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नई दिल्ली स्टेशन पर जिस्मफरोशी के दलाल, लड़कियों को बनाते हैं शिकार; चंगुल में फंसी कबड्डी खिलाड़ी ने सुनाई दास्तां

Delhi GB Road नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के आसपास जिस्मफरोसी के दलाल सक्रिय हैं। वह अकेली लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर शिकार बनाते हैं। उन्हें कोठों पर बेच देते हैं। दलाल बंगाल व मणिपुर के बाद अब यूपी की रहने वाली लड़कियों को जीबी रोड के कोठे पर बेच रहे हैं। गिरोह के सदस्य पूरे स्टेशन परिसर में फैले रहते हैं।

By mohammed saqib Edited By: Geetarjun Updated: Mon, 05 Aug 2024 08:54 PM (IST)
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अजमेरी गेट स्थित जीबी रोड पर बने कोठे।
मोहम्मद साकिब, नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली का सबसे बड़े रेड लाइट एरिया जीबी रोड (Red Light Area GB Road) में जिस्मफरोशी का धंधा धड़ल्ले से चल रहा है। इसके नजदीक ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन है, जहां कोठे के दलाल लड़कियों को अकेला पाकर नौकरी का झांसा देकर उन्हें जीबी रोड पर चल रहे दह व्यापार के दलदल में छोड़ देते हैं।

गिरोह के सदस्य पूरे स्टेशन परिसर में फैले रहते हैं। उन्हें इस तरह का प्रशिक्षण दिया जाता है कि उनकी बातों से ऐसा लगता ही नहीं कि वह दलाल हैं। इसीलिए भोलीभाली लड़कियां उनकी बातों में आ जाती हैं और उन्हें चंद रुपयों के लालच में उन्हें कोठे पर बेच दिया जाता है।

पुलिस ने दो नाबालिगों को छुड़ाया

हाल ही में पुलिस ने दो नाबालिग लड़कियों को जीबी रोड के कोठे से छुड़ाया था, जिन्हें नौकरी का झांसा देकर और उनके दस्तावेज में छेड़छाड़ कर कोठे पर बेच दिया गया था। दोनों ही पिछले एक साल से देह व्यापार के दलदल में फंसी हुई थीं।

कबड्डी में गोल्ड मेडेलिस्ट थी नाबालिग

दिल्ली पुलिस सूचना के आधार पर 17 जुलाई को जिन दो नाबालिग लड़कियों को 42 नंबर कोठे से छुड़ाया था, उनमें से एक यूपी में कबड्डी में जोनल लेवल की गोल्ड मेडेलिस्ट थी और स्टेट लेवल पर खेलने की तैयारी कर रही थी। 23 जून 2023 उसे स्कूल से गोल्ड मेडल मिलना था।

उसने अपनी मां से मेडल लेने के लिए साथ चलने को कहा, जिस पर मां ने साथ जाने को मना कर दिया। मामूली कहासुनी पर वह मां से झगड़ कर ट्रेन में बैठ गई और नई दिल्ली स्टेशन पर उतर गई।

प्राइवेट कंपनी का मैनेजर बनाने का दिया झांसा

बाहर निकल कर उसे समझ नहीं आया कि क्या करना, तभी मौका पाकर वह दलाल के निशाने पर आ गई और उसने प्राइवेट कंपनी का मैनेजर बनकर उसे नौकरी दिलाने का झांसा दिया और कोठे पर बेच दिया। पिछले एक साल से वह कोठे पर जिस्मफरोशी के धंधे में लिप्त थी। पुलिस द्वारा कोठे से रिहा होने पर उसने अपबीती सुनाई तो सभी दंग रह गए।

उसने बताया कि ऐसी कई लड़कियां अभी भी देह व्यापार में फंसी हुई हैं। वहीं, दूसरी नाबालिग लड़की भी यूपी की ही रहने वाली थी, उसे भी नौकरी का झांसा देकर जिस्मफरोशी के धंधे में धकेल दिया गया था।

आधार में खेल कर बना देते हैं बालिग

नाबालिगों को कोठे पर बेचने से पहले ही उनके आधार कार्ड में छेड़छाड़ कर बालिग बना दिया जाता है। दो नाबालिगों की गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने इस पूरे नेक्सस का भंडाफोड़ किया है और कोठे की मालकिन समेत उस दलाल को भी पकड़ लिया है, जिसने उन्हें कोठे पर बेचा था।

पुलिस ने उनसे पूछताछ के बाद सब्जी मंडी के रहने वाले लालाराम नाम के व्यक्ति को पकड़ा है, जो नाबालिग लड़कियों की उम्र बढ़ाकर फर्जी आधार कार्ड बनाया करता था। सूत्रों के मुताबिक इस गिरोह ने कई लड़कियां खरीदी और बेची हैं।

अब यूपी की लड़कियों को बना रहे शिकार

सूत्रों के मुताबिक, फरवरी से लेकर अब तक यूपी की 32 लड़कियां कोठे पर दलालों द्वारा बेची गई हैं। इससे पहले बंगाल व मणिपुर से अधिकतर लड़कियां जीबी रोड पर लाई जाती थीं, लेकिन अब घूम रहे दलाल यूपी की लड़कियों को अपना शिकार बना रहे हैं।

रेलवे स्टेशन के घूमने वाली अकेली लड़की को यह अपनी बातों में फंसाते हैं। उनकी मजबूरी का फायदा उठाकर उनका ब्रेनवाश किया जाता है और फिर कोठे पर बेच दिया जाता है।

कोठे पर लड़कियों को किया जाता है प्रताड़ित

मनोबल एनजीओ चलाने वाली निर्मला वाल्टर द्वारा मीडिया को दिए बयान में कहा गया कि जब पुलिस कोठों पर जाती है तो इन लड़कियों को छिपा दिया जाता है। उन्हें तहखानों में छिपा देते हैं। उनको डराकर रखते हैं कि पुलिस से कुछ बताओगी तो जेल में डाल देंगे। वे लड़कियों को मारते हैं, उन्हें प्रताड़ित करते हैं। जब उनसे कुछ पूछा जाता है तो वह डरी सहमी होती हैं।

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