमें 80 वर्षीय बुजुर्ग की हालत गंभीर है और वे अभी तक वेंटिलेटर पर हैं। उन्हें 105 डिग्री तापमान होने पर भर्ती कराया गया था। उनका ब्लड प्रेशर नीचे गिरकर 66 पर आ गया था।
शरीर को आइस से ठंडा किया गया
उन्हें पहले हीट स्ट्रोक यूनिट में ले जाकर आइस से ठंडा कर शरीर का तापमान सामान्य किया गया। अभी उनका ब्लड प्रेशर और पल्स दोनों सामान्य स्तर पर नहीं आ पा रहे हैं। उन्हें हार्ट अटैक भी आया है और उसका इलाज भी किया जा रहा है। 60 वर्षीय मरीज के शरीर का तापमान भी 105 डिग्री था। तापमान को सामान्य किया और अब उनका ब्लड प्रेशर सामान्य है। ब्रेन स्ट्रोक जैसा भी कुछ नहीं है और वे जल्द ठीक हो रहे हैं।
महिला की हालत चिंताजनक बनी
एक अन्य महिला को रविवार को भर्ती किया गया था। वे दूसरे अस्पताल से रेफर होकर आईं थीं। वे लगातार सफर कर रहीं थीं। उन्हें उल्टियां हो रहीं थी। जब आईं तो उनके शरीर का तापमान 105 डिग्री था। उनका ब्लड प्रेशर 240 था। उनको वेंटिलेटर पर रखा गया था। उनका ब्लड प्रेशर स्थिर है। वे लोगों को पहचान रहीं हैं, लेकिन हालत चिंताजनक बनी हुई है।
सफदरजंग में से 23 मरीज भर्ती
सफदरजंग अस्पताल में एक मरीज को सोमवार को भर्ती कराया गया है। उनकी 90 वर्ष आयु है। वे बेहोशी की हालत में हैं। उनकी हालत चिंताजनक है। अस्पताल के एक अधिकारी ने बताया कि यहां अब तक भीषण लू के कुल 23 मरीज भर्ती हो चुके हैं। पिछले माह दो मरीजों की मौत हुई थी। इस माह किसी की मौत रिपोर्ट नहीं हुई है।
उधर लोक नायक अस्पताल में एक 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला को दस्त और उल्टी के शिकायत के बाद भर्ती किया गया है। डाक्टरों का कहना है कि प्रारंभिक लक्षण लू लगने के हैं, लेकिन जांच कर पुरानी बीमारियों के बारे में पता लगाया जा रहा है। अस्पताल की इमरजेंसी में लू लगने के कारण हर रोज मरीज आ रहे हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी जा रही है।
कैसे लगती है भीषण लू
आरएमएल अस्पताल में हीट स्ट्रोक यूनिट के प्रमुख डा. अमलेंदु यादव ने कहा कि भीषण लू गर्मी से होने वाली सबसे गंभीर बीमारी है। यह तब होता है जब शरीर अपने तापमान को नियंत्रित नहीं कर सकता। शरीर का तापमान तेजी से बढ़ता है, पसीना तंत्र विफल हो जाता है और शरीर ठंडा होने में असमर्थ हो जाता है। जब भीषण लू लगती है, तो शरीर का तापमान 10 से 15 मिनट के भीतर 106°F या इससे अधिक तक बढ़ सकता है। लू लगने पर मरीज को फौरन नजदीकी अस्पताल में दिखाएं। जरूरी एहतियात बरतें।
बचाव के लिए क्या करें
- शराब का सेवन न करें
- अधिक मोटे कपड़ें न पहनें
- दिन में 11 बजे से दोपहर तीन बजे के बीच अनावश्यक घर से नहीं निकलना चाहिए
- गर्मी से बचाव के लिए चश्मे, टोपी या कपड़ें का उपयोग करें
- सनस्क्रीन लोशन लगाएं या छाते का उपयोग करें
- लगातार पानी पीते रहें, पानी की कमी न होने दें
- लस्सी, छाछ, नींबू पानी आदि घरेलू पेय का सेवन करें।
- ठंडे पानी से नहाएं
- अपने घर को ठंडा रखें