नए साल 2019 का स्वागत, फूल देकर एक-दूसरे से कहा- 'सलाम-नमस्ते'
कुछ लोगों ने प्राकृतिक रूप से बने गुलदस्तों को भी पसंद किया। इस दौरान प्रति गुलाब 20 रुपये की दर से बिका, वहीं, गुलदस्तों के दाम भी 150 रुपये से लेकर 500 रुपये तक के थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देशभर में नए साल का जश्न मनाने के लिए लोग सड़कों पर उतर आए। कुछ लोग अपने म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट के साथ दिखे और उन्होंने गा-बजाकर नए साल का स्वागत किया। दिल्ली के क्नॉट प्लेस के सेंट्रल पार्क में लोगों ने अपने दोस्तों के साथ नए साल का जश्न मनाया।
वहीं, नए साल के एक दिन पहले जहां बाजार ग्राहकों से गुलजार रहे, वहीं नव वर्ष की शुभकामनाएं देने के लिए लोगों ने फूलों की खरीदारी कर एक दूसरे को नए साल की शुभकामनाएं दीं। लोगों ने बाजारों में पहुंचकर विभिन्न तरह के फूलों से बने गुलदस्ते की खरीदारी की थी। सबसे अधिक जोर गुलाब के फूलों की खरीदारी पर रहा।
गुलदस्ते में लोगों ने जबरा, करन डोला व टाटा रोज के फूलों से बने गुलदस्ते को अधिक पसंद किया। चांदनी चौक स्थित एक दुकानदार संदीप ने बताया कि नए साल पर लोग एक दूसरे को फूलों के गुलदस्ते देकर शुभकामनाएं देते हैं। इसमें सबसे अधिक मांग गुलाब के फूलों की मांग रहती है।
दुकानदार ने बताया कि गुलाब में भी दो तरह की वैरायटी हैं। इसमें एक लोकल गुलाब है जो उत्तरप्रदेश व हरियाणा के तटीय किनारे पर उगते हैं, वहीं दूसरी ओर टाटा गुलाब है। इसे विशेषतौर पर बेंगलुरू से मंगाया जाता है। उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश व हरियाणा के फूल जल्दी मुरझा जाते हैं।
वहीं, बेंगलुरू से मंगाए टाटा गुलाब एक सप्ताह तक बिना मुरझाए रह सकता है। यही कारण है कि लोगों ने शुभकामनाएं देने के लिए टाटा गुलाब को अधिक पसंद किया है। एक अन्य दुकानदार बंटी ने बताया कि गुलदस्तों को बनाने के लिए लोगों ने फैन पैन, गुलदावरी, ग्लाइडिया, व कोक्सपॉक्स को अधिक पसंद किया है।
उन्होंने बताया कि कोक्सपॉक्स का आकार बिल्कुल मुर्गे की कलगी की तरह होता है और यह दिखने में लाल भी होता है। इस कारण लोगों ने इसे अधिक पसंद किया। कुछ लोगों ने प्राकृतिक रूप से बने गुलदस्तों को भी पसंद किया।
इस दौरान प्रति गुलाब 20 रुपये की दर से बिका, वहीं, गुलदस्तों के दाम भी 150 रुपये से लेकर 500 रुपये तक के थे। इस दौरान गुलाब की खरीदारी करने पहुंचे रवि ने कहा कि नए साल पर फूल देकर यह संदेश दिया जाता है कि फूलों की तरह उनकी जिंदगी भी महकती रहे।